केंद्रीय मंत्रिमंडल ने नई केंद्र प्रायोजित योजना ‘पीएम श्री स्कूल’ को मंजूरी दी है,पीएम श्री स्कूल अपने आसपास के अन्य स्कूलों को मार्गदर्शन और नेतृत्व प्रदान करेंगे।वर्ष 2022-23 से 2026 तक पांच वर्षों की अवधि के लिए 27360 करोड़ रुपये की लागत से पीएम श्री प्रोजेक्ट को लागू किया जाएगा।
क्या हैं पीएमश्री स्कूल
पीएम श्री एक समान, समावेशी और आनंदमय स्कूल वातावरण में उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा प्रदान करेगा, जो बच्चों की विविध पृष्ठभूमि, बहुभाषी जरूरतों और विभिन्न शैक्षणिक क्षमताओं का ख्याल रखेगा और साथ ही उन्हें अपनी स्वयं की सीखने की प्रक्रिया में भी भागीदार बनाएगा.
• पीएम श्री के अंतर्गत स्कूल अपने-अपने क्षेत्रों के अन्य स्कूलों को मेंटरशिप प्रदान करके उसका नेतृत्व करेंगे.
पीएम श्री स्कूलों को ग्रीन स्कूल के रूप में विकसित किया जाएगा, जिसमें सौर पैनल और एलईडी लाइट, प्राकृतिक खेती के साथ पोषण उद्यान, अपशिष्ट प्रबंधन, प्लास्टिक मुक्त, जल संरक्षण और संचयन, पर्यावरण की सुरक्षा से संबंधित परंपराओं / प्रथाओं का अध्ययन जैसे पर्यावरण के अनुकूल पहलुओं को शामिल किया जाएगा.
• इन स्कूलों में अपनाई गई शिक्षाशास्त्र अधिक अनुभवात्मक, समग्र, एकीकृत, खेल/खिलौना-आधारित (विशेषकर, मूलभूत वर्षों में) पूछताछ-संचालित, खोज-उन्मुख, चर्चा-आधारित, लचीला और मनोरंजक होगा.
• प्रत्येक क्लास में प्रत्येक बच्चे के सीखने के परिणामों पर ध्यान दिया जाएगा. सभी स्तरों पर मूल्यांकन वैचारिक समझ और वास्तविक जीवन स्थितियों में ज्ञान के अनुप्रयोग पर आधारित होगा और योग्यता आधारित होगा.
• प्रत्येक डोमेन के लिए उपलब्ध संसाधनों और उपलब्धता, पर्याप्तता, उपयुक्तता और उपयोग के संदर्भ में उनकी प्रभावशीलता और उनके प्रमुख प्रदर्शन संकेतकों का आकलन किया जाएगा और अंतराल को व्यवस्थित और नियोजित तरीके से भरा जाएगा.
• रोजगार बढ़ाने और बेहतर रोजगार के अवसर प्रदान करने के लिए क्षेत्र कौशल परिषदों और स्थानीय उद्योग के साथ जुड़ाव का पता लगाया जाएगा.
• इसके जरिए स्कूल गुणवत्ता आकलन ढांचा (एसक्यूएएफ) विकसित किया जा रहा है. मानकों को सुनिश्चित करने के लिए नियमित अंतराल पर इन स्कूलों का गुणवत्ता मूल्यांकन भी किया जाएगा.
कैसे होगा चयन
पीएम श्री स्कूलों का चयन चैलेंज मोड के माध्यम से किया जाएगा, जिसमें स्कूल अनुकरणीय स्कूल बनने के लिए समर्थन के लिए प्रतिस्पर्धा करते हैं. स्कूलों को ऑनलाइन पोर्टल पर स्वयं आवेदन करना होगा. योजना के पहले दो वर्षों के लिए पोर्टल वर्ष में चार बार, प्रत्येक तिमाही में एक बार खोला जाएगा।
प्राथमिक विद्यालय (कक्षा 1-5 / 1-8) और माध्यमिक / वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय (कक्षा 1-10 / 1-12 / 6-10 / 6-12) केंद्र / राज्य / केंद्र शासित प्रदेश सरकारों / स्थानीय स्व- यूडीआईएसई+ कोड वाले स्कूलों को योजना के तहत चयन के लिए विचार किया जाएगा. चयन निश्चित समय सीमा के साथ तीन चरणों वाली प्रक्रिया के माध्यम से किया जाएगा।
कैसे होगी पढ़ाई
ये ऐसे सरकारी स्कूल होंगे,जो न सिर्फ इंफ्रास्ट्रक्चर के स्तर पर मजबूती से खड़े दिखेंगे बल्कि शैक्षणिक स्तर पर भी ऊंचाई देखने को मिलेगी। इसमें चयन के पश्चात विशेष प्रशिक्षण के माध्यम से शिक्षकों को तीन माह का प्रशिक्षण दिया जाएगा। पीएम श्री (पीएम स्कूल फार राइजिंग इंडिया) जिस तरह से राष्ट्रीय शिक्षा नीति लागू किया जाएगा उसके लिए शिक्षकों का प्रशिक्षण जरूरी हैं।
खासकर स्कूली बच्चों में जिस तरह से बच्चों को खेल और खिलौने के जरिए पढ़ाने की तैयारी हैं,वह सरकारी स्कूलों के लिए बिल्कुल नया हैं। इसके साथ ही बच्चों को स्थानीय भाषा में पढ़ाने,कौशल विकास,टिंकरिंग लैब और इनोवेशन लैब जैसी पहल को अमल में लाने के लिए शिक्षकों को प्रशिक्षित करना जरूरी हैं। इसके लिए एनसीटीई और राज्यों के साथ मिलकर विशेष प्रशिक्षण कोर्स तैयार किया जा रहा हैं।
देश भर में पीएम श्री स्कीम के तहत करीब 14,500 सरकारी स्कूलों को अपग्रेड किया जाएगा। जिसके तहत प्रत्येक ब्लाक में दो पीएम श्री स्कूल बनेंगे। एक प्राइमरी और एक मिडिल स्कूल होगा,इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने के लिए प्रत्येक विद्यालय को 2 करोड़ रुपए दिए जाएंगे।