उन्‍होंने कहा कि इसकी प्रक्रिया जल्द प्रारंभ करूंगा। पंचायत सचिव की मृत्यु होने पर उसके आश्रित को अनुकंपा नियुक्ति देने के नियम सरल किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि एक समय था, जब आपका वेतन पांच सौ रुपये था, जिसे बढ़ाकर 1250 रुपये किया और फिर छठवें वेतनमान का लाभ दिया। दिग्विजय सिंह (पूर्व मुख्यमंत्री) ने तो पांच सौ रुपये में रखा था। जब अपना ही ठिकाना न हो, तो काम क्या करेंगे। मैं आपको अधर में नहीं छोड़ूंगा।