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ढाई माह पिछड़ा रीवा- सीधी रेल लाइन प्रोजेक्ट
जून माह में गोविन्दगढ़ तक ट्रेन चलने की उम्मीद रही है कि जून माह के शुरूआत
रीवा : गोविन्दगढ़ में चल रहे धरने की वजह से रीवा-सीधी रेल लाइन प्रोजेक्ट लगभग ढाई माह पिछड़ गया है। रीवा से गोविन्दगढ़ के | बीच ग्रामीणों द्वारा रेल लाइन का काम बंद कराये जाने से रेल लाइन का काम उसी स्थिति में है, जैसे ढाई माह पहले था। बताया गया है कि पूर्व में रेलवे द्वारा फरवरी माह की जानी है। रीवा से गोविन्दगढ़ के बीच ट्रेन चलाये जाने की तैयारी की गई थी। लेकिन रेल लाइन का काम पूरा होता । इसके पहले ही ग्रामीणों ने रीवा से गोविन्दगढ़ के बीच रेल लाइन का काम बंद करा दिया। हालांकि अब उम्मीद की जा रही है की रीवा से गोविन्दगढ़ के बीच ट्रेन का परिचालन शुरू हो सकता है।
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गौरतलब है कि रेलवे में नौकरी की मांग को लेकर गोविन्दगढ़ रेलवे स्टेशन में ग्रामीणों ने धरना दे दिया है। साथ ही रेल लाइन का काम भी बंद करा दिया है। बताया गया है कि रीवा से गोविन्दगढ़ के बीच गिट्टी के तीसरे चरण की पैकिंग साथ ही सिग्नल का काम भी होना है। काम अधूरा होने की वजह से सीआरएस का दौरा भी नहीं हो पाया। रीवा से गोविन्दगढ़ के बीच ट्रेन का परिचालन विलंब होने की वजह से गोविन्दगढ़ से सीधी रेल प्रोजेक्ट में भी देरी हो रही है।
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मई अंतिम में संभावित है सीआरएस का दौरा
एक माह पहले सीआरएस का दौरा निर्धारित किया गया था। लेकिन ग्रामीणों के धरने और रेल लाइन का काम पूरा न हो पाने की वजह से सीआरएस का दौरा टल गया। अब मई माह के अंत में सीआरएस का दौरा होने की संभावना मानी जा रही है। बताया गया है कि रीवा रेलवे स्टेशन में तीसरे प्लेटफार्म के लिये टर्न आउट किया जाना है। साथ ही यहां प्लेटफार्म क्रमांक चार और पांच का निर्माण भी किया जा रहा है। इसके लिये भी सीआरएस का दौरा होना है।
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दस जनवरी से धरने पर बैठे हैं ग्रामीण •
रेलवे में नौकरी की मांग को लेकर गोविन्दगढ़ में ग्रामीण दस जनवरी से धरने पर बैठे हैं। उनका कहना है कि जिन लोगों की जमीन रेल परियोजना के लिये ली गई है। उनके आश्रितों को रेलवे में नौकरी दी जाये। इस संबंध में रेलवे के अधिकारियों और धरने का नेतृत्व कर रहे प्रतिनिधि मण्डल के बीच कई बार चर्चा भी हो चुकी है। लेकिन इसका अभी तक कोई हल नहीं निकला है।