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माननीय सर्वोच्च न्यायालय ने भी अब देश में हो रहें जबरन मतातरंण के विषय पर सख्त टिप्पणी करते हुए कहा की ऐसे विषयों से राष्ट्र की सुरक्षा खतरे में हैं और केंद्र सरकार जल्द इस विषय पर ठोस कदम उठाए।।



क्या हैं मतातरंण (धर्मांतरण)

अनेक कारणों से लोग विभिन्न धर्मों में धर्मांतरित होते हैं, जिनमें विश्वास में हुए परिवर्तन के कारण स्वेच्छा से होने वाला सक्रिय धर्मांतरण, मृत्यु-शैय्या पर होने वाला धर्मांतरण, किसी लाभ के लिये किया जाने वाला तथा वैवाहिक धर्मांतरण एवं बलपूर्वक किया जाने वाला धर्मांतरण शामिल हैं।

भारत में धर्मांतरण विरोधी कानूनों की स्थिति

    • संवैधानिक प्रावधान: अनुच्छेद-25 के तहत भारतीय संविधान धर्म को मानने, प्रचार करने और अभ्यास करने की स्वतंत्रता की गारंटी देता है तथा सभी धर्म के वर्गों को अपने धर्म के मामलों का प्रबंधन करने की अनुमति देता है, हालाँकि यह सार्वजनिक व्यवस्था, नैतिकता और स्वास्थ्य के अधीन है।




  • कोई भी व्यक्ति अपने धार्मिक विश्वासों को ज़बरन लागू नहीं करेगा और इस प्रकार व्यक्ति को उसकी इच्छा के विरुद्ध किसी भी धर्म का पालन करने के लिये मजबूर नहीं किया जाना चाहिये।
  • मौजूदा कानून: धार्मिक रूपांतरणों को प्रतिबंधित या विनियमित करने वाला कोई केंद्रीय कानून नहीं है।
    • हालाँकि वर्ष 1954 के बाद से कई मौकों पर धार्मिक रूपांतरणों को विनियमित करने हेतु संसद में निजी विधेयक पेश किये गए।
    • इसके अलावा वर्ष 2015 में केंद्रीय कानून मंत्रालय ने कहा था कि संसद के पास धर्मांतरण विरोधी कानून पारित करने की विधायी शक्ति नहीं है।
    • वर्षों से कई राज्यों ने बल, धोखाधड़ी या प्रलोभन द्वारा किये गए धार्मिक रूपांतरणों को प्रतिबंधित करने हेतु ‘धार्मिक स्वतंत्रता’ संबंधी कानून बनाए हैं।




क्या हैं वजह

कभी मानवता के नाम पर तो कभी गरीबी और लाचारी का फायदा उठाकर, कभी बहला फुसलाकर तो कभी लव जिहाद के धोखे से हमारे देश में बड़ी तादाद में लोगों को मतांतरित कराया जाता रहा हैं।।




धर्मांतरण बन रहा हैं वैश्विक संकट

भारत में आंतकवाद की बाद धर्मांतरण दूसरी समस्या बनती दिख रही हैं,हाल ही में ओटीटी प्लेटफॉर्म पर आए एक फिल्म के ट्रेलर में 32000 हिंदु लडकियों का जबरिया धर्मांतरण का विषय जोर शोर से उठाया जा रहा हैं



वही दूसरी ओर चीन में जिनपिंग के राष्ट्रपति बनने के पश्चात वन नेशन वन फैमिली प्रोजेक्ट के तहत सुनियोजित ढंग से कम्युनिस्ट नेताओं की मौजूदगी में उइगर मुस्लिम युवतियों का विवाह जबरन हान युवकों से कराया जा रहा हैं।। धर्मांतरण के कारण ही मौजूदा कई देश इस्लामिक,बौद्ध या ईसाईयत देश घोषित हो चुके हैं।।

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