शादी की पहली रात भागी दुल्हन:दलाल ने 80 हजार ठगे; दूल्हे की जुबानी…मैरिज की कहानी
भिंड में एक लड़के की शादी किन्नर से करवा दी गई। दूल्हे ने उसका घूंघट उठाना चाहा तो बहाना बनाकर अगले दिन पर टाल दिया। शादी के नाम पर 80 हजार रुपए भी ठग लिए। पीड़ित परिवार न्याय के लिए भटक रहा है।
भिंड के लहार में लड़की की जगह किन्नर को दुल्हन बनाकर विदा कर दिया गया। लड़के ने घूंघट उठाना चाहा तो उसने पेट दर्द का बहाना बनाकर अगले दिन के लिए टाल दिया। संदिग्ध दुल्हन मौका पाकर 3 घंटे बाद फरार भी हाे गई। बहू के भागने के बाद से ससुर बीमार हैं।
ये है पूरा मामला…
70 साल के ग्यासी कुशवाहा पेशे से मजदूर हैं। 20 साल पहले उनकी पत्नी का देहांत हो गया था। ग्यासी अपने 2 बेटे सोनू और मोनू के साथ मढ़यापुरा लहार में रहते हैं। घर पर महिला नहीं होने से उन्हें घर और बाहर का काम खुद ही करना पड़ता है। बड़े बेटे सोनू की उम्र 32 साल की हो चुकी है। वह लंबे समय से उसके लिए लड़की तलाश रहे थे।
बेटे की बढ़ती उम्र और परिवार में एक महिला की जरूरत है, इस बात का पता उनके परिचितों को था। इसका फायदा सोनू के दोस्त गुड्डू प्रजापति निवासी जनक ने उठाया। उसने सोनू और ग्यासी को बातों में फंसाया। कहा- एक लड़की है, उससे शादी करवाई जा सकती है, लेकिन कुछ रुपए खर्च करने होंगे। पूछने पर उन्होंने 80 हजार खर्च आने का कहा।
फरियादी ने पुलिस थाने यह शिकायती आवेदन दिया है, इसमें उसने अपनी पीड़ा जाहिर की है। इसमें उन्होंने दुल्हन के रूप में लड़के को विदा करने और 80 हजार रुपए ठगने की बात लिखी है।
अब पढ़िए, दूल्हे सोनू की जुबानी उसकी शादी की कहानी…
सोनू बोला- गुड्डू मेरे साथ ही काम करता है। उसे पता था कि मेरे पिता मेरी शादी को लेकर चिंतित हैं। नवरात्रि के दिनों में उसने कहा- एक लड़की मेरे नजर में है, उससे तुम्हारी शादी करवा सकता हूं। इसके लिए तुम्हें कुछ खर्च करना होगा। मैंने पूछा कितना तो वह बोला- 80 हजार रुपए। मैंने यह बात पिता को बताई। वे बोले- ठीक है, पैसों की व्यवस्था करते हैं। इसके बाद मैंने अपने सेठ सुरेश शिवहरे को पूरी बात बताई। वे मेरी मदद को तैयार हुए और उधारी में रुपए दे दिए। मैंने ये रुपए गुड्डू को दे दिए।
गुड्डू ने 3 अक्टूबर को कहा- आज तुम्हारी शादी है। झांसी चलना है। गाड़ी की व्यवस्था कर लो। मैं और पापा, गुड्डू के साथ झांसी के लिए रवाना हुए।
झांसी स्टेशन के पास वह हमें एक झोपड़ी में लेकर गया। यहां दुल्हन के ड्रेस में घूंघट लिए उन्होंने किसी को खड़ा कर दिया। हम उसका चेहरा नहीं देख पाए। खाने-पीने के दौरान मैंने और पापा ने कहा- शादी मंदिर या कोर्ट में चलकर कर लेते हैं। इस पर उन्होंने पुलिस का डर दिखाया और कहा- बहू मिल रही है, इतना काफी नहीं है क्या। फालतू चक्कर में मत पड़ो। बहू को घर ले जाओ। उन्होंने हमारी एक नहीं सुनी और उन संदिग्ध दुल्हन को गाड़ी में बिठाकर हमें लहार के लिए रवाना कर दिया। इस दौरान दुल्हन ने एक शब्द नहीं कहा। हम रात 3 बजे घर पहुंचे।
कमरे में पहुंचे तो मैंने कहा- चेहरा तो दिखा दो। इस पर उसने कहा- आज पेट में बहुत दर्द है, कल देख लेना। मैं भी काफी थक गया था, नींद आ रही थी तो सो गया। उसकी बातों से एहसास हुआ कि वह लड़की नहीं लग रही है, लेकिन नींद बहुत आने से दिमाग नहीं चल पाया। सुबह करीब 6 बजे उसने मुझसे कहा- शौच जाना है। मैंने नींद में ही कह दिया- बाहर खेत में चली जाओ।
शादी की पहली रात भागी दुल्हन:दलाल ने 80 हजार ठगे; दूल्हे की जुबानी…मैरिज की कहानी
भिंड में एक लड़के की शादी किन्नर से करवा दी गई। दूल्हे ने उसका घूंघट उठाना चाहा तो बहाना बनाकर अगले दिन पर टाल दिया। शादी के नाम पर 80 हजार रुपए भी ठग लिए। पीड़ित परिवार न्याय के लिए भटक रहा है।
भिंड के लहार में लड़की की जगह किन्नर को दुल्हन बनाकर विदा कर दिया गया। लड़के ने घूंघट उठाना चाहा तो उसने पेट दर्द का बहाना बनाकर अगले दिन के लिए टाल दिया। संदिग्ध दुल्हन मौका पाकर 3 घंटे बाद फरार भी हाे गई। बहू के भागने के बाद से ससुर बीमार हैं।
ये है पूरा मामला…
70 साल के ग्यासी कुशवाहा पेशे से मजदूर हैं। 20 साल पहले उनकी पत्नी का देहांत हो गया था। ग्यासी अपने 2 बेटे सोनू और मोनू के साथ मढ़यापुरा लहार में रहते हैं। घर पर महिला नहीं होने से उन्हें घर और बाहर का काम खुद ही करना पड़ता है। बड़े बेटे सोनू की उम्र 32 साल की हो चुकी है। वह लंबे समय से उसके लिए लड़की तलाश रहे थे।
बेटे की बढ़ती उम्र और परिवार में एक महिला की जरूरत है, इस बात का पता उनके परिचितों को था। इसका फायदा सोनू के दोस्त गुड्डू प्रजापति निवासी जनक ने उठाया। उसने सोनू और ग्यासी को बातों में फंसाया। कहा- एक लड़की है, उससे शादी करवाई जा सकती है, लेकिन कुछ रुपए खर्च करने होंगे। पूछने पर उन्होंने 80 हजार खर्च आने का कहा।
फरियादी ने पुलिस थाने यह शिकायती आवेदन दिया है, इसमें उसने अपनी पीड़ा जाहिर की है। इसमें उन्होंने दुल्हन के रूप में लड़के को विदा करने और 80 हजार रुपए ठगने की बात लिखी है।
फरियादी ने पुलिस थाने यह शिकायती आवेदन दिया है, इसमें उसने अपनी पीड़ा जाहिर की है। इसमें उन्होंने दुल्हन के रूप में लड़के को विदा करने और 80 हजार रुपए ठगने की बात लिखी है।
अब पढ़िए, दूल्हे सोनू की जुबानी उसकी शादी की कहानी…
सोनू बोला- गुड्डू मेरे साथ ही काम करता है। उसे पता था कि मेरे पिता मेरी शादी को लेकर चिंतित हैं। नवरात्रि के दिनों में उसने कहा- एक लड़की मेरे नजर में है, उससे तुम्हारी शादी करवा सकता हूं। इसके लिए तुम्हें कुछ खर्च करना होगा। मैंने पूछा कितना तो वह बोला- 80 हजार रुपए। मैंने यह बात पिता को बताई। वे बोले- ठीक है, पैसों की व्यवस्था करते हैं। इसके बाद मैंने अपने सेठ सुरेश शिवहरे को पूरी बात बताई। वे मेरी मदद को तैयार हुए और उधारी में रुपए दे दिए। मैंने ये रुपए गुड्डू को दे दिए।
गुड्डू ने 3 अक्टूबर को कहा- आज तुम्हारी शादी है। झांसी चलना है। गाड़ी की व्यवस्था कर लो। मैं और पापा, गुड्डू के साथ झांसी के लिए रवाना हुए।
झांसी स्टेशन के पास वह हमें एक झोपड़ी में लेकर गया। यहां दुल्हन के ड्रेस में घूंघट लिए उन्होंने किसी को खड़ा कर दिया। हम उसका चेहरा नहीं देख पाए। खाने-पीने के दौरान मैंने और पापा ने कहा- शादी मंदिर या कोर्ट में चलकर कर लेते हैं। इस पर उन्होंने पुलिस का डर दिखाया और कहा- बहू मिल रही है, इतना काफी नहीं है क्या। फालतू चक्कर में मत पड़ो। बहू को घर ले जाओ। उन्होंने हमारी एक नहीं सुनी और उन संदिग्ध दुल्हन को गाड़ी में बिठाकर हमें लहार के लिए रवाना कर दिया। इस दौरान दुल्हन ने एक शब्द नहीं कहा। हम रात 3 बजे घर पहुंचे।
कमरे में पहुंचे तो मैंने कहा- चेहरा तो दिखा दो। इस पर उसने कहा- आज पेट में बहुत दर्द है, कल देख लेना। मैं भी काफी थक गया था, नींद आ रही थी तो सो गया। उसकी बातों से एहसास हुआ कि वह लड़की नहीं लग रही है, लेकिन नींद बहुत आने से दिमाग नहीं चल पाया। सुबह करीब 6 बजे उसने मुझसे कहा- शौच जाना है। मैंने नींद में ही कह दिया- बाहर खेत में चली जाओ।
सोनू अपने भाई मोनू और पिता के साथ रहता है। उनकी मां का करीब 20 साल पहले देहांत हो चुका है। पिता बेटे की शादी को लेकर चिंतित रहते थे। ठग ने इसका फायदा उठाया।
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सोनू ने कहा- एक से डेढ़ घंटे बीतने के बाद भी वह नहीं लौटी। पिता उठे तो उन्होंने बहू के बारे में पूछा। मैंने कहा- एक घंटे पहले बाहर जाने का कहकर गई थी। अब तक नहीं लौटी। इस पर उन्होंने कहा- जाओ देखो, क्या हुआ। जब हम खेत पर गए तो वहां लोटा पड़ा हुआ था। हम समझ गए कि हमारे साथ धोखा हुआ है। इसके बाद हम थाने पहुंचे। पुलिस ने आवेदन ले लिया, लेकिन 15 दिन से ज्यादा बीत जाने के बाद भी कुछ नहीं किया। सोनू का कहना है कि वह लड़का था या फिर किन्नर, लड़की तो बिल्कुल भी नहीं थी।
सोनू के पिता ग्यासी को अब कर्ज चुकाने की टेंशन है। वे बहू के जाने के बाद से बीमार चल रहे हैं। उन्होंने पुलिस थाने में शिकायत कर न्याय की गुहार लगाई है।
कर्ज की टेंशन में पिता हुए बीमार
बेटे की शादी के लिए 80 हजार रुपए का कर्जा किया। बहू भी उसी दिन भाग गई। इस बात का ग्यासी को इतना गहरा सदमा लगा कि वे बिस्तर पर पड़ गए। 10 दिनों से न तो वह ठीक से खाना खा रहे हैं और न सो रहे हैं। उन्हें इसी बात का टेंशन है कि अब कर्ज कैसे चुकाएंगे। वहीं, पूरे मामले में बिचौलिए ने पुलिस से कहा- मैंने तो शादी कराई थी, लेकिन पिता-पुत्र द्वारा ज्यादा नशा करने का पता चलने से लड़की उनके यहां रुकने को तैयार नहीं हुई। इसके बाद पुलिस ने केस में ज्यादा रुचि नहीं दिखाई।