MP की इस नगर पालिका में अध्यक्ष का इस्तीफा, BJP के सीनियर नेता हैं यहां के MLA
MP News: सागर जिले में आने वाली गढ़ाकोटा नगर पालिका की महिला अध्यक्ष ने पद से इस्तीफा दिया था, जिसे मंजूर कर लिया गया है. यह बीजेपी के सबसे सीनियर विधायक गोपाल भार्गव का शहर है.
मध्य प्रदेश के सागर जिले में आने वाली गढ़ाकोटा नगर पालिका की महिला अध्यक्ष का इस्तीफा मंजूर हो गया है, नगर प्रशासन विभाग ने यहां अध्यक्ष का पद खाली घोषित कर दिया है. जबकि बीजेपी के पास यहां पूर्ण बहुमत है. खास बात यह है कि यह शहर मध्य प्रदेश के पूर्व मंत्री और सबसे सीनियर विधायक गोपाल भार्गव का गृहनगर हैं, ऐसे में यहां के अध्यक्ष पद के इस्तीफे की चर्चा सियासी हलकों में भी हो रही है. माना जा रहा है कि यहां पर जल्द ही नए अध्यक्ष पद के लिए चुनाव होगा.
गोपाल भार्गव का गृह नगर है गढ़ाकोटा
दरअसल, गढ़ाकोटा नगर पालिका पूर्व मंत्री और बीजेपी विधायक गोपाल भार्गव का गृहनगर भी है. नगरीय निकाय चुनाव के वक्त बीजेपी को यहां पूर्ण बहुमत मिला था. जिसके बाद दीपा दिनेश लहरिया को अध्यक्ष बनाया गया था. लेकिन पिछली 5 तारीख को उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था, जिसमें उन्होंने पारिवारिक जिम्मेदारियां और स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए इस्तीफआ देने की बात कही थी. अब नगरीय प्रशासन विभाग ने उनका इस्तीफा मंजूर कर लिया है. हालांकि उन्होंने अपने पार्षद पद से त्यागपत्र नहीं दिया है, जिसका उल्लेख उन्होंने नगर पालिका सीएमओ को सौंपे अपने इस्तीफे में भी किया है.
गोपाल भार्गव बीजेपी के सीनियर नेता हैं ऐसे में अध्यक्ष के इस्तीफे के बाद इलाके में सियासी चर्चाएं जोरो पर हैं. हालांकि राजनीतिक गलियारों में यह भी चर्चा है कि नगरीय निकाय चुनाव के वक्त यह तय हुआ था कि पांच साल के कार्यकाल में दो अध्यक्ष बनेंगे. ऐसे में माना जा रहा है कि अब यहां दूसरा अध्यक्ष चुना जाना है, इसलिए अब नए अध्यक्ष पद का चुनाव पार्षद मिलकर करेंगे.
गढ़ाकोटा के सभी 23 वार्ड में जीती थी बीजेपी
बता दें कि सागर जिले की गढ़ाकोटा नगर पालिका में 23 वार्ड आते हैं. 2 साल पहले हुए नगरीय निकाय चुनाव में बीजेपी ने यहां के सभी 23 वार्डों में जीत हासिल की थी. कांग्रेस को एक भी वार्ड में जीत नहीं मिली थी. ऐसे में बीजेपी के पास यहां पूर्ण बहुमत है, जिसके बाद अगला अध्यक्ष भी यहां बीजेपी का बनेगा. लेकिन बीच कार्यकाल के दौरान अध्यक्ष का इस्तीफा होने से यह चर्चा प्रदेश और जिले की सियासत में जरूर हो रही है.