प्रोफेसर की शर्मनाक करतूत, छात्राओं को भेजता था नंगी तस्वीरें, डिमांड पूरी नहीं करने पर देता था करियर बर्बाद करने की धमकी
माता-पिता के बाद गुरु को तीसरा अभिभावक कहा जाता है। कहा जाता है कि हर व्यक्ति की सफलता के पीछे उसके किसी न किसी शिक्षक का अहम योगदान होता है। गुरु-शिष्य के रिश्ते को बहुत पवित्र माना जाता है। लेकिन इस पवित्र रिश्ते को शर्मसार करने वाला एक मामला बिहार से सामने आया है। जहां का एक कदाचारी प्रोफेसर छात्राओं को अपनी नंगी तस्वीरें भेजा करता था। साथ ही देर रात फोन कर छात्राओं से अश्लील बातें किया करता था।
दरअसल यह शर्मनाक मामला बिहार के दरभंगा से सामने आया है। जहां के ललित नारायण मिथिला यूनिवर्सिटी के एक प्रोफेसर पर छात्राओं ने अपनी न्यूड फोटो भेजने का आरोप लगाया है। छात्राओं का कहना है कि एलएनएमयू के पीजी हिंदी विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर अखिलेश कुमार नंबर लेकर रात में फोन कर अश्लील बातें करते हैं। उन्हें मना करने पर वो करियर बर्बाद करने की धमकी देते हैं।
करियर बर्बाद की धमकी देता है प्रोफेसर- इस मामले में मिथिला विवि की PG की कई छात्र-छात्राओं ने प्रोफेसर डॉक्टर अखिलेश कुमार पर गंभीर आरोप लगाया है। स्टूडेंट्स का आरोप है कि सर (प्रो. अखिलेश) द्वारा बार-बार धमकी दी जाती है। वो कहते हैं कि मेरी बातों को मानो। मैं जो कहता हूं वह करो, नहीं तो पास नहीं कर पाओगी। तुम्हारा करियर बर्बाद कर देंगे। मेरे पहुंच बहुत ऊपर तक है। इस मामले में छात्राओं की शिकायत मिलने के बाद विवि ने जांच कमेटी गठित कर दी है।
अकेले घर पर बुलाते हैं आरोपी प्रोफेसर- छात्राओं का आरोप है कि प्रो. अखिलेश छात्राओं को अकेले घर पर बुलाते हैं। छात्राओं को अर्धनग्न अवस्था मैं वीडियो कॉल करते हैं। इससे छात्राएं काफी डरी हुई महसूस कर रही है। कहती हैं कि सनकी टाइप से सर है। पता नहीं कब क्या कर बैठे हैं। जल्द से जल्द उनको यहां से हटाया जाए नहीं तो कुछ बड़ी घटना को अंजाम दे सकते हैं।
नंबर काटने की धमकी देने का भी आरोप- मीडिया रिपोर्टस के अनुसार आरोपी प्रोफेसर कहते हैं कि बात नहीं मानोगी तो नंबर काट लूंगा। छात्राओं ने बताया कि प्रोफेसर उन्हें धमकी देता कि तुम चाहे जिससे शिकायत कर दो तुम्हारी कोई नहीं सुनेगा। इधर प्रोफेसर ने अपने ऊपर लगे आरोपों को गलत बताया है। मामले में कार्रवाई को लेकर यूनिवर्सिटी में यूजीसी की ओर से गठित कमेटी को रिपोर्ट भेज दी गई है।
आरोपी प्रोफेसर ने आरोपों का किया खंडन- मामले की शिकायत कई छात्राओं ने विभागाध्यक्ष प्रो. राजेंद्र साहू से शिकायत की है। प्रो. साहू ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि उन्होंने इससे संबंधित रिपोर्ट कुलसचिव प्रो. मुश्ताक अहमद को भेज दी है। कुलसचिव प्रो. मुश्ताक ने बताया कि मामले में कार्रवाई को लेकर यूनिवर्सिटी में यूजीसी की ओर से गठित कमेटी को रिपोर्ट भेज दी गई है। इधर, प्रो. अखिलेश कुमार का कहना है कि मुझे फंसाया जा रहा है। एचओडी के खिलाफ मार्च में मैंने कुलपति को आवेदन दिया था। वे खुन्नस निकाल रहे हैं। छात्रों को प्रेरित कर षडयंत्र रचा जा रहा है।
प्रोफेसर की अश्लील बातचीत का सबूत भी मौजूद- हालांकि प्रोफेसर की दलील से इतर उनकी छात्राओं से देर रात हुई बातचीत का स्क्रीन शॉर्ट सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। प्रोफेसर के इस गंदे व्यवहार को लेकर छात्र-छात्राओं ने उनकी क्लास का बहिष्कार कर दिया है। लगातार मानसिक प्रताड़ना के बाद स्टूडेंट्स का गुस्सा फूट गया और विश्वविद्यालय प्रशासन से लिखित शिकायत की। छात्राओं ने इस मामले में कई तरह के ऑडियो और वॉट्सऐप के चैट के सबूत भी दिए हैं। जिसके बाद विवि प्रशासन मामले की जांच में जुटा है।
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