उत्तरप्रदेश न्यूज़ : एक और माफिया दोषी करार ! अवधेश रॉय हत्याकांड की गुत्थी सुलझी
अवधेश रॉय को 3 अगस्त 1991 को उनके घर के सामने गोलियों से भून डाला गया था, इस मामले में उनके भाई अजय रॉय ने मुख़्तार अंसारी के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया था।
कौन है ये माफिया
उत्तरप्रदेश का पूर्वांचल जिसके नाम से कभी खौफ खाता था, जिसने कई दुस्साहसिक वारदातों को अंजाम दिया, एक वक्त था की उसके नाम की दहसत थी। जी हाँ हम बात कर रहे है माफिया मुख़्तार अंसारी की जिसके आपराधिक इतिहास में दो हत्याकांड बड़े चैचित रहे। एक कृष्णानंद रॉय की तो दूसरा मामला अवधेश रॉय हत्याकांड इन दोनों में मुख़्तार अंसारी आरोपी रहा।
क्यों मारा था अवधेश रॉय को
90 के दसक में मुख़्तार और ब्रजेश सिंह गैंग के बीच गंगवार होते रहते थे, लोगो का कहना है की अवधेश रॉय ब्रजेश सिंह का करीबी था इसीलिए मुख़्तार अंसारी ने गोली मार दी। एक इंटरव्यू में अजय रॉय ने बताया की 3 अगस्त 1991 को भैया कही जाने वाले थे इसीलिए घर के घडी के पास खड़े थे तभी वन में आये लगभग आधा दर्जन बदमास जिसमे मुख़्तार भी शामिल था मेरी आँखों के सामने भैया को गोलियों से भून डाला, हमने उक्त वन का पीछा भी किया किन्तु कोई फ़ायदा नहीं हुआ ।
वाराणसी के इस बहुचर्चित हत्याकांड की सुनवाई MP MLA कोर्ट में चल रही थी जिसमे आज मुख़्तार को दोषी करार किया हैं।
उत्तरप्रदेश की योगी सरकार लगातार माफियाओ को मिटटी में मिलाने का कार्य जारी रखा। आज योगी जी का जन्मदिन भी इस कारन उनके समर्थको के लिए अच्छी खबर है। कभी मुख़्तार अंसारी पूर्वांचल के वर्सव की जंग में बाबा से आगे हुआ करता था और आज उन्ही की राज में जेल की दीवारो के पीछे कैद है।