कब्रगाह बना प्रार्थना हॉस्पिटल रीवा

प्रार्थना हॉस्पिटल बना लूट का अड्डा! इलाज के नाम पर मरीजों की जिंदगी से कर रहा खिलवाड़., कईयों की ली जान, परिजनों का छसका दर्द

रीवा: मध्यप्रदेश में इन दिनों प्राइवेट अस्पतालों की मनमानी इस कदर हावी है कि मरीजों से मनमाना पैसा वसूल रहे हैं..ताजा मामला उपमुख्यमंत्री और स्वस्थ मंत्री राजेन्द्र शुक्ला के गृह जिला रीवा का है। नया बस स्टैट स्थित प्रार्थना हॉस्पिटल में लापरवाही और मरीजों की जान से खिलवाड़ करने का सिलसिला रुकने का नाम नहीं ले रहा। रीवा टाइम्स ने जब से आवाज उठाई है। लगातार लोगों के मैसेज और वीडियो मिल रहे हैं। बता दें कि, इससे पहले अंजली सिंह की असमय मौत का मामला सामने आया था, और अब एक और मरीज के साथ ठगी और लापरवाही का बड़ा खुलासा हुआ है।
मामला यह हुआ कि

रीवा निवासी अमित कुमार मिश्रा अपनी पत्नी की डिलीवरी के लिए 15 फरवरी 2025 को प्रार्थना हॉस्पिटल लेकर आए थे। शुरुआत में इलाज सामान्य तरीके से हुआ और वे घर चले गए। लेकिन कुछ दिनों बाद उनकी पत्नी को गंभीर ब्लीडिंग की समस्या हुई, जिसके कारण उन्हें दोबारा हॉस्पिटल में भर्ती होना पड़ा। यहीं से शुरू हुआ प्रार्थना हॉस्पिटल प्रशासन का अनैतिक और अमानवीय चेहरा!

फार्मेसी में धोखाधड़ी:

अमित कुमार मिश्रा ने बताया कि दवाइयों के नाम पर हॉस्पिटल फार्मेसी लगातार उन्हें ठग रही थी। दवाइयाँ कम दी जा रही थीं, लेकिन उनके बिल अधिक बनाए जा रहे थे। पहले ₹4500 की दवाइयाँ लिखी गईं, लेकिन जब उन्होंने चेक किया तो कुछ दवाइयाँ कम थीं। बार-बार सवाल करने पर स्टाफ ने ₹450 वापस कर दिए।

http://प्रार्थना हॉस्पिटल

जब उन्होंने इस बारे में डॉ. सोनल अग्रवाल से शिकायत की तो डॉक्टर ने फार्मेसी वालों को डांटा, और कहा आगे से ऐसा आगे से नहीं होगा, लेकिन प्रार्थना पीड़ित के कहने के अनुसार अस्पताल में धोखाधड़ी फिर भी जारी रही। हर दिन ₹20,000 से ₹50,000 तक की दवाइयाँ लग रही थीं, उन दवाईयों की मात्रा में भी कटौती की जा रही थी। अर्थात दवाई कम देकर बिल ज्यादा का दिया जा रहा था।

पीड़ित के बताए अनुसार : बिल का विवरण। इस प्रकार है ।

₹4000 प्रतिदिन प्राइवेट वार्ड चार्ज
₹2000 डॉक्टर विजिट
₹500 नर्सिंग चार्ज
और अन्य अनगिनत छिपे हुए चार्ज, जिनका कोई स्पष्ट विवरण नहीं!

मुद्दा यह है कि इस सब के बावजूद मरीजों को सही इलाज नहीं मिल रहा, बल्कि हर तरीके से उनसे पैसा ऐंठा जा रहा है।

अंजली सिंह केस से भी ऐसे जुड़ता है यह मामला:

प्रार्थना हॉस्पिटल से जुड़ी एक मरीज अंजली सिंह जिनके परिजन के बताए अनुसार, कुछ दिन पहले अस्पताल के लापरवाहीपूर्वक रवैये के कारण मौत हुई । इसी मौत के मामले में अस्पताल चर्चा में आया था। अंजली को जबरदस्ती भर्ती कराकर पैसे के लालच में सिजेरियन डिलीवरी कराई गई, जिसके बाद उसकी हालत बिगड़ती गई। इलाज में देरी और पैसों की मांग ने उसकी जान ले ली।

इस घटना को जब आवाज मिली तो अब एक और मरीज के साथ लूटपाट और धोखाधड़ी की घटना सामने आ गई है, जिससे यह साफ होता है कि प्रार्थना हॉस्पिटल मरीजों की जिंदगी से ज्यादा पैसों को तवज्जो देता है।
आखिर कब तक मरीज परेशान होते रहेंगे ।
कितने और लोग होंगे जिनको इस तरह की घटना का सामना करना पड़ा होगा ।

समय आ गया है कि प्रशासन इस मामले की निष्पक्ष जाँच करे और यदि प्रार्थना हॉस्पिटल और प्रबंधन तथा डाक्टर जिम्मेदार हैं तो इनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए ताकि भविष्य में किसी और मरीज की जिंदगी खतरे में न पड़े।

आप के साथ भी यदि ऐसा कुछ हुआ तो आप चैनल से संपर्क कर सकते हैं ।

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