2025 तक सावधान रहें इस राशि के लोग, चल रहा है शनि साढ़े साती का सबसे कष्टदायी चरण
Shani Sade Sati: शनि साढ़े साती एक साथ 3 राशियों पर चलती है। इसके तीन चरण होते हैं और हर एक चरण की अवधि ढाई साल की होती है। पहले चरण में शनि जातक के मस्तक पर रहता है। इस दौरान व्यक्ति को आर्थिक परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इस चरण में मानसिक और स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां भी होती हैं। इसके दूसरे चरण को सबसे ज्यादा कष्टदायी माना जाता है। इस दौरान व्यक्ति को किसी का सहयोग नहीं मिल पाता। हर चीज में उतार-चढ़ाव का सामना करना पड़ता है। तीसरे चरण में व्यक्ति को भौतिक सुखों का लाभ नहीं मिल पाता। यहां आप जानेंगे किस राशि वालों पर चल रहा है शनि साढ़े साती का सबसे कष्टदायी चरण।
इस राशि वालों पर चल रहा है शनि साढ़े साती का कष्टदायी चरण: शनि कुंभ राशि में गोचर कर रहे हैं। इस राशि में शनि 29 मार्च 2025 तक विराजमान रहेंगे। इसके बाद मीन राशि में प्रवेश कर जायेंगे। शनि के कुंभ राशि में गोचर करने की अवधि कुंभ वालों के लिए ही सबसे ज्यादा कष्टदायी रहेगी। क्योंकि इस राशि वालों पर शनि साढ़े साती का सबसे खतरनाक चरण चल रहा है। इस दौरान शनि साढ़े साती अपनी चरम सीमा पर होती है। व्यक्ति चारों तरफ से परेशानियों से घिर जाता है। धन संबंधी, स्वास्थ्य संबंधी, मानसिक, पारिवारिक और मैरिड लाइफ तक इस दौरान प्रभावित होती है।
शनि साढ़े साती के दौरान न करें ये काम: -इस दौरान जोखिम भरे कार्यों को न करें। -कार्यस्थल पर तर्क-वितर्क करने से बचें। -रात में अकेले यात्रा न करें। -शनिवार और मंगलवार के दिन शराब का सेवन बिल्कुल भी न करें। -अवैध चीजों में भाग लेने से बचें। -कानूनी मामले में फंसने से बचें।
बुरे प्रभाव से बचने के लिए क्या करें उपाय: -शनिवार के दिन शनि देव की अराधना जरूर करें। -ज्योतिषीय सलाह लेने के बाद नीलम रत्न जरूर पहनें। -हनुमान चालीसा का पाठ करें। -शनि देव के मंत्रों का जाप करें। -शनिवार के दिन सरसों या तिल का तेल शनि देव को चढ़ाएं। -प्रतिदिन शनि स्तोत्र का पाठ करें। -रोजाना शनि कवचम का पाठ करें। -कौवे को अनाज और बीज खिलाएं। -जरूरतमंदों की सहायता करें।
(डिस्क्लेमर: इस लेख में दी गई सूचनाएं सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। rewatimes.co.in इनकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ की सलाह लें।)