मऊगंज में बिक रही प्रिंट रेट से ज्यादा कीमत की शराब
Mauganj MLA’s picket collapse: Liquor being sold in Mauganj at a price higher than the print rate
रीवा:शराब कारोबार के लिए सबसे चर्चित एवं शराब माफियाओं का गढ़ कहे जाने वाला मऊगंज पूरे जिले में सबसे महंगी शराब यानी प्रिंट रेट से अत्यधिक रेट में शराब मऊगंज में बेची जाती है जहां पर प्रिंट रेट से दुगने रेट पर शराब बेचने का कारोबार शराब ठेकेदार के साथ आबकारी विभाग एवं मऊगंज पुलिस का भरपूर सहयोग से यह कारोबार चल रहा है कहने के लिए सरकारी शराब का बोर्ड लगा है
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शराब माफियाओं एवं आबकारी विभाग सरकारी नियम तोड़कर प्रिंट रेट से दुगने रेट पर शराब बेची जा रही है यह अलग बात है कि शराब शौकीन इसका विरोध नहीं कर पाते पूरे जिले में सबसे महंगी शराब मऊगंज के दोनों कमपोजिट दुकानों में बिक्री की जा रही है मऊगंज शासकीय शराब की दुकान में स्थानीय सैकड़ों निजी पैकारी करने वाले गुंडे माफिया खुद सस्ते रेट में खरीद कर हर गांव में अपनी दुकान खुलवा कर महंगे रेट पर शराब बिकवा रहे हैं
विधायक का धरना धराशाई
शराब ठेकेदार एवं माफियाओं के सामने मऊगंज विधायक को भी धरने के बाद झुकना पड़ा झुकाने का तरीका जो भी रहा हो लेकिन ना दुकान हटवा सके और ना प्रिंट रेट पर शराब की बिक्री करवा सके बीच बाजार तिराहे में शराब की दुकान संचालित करने का विरोध चुनाव के समय में भले ही चुनावी मुद्दा रहा हो किंतु विधायक को भी शराब ठेकेदार एवं आबकारी विभाग के सिस्टम के साथ चलना ही पड़ा और अंततः शराब की दुकान वहां से नहीं हट पाई और ना ही प्रिंट रेट में नियंत्रण लग सका फल स्वरूप धरने के बाद दोगुने रेट पर शराब बिक्री होने लगी एवं बीच बाजार तिराहे में खुलेआम दुकानों एवं सड़क पर बैठकर शराब पीने का कारोबार चलने लगा
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दोनों दुकानें बीच शहर में
मऊगंज में दोनों कमअपोजिट शराब की दुकान शहर में है जहां स्कूली बच्चे महिलाओ को शाम ढलते ही वहां से निकलना मुश्किल हो जाता है सबसे बड़ी बात मऊगंज बस स्टैंड के अंदर शराब की दुकान खोलने से कई बार वहां जघन्य घटनाएं घटित हुई महिलाओं के साथ अभद्रता का भी कई बार मामला आ चुका है स्थानीय लोगों के विरोध करने के बाद भी शराब माफियाओं का ही आखिर कानून चला पूरे जिले में मऊगंज की ऐसी पहली शराब दुकान है जो बस स्टैंड के अंदर संचालित है
दूसरी दुकान चाक मोड़ बीच चौराहे में है जहां स्कूली बच्चों के साथ महिलाओं का आना जाना लगा रहता है किंतु उस चौराहे में भी कई बार महिलाओं के साथ अभद्रता एवं मारपीट की घटनाएं हुई है शाम से ही वहां निकलना मुश्किल हो जाता है चाक मोड़ स्थित सभी दुकानों में बैठाकर शराब पिलाई जाती है