(Rewa): रीवा जिले की प्रमुख विधानसभा सीटों में से एक सिरमौर विधानसभा की सीट है जहां से लगातार दो बार  से विधायक दिव्यराज सिंह  हैं, जो भारतीय जनता पार्टी से अपना ताल्लुक रखते हैं तथा तीसरी बार अपनी दावेदारी पेश करेंगे।

जैसा कि इस बार कयास लगाया  जा रहा है कि शायद मध्य प्रदेश में कांग्रेस अपनी  सरकार बनाने में सफल हो जाये, ऐसे में कांग्रेस के अंदर टिकट बंटवारे को लेकर काफी उठापटक मचा हुआ है। एक  सीट में 4 से 5 प्रत्याशी मैदान में दिख रहे हैं ऐसे ही सिरमौर विधानसभा क्षेत्र में भी लगभग 4  प्रत्याशी अपनी दावेदारी पेश कर रहे हैं अब देखना दिलचस्प होगा कि किसके सर कांग्रेसका सेहरा बंधेगा  हालांकि अभी तक तो यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि कौन कांग्रेस से सिरमौर विधानसभा का उम्मीदवार होगा परंतु ऐसा माना जा रहा है कि यदि बीजेपी क्षत्रिय  को टिकट देती है तो संभवत कांग्रेश ब्राम्हण उम्मीदवार को टिकट देगी।

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ये है दावेदार सिरमौर विधानसभा

गिरीश सिंह सिरमौर

गिरीश सिंह जो की रीवा जिले के कांग्रेस कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष है, अपने आप को प्रबल दावेदार के रूप में देख रहे है इसीलिए इस समय लगातार क्षेत्र में भ्रमण करते हुए पकड़ बनाने की कोशिस में है। हालाँकि ऐसा मन जा रहा है की बीजेपी दिव्यराज सिंह को मैदान में उतारती है तो कांग्रेस ब्राह्मण उम्मीदवार की तरफ रुख करेगी, गिरीश सिंह ठहरे ठाकुर इस वजह से मामला पेचीदा दिख रहा है।

चक्रधर सिंह

कांग्रेस के जिला अध्यक्ष रह चुके चक्रधर सिंह वर्तमान में करणी सेना के संभाग संरक्षक के तौर पर अपनी सेवा दे रहे है, इनके पुत्र अमित सिंह सरपंच संघ जवा के अध्यक्ष है। चक्रधर सिंह लगातार सिरमौर क्षेत्र में संघर्ष कर रहे है परन्तु कांग्रेस आलाकमान उनको नज़रअंदाज़ कर रही है। पहले भी उनका दर्द छलका था की सिरमौर विधानसभा क्षेत्र में बाहरी उम्मीदवार को टिकट दिया जाता नाकि इस विधानसभा के निवासी को। बहरहाल इस बार भी भले ही वो अपनी दावेदारी पेश कर रहे हो परन्तु उनको टिकट मिलने के आसार नहीं दिख रहे।

रमेश पटेल

कांग्रेस के राज्यसभा सांसद राजमणि पटेल के बेटे रमेश पटेल भी अपनी दावेदारी पेश कर रहे हैं आपको बता दें राजमणि पटेल जो कि रीवा जिले से कांग्रेस के राज्यसभा सांसद हैं वह अपने बेटे को सिरमौर विधानसभा से विधायकी का चुनाव लड़ाने के लिए पुरजोर तरीके से प्रयास कर रहे हैं लगातार देखा जा रहा है कि रमेश पटेल सिरमौर विधानसभा में अपनी उपस्थिति दर्ज कर रहे हैं, हालांकि ऐसा माना जा रहा है कि इनके पिताजी राज्यसभा सांसद हैं तो इनको टिकट मिलने की संभावना ज्यादा हो सकती है।

सिद्धार्थ तिवारी
सिरमौर विधानसभा कभी श्रीनिवास तिवारी की सीट हुआ करती थी, आज भी देखा जा रहा है की उनके ही परिवार के सदस्य इस क्षेत्र में अपनी पकड़ बनाये हुए है । यह तो तय है  बीजेपी दिव्यराज सिंह को ही अपना उम्मीदवार बनाएगी तो कांग्रेस ब्राह्मण उमीदवार की और ही  रुख करेगी। अब देखना दिलचस्प होगा कि क्या पूर्व सांसद प्रत्याशी सिद्धार्थ तिवारी राज को सिरमौर क्षेत्र से टिकट दी जाएगी हालांकि उनको  टिकट मिलना तो तय है अब यह तो वक्त ही बताएगा कि रीवा जिले की किस विधानसभा से सिद्धार्थ तिवारी अपनी दावेदारी पेश करेंगे।

 

बहरहाल सिरमौर की जनता दिव्यराज सिंह के अलावा  किसी और को विक्लप नहीं मानती। यदि बीजेपी विरोध की लहार चल पड़ेगी तो संभव है कांग्रेस की जीत हो, किन्तु ऐसा कई बार देखा गया है कि कांग्रेस अपने ही कार्यकर्ताओं द्वारा भितरघात की शिकार हुए है। खैर सिरमौर विधानसभा के निवासियों का कहना है की कांग्रेस के किसी भी कैंडिडेट के पास इतनी क्षमता नहीं है की वो दिव्यराज सिंह को हरा सके।

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