शराब ठेकेदार कर रहे मनमानी, प्रिंट रेट से ज्यादा में बिक रही शराब
Rewa News:जिले के अंदर 77 देशी-विदेशी कम्पोजिट मदिरा दुकानें आबकारी विभाग के मातहत संचालित हैं। ऐसी दुकानों के संचालन के लिए विभागीय स्तर पर नियम बनाए गए हैं ताकि इससे उपभोक्ताओं को दिक्कतें न आए। यहां तक कि शराब बिक्री के लिए दुकानों में रेट लिस्ट लगाए जाने का प्रावधान है लेकिन अधिकतर क्षेत्रों में यह देखने में आ रहा है कि दुकानदार ऐसे नियमों की अनदेखी कर रहे हैं।
इसके बावजूद विभागीय अधिकारी भी अपने नियमों का पालन सही ढंग से नहीं करा पाते। यह स्थिति रीवा शहर से लेकर कस्बाई इलाकों तक की है जहां कि ठेके पर दुकानें संचालित हो रही हैं। परिणामस्वरूप अधिकतर दुकानदार मनमाने दर पर शराब की बिक्री कर रहे हैं।
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ऐसी जगह बोर्ड जहां कोई देखे न
लोगों ने बताया कि एक तो अधिकतर शराब की दुकानों में रेट लिस्ट गायब रहती है या कहीं यदि इसका बोर्ड लगा भी है तो ऐसे स्थान में लगाया जाता है जहां कि आसानी से लोग देख न सकें। ऐसे बोर्ड ओझल रहते हैं। लोगों को स्पष्ट दिखाई नहीं देता। इसी का फायदा ठेकेदार उठा रहे हैं।
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चेतावनी बोर्ड का भी रहता है अभाव
जहां एक ओर अधिकतर शराब की दुकानों में रेट लिस्ट गायब रहती है वहीं चेतावनी बोर्ड भी नहीं लगा रहता। जबकि नियमानुसार दुकानदारों को यह प्रदर्शित करना होता है कि मदिरा पान स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। इस चेतावनी वाले बोर्ड लगाना हर दुकानदार का कर्तव्य है। लेकिन वे अपने कर्तव्यों का पालन सही ढंग से नहीं कर रहे। बताया गया है कि अधिकतर दुकानों में इसका पालन न होने के बावजूद विभागीय स्तर से कोई कार्रवाई नहीं की जा रही।
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नहीं रुक रही प्रिंट रेट से ज्यादा मे शराब की बिक्री
रीवा (Rewa News) मऊगंज वायरल वीडियो में साफ तौर पर उपभोक्ता द्वारा कहा जा रहा है कि सफेद देसी पव्वा में ₹57 का प्रिंट लिखा है लेकिन ₹80 वसूला जा रहा, शराब खरीददार द्वारा प्रिंट रेट के संबंध में विरोध किया गया किंतु बस स्टैंड के अंदर कंपोजिट शासकीय शराब की दुकान में कर्मचारी द्वारा कहा गया कि हम ₹80 में ही देंगे यहां यही रेट है मालिक से बात कर लो ₹57 की जगह ₹80 लिए गए वायरल वीडियो में साफ तौर पर दिखाई दे रहा है कि प्रिंट रेट से ज्यादा मनमानी तरीके से शराब खरीददारों से पैसे वसूले जा रहे हैं
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शराब खरीददार द्वारा यह वीडियो वायरल (viral video) किया गया है शराब दुकान में काम कर रहे कर्मचारी द्वारा धमकी पूर्ण रवैया से कहा गया कि 57 की जगह 80 ही लेंगे मालिक से बात कर लो मालिक यानी ठेकेदार किस तरीके से ठेकेदार की मनमानी से शराब शौकीनों के जेब में डाका डाला जा रहा है ना तो दुकानों में रेट सूची लगी है और ना ही इस संबंध में आपकारी विभाग का कोई नियंत्रण है मऊगंज के शराब उपभोक्ताओं में काफी आक्रोश है उपभोक्ता अधिनियम के तहत कार्यवाही करने की बात कही जा रही है