लंपी वायरस का खतरा-सरकार ने लिया बड़ा फैसला, जारी किए ये निर्देश
भोपाल. लंपी वायरस के खतरे के कारण अब मध्यप्रदेश में दूसरे राज्यों से आने वाले पशुओं की नो-एंट्री होगी। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शुक्रवार को इसके लिए अफसरों को निर्देश दिए। सीएम ने कहा कि लंपी वायरस की रोकथाम के लिए जरूरी कदम उठाए जाएं। अन्य राज्यों से आ रहे पशुओं पर भी प्रतिबंध लगाएं। बीमारी प्रभावित राज्यों व जिलों से सटे इलाकों में अतिरिक्त सावधानी बरतने की आवश्यकता है।
सीएम हाउस पर लंपी वायरस को लेकर बैठक में सीएम ने कहा कि बीमारी से बचाव के लिए अधिक से अधिक पशुओं का टीकाकरण हो। पशु पालकों को मार्गदर्शन दें। हेल्पलाइन नम्बर जारी किया जाए। लंपी स्किन बीमारी गो वंशीय और भैंस वंशीय पशुओं में वायरस से होती है। तेज बुखार आना, भूख न लगना, त्वचा पर गठाने और मुंह में छाले आना इसके प्रमुख लक्षण है।
रतलाम, उज्जैन, मंदसौर, नीमच, बैतूल, इन्दौर और खण्डवा में इस रोग की पुष्टि हुई है। धार, बुरहानपुर, झाबुआ में पशुओं में इस बीमारी के लक्षणों की सूचना प्राप्त हुई है।
प्रदेश के दस जिलों में 2171 पशु इस बीमारी से प्रभावित हुए हैं, जिनमें से 1717 पशु के स्वास्थ्य में सुधार हुआ है। अब तक 77 हजार 534 पशुओं का टीकाकरण किया जा चुका है। लंपी स्किन बीमारी को नियंत्रित करने के लिए प्रभावित ग्रामों और जिलों में पशुओं के आवागमन को प्रतिबंधित किया गया है। राज्य रोग अन्वेषण प्रयोगशाला भोपाल में कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है।