रीवा में आरटीआई दायर करने वाले सामाजिक कार्यकर्ता की हुई मौत, परिजनों ने जताई हत्या की आशंका
मध्य प्रदेश के रीवा में सूचना के अधिकार के तहत पूर्व सरपंचों के भ्रष्टाचार को उजागर करने की कोशिश करने वाले एक सामाजिक कार्यकर्ता की सड़क दुर्घटना में मौत हो गई।
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MP के रीवा में सूचना के अधिकार के तहत पूर्व सरपंचों के भ्रष्टाचार को उजागर करने की कोशिश करने वाले एक सामाजिक कार्यकर्ता की सड़क दुर्घटना में मौत हो गई। मृतक के परिजनों ने इस दुर्घटना को हत्या करार देते हुए दावा किया है कि आरोपियों ने पूरी तरह से योजना बना कर इस घटना को अंजाम दिया है जिससे की मर्डर को सड़क दुर्घटना के तौर पर दर्शाया जा सके।
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दरअसल, रीवा जिले के नईगढ़ी में स्थित बहुती ग्राम निवासी अशोक सिंह एक सामाजिक कार्यकर्ता थे। उन्होंने गाँव के पूर्व सरपंच पर प्रधानमंत्री आवास योजना में भ्रष्टाचार समेत अन्य कई मामलों में भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए उनके ख़िलाफ़ आरटीआई दायर किया था। मृतक के चाचा दद्दू सिंह ने बताया कि 13 फ़रवरी को अशोक को जान से मारने की धमकी मिली थी और 15 फ़रवरी को सुमेदा गांव के पास एक चार पहिया वाहन की टक्कर से उनकी मौत हो गई।
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अशोक सिंह के चाचा दद्दू सिंह ने बहुती ग्राम पंचायत के पूर्व सरपंच राजू सिंह और कैछुआ ग्राम पंचायत के सरपंच रमा पांडे पर आरोप लगाते हुए बताया है कि अशोक इन दोनों के ख़िलाफ़ लगातार जाँच की माँग करते आये हैं। दद्दू सिंह का आरोप है कि राजू सिंह और रमा पांडेय ने सुनियोजित तरीक़े से अशोक की हत्या कराई और उसे हादसे का रूप दे दिया। उन्होंने बताया कि रमा पांडेय के ख़िलाफ़ पूर्व में भी कई आपराधिक मामले दर्ज हैं। वहीं मृतक के पिता ने भी इसे हत्या करार देते हुए मामले में पुलिस से कार्रवाई की माँग की है।