कमिश्नरी बेअसर, शहर में लूट, गोलीकांड, अंधेकत्ल की वारदातें हो रहीं लगातार
इंदौर. अपराध की रोकथाम के लिए लागू हुई कमिश्नर प्रणाली (Commissionerate Indore) का असर शहर में नजर नहीं आ रहा। अंंधेकत्ल, लूट, गोलीकांड जैसी वारदातें लगातार हो रही हैं। वारदातों पर अंकुश लगाने के उद्देश्य से बदमाशों को जेल पहुंचाने के साथ ही अवैध रूप से बनाई गई संपत्ति को जमींजोद करने की की कार्रवाई पुलिस ने बीच में शुरू की थी, लेकिन इसकी फाइल भी दबा दी गईं। बदमाशों की कुंडली के साथ उनकी अवैध संपत्ति की फाइलें भी दबा दी गई हैं। बदमाशों पर कड़े प्रहार के लिए अवैध कब्जे, मकान-दुकान तोड़ने की कार्रवाई इंदौर में शुरू हुई तो अपराध रोकने के लिए यूपी, पंजाब जैसे प्रदेेशों में भी इसका अनुसरण हुआ। करीब 4 साल पहले इंदौर में सख्ती के साथ अभियान की शुरुआत हुई। 50 से ज्यादा बदमाशों के अवैध मकान, दुकान तोड़ने की कार्रवाई की गई थी।
20 मकानों को जारी हुए थे नोटिस
पुलिस ने एमडी ड्रग की तस्करी के साथ ही देह व्यापार, मानव तस्करी, हत्या की वारदातों में शामिल आदतन अपराधियों की लिस्ट बनाई थी। विजयनगर इलाके में शराब ठेकेदार पर गोली चलाने के बाद हेमू ठाकुर के बाणगंगा इलाके के मकान, सतीश भाऊ के नजदीकी रिश्तेदारों के भमोरी व हीरानगर इलाके के मकान, मादक पदार्थ तस्कर अदनान के एमआइजी स्थित संपत्ति, शूटर ऋतिक के मकान सहित करीब 20 बदमाशों के मकानों की सूची बनाकर नगर निगम को दी गई। निगम ने एक साल पहले नोटिस जारी किए तो खलबली मच गई थी। एक आरोपी के रसूखदार मंत्री के नजदीकी होने से मामला अटका तो इसके बाद सभी की फाइलें ही बंद कर दी गईं। पुलिस अब हीरानगर इलाके में हुए अनिल दीक्षित हत्याकांड के आरोपियों, आजादनगर व खजराना में गोली चलाकर सोशल मीडिया पर दहशत फैलाने वाले आरोपियों की संपत्ति तोड़ने के साथ ही कार्रवाई फिर शुरू कराने की तैयारी में है।
इन बदमाशों के खिलाफ हो चुकी प्रभावी कार्रवाई
प्रशासन व नगर निगम के साथ मिलकर गैंगस्टर सतीश भाऊ, युवराज उस्ताद, हेमंत यादव के मकानों पर कार्रवाई की गई थी। नोटिस जारी कर जवाब लेने के बाद इन बदमाशों के साथ ही विष्णु बम-बम, रसूल उर्फ टुंडा, वसीम, सागर जैन, मुख्तियार के कई कब्जों को तोड़ा गया। इसका असर रहा कि गैंगस्टर भूमिगत हो गए और अपराध में कमी दर्ज की गई थी।
पुलिस कमिश्नर हरिनारायणाचारी मिश्र का कहना है कि अपराधों में लिप्त बदमाशों की अवैध संपत्ति, मकान तुड़वाने का अभियान फिर से शुरू किया जाएगा। प्रशासन को जल्द ही नए सिरे से लिस्ट भेजेंगे। कुछ नाम पहले भी भेजे हैं, उन पर भी जल्द कार्रवाई कराने के लिए बात करेंगे।