चले मुरारी नेता बनने ,स्वयंभू नेता की ओछी मानसिकता
अपना उल्लू सीधा करने के लिए घिनौनी राजनीति कहां तक जायज?

आज बात करेंगे एक ऐसे व्यक्ति के बारे में जो अपना स्वार्थ सिद्ध करने के लिए मारीच की तरह माया रचते कई‌ बार देखें गये है ,
लेकिन ये पब्लिक है सब जानती है

रीवा जिले के नईगढ़ी जनपद अध्यक्ष पति अगस्त क्रांति मंच के संयोजक कुंजबिहारी तिवारी की, जो अपना  राजनीतिक रोटी सेकने  करने के लिए हर जगह कालनेमी की तरह माया रचने से नहीं चुकते, यहां तक की कई‌ बार किसी दुर्घटना में मृतक के परिजनों को आगे करके अपनी राजनीति चमकाने की कोशिश करते देखे गए

इसी स्तरहीन ‌राजनीति और छुद्ब मानसिकता के चलते जनपद चुनाव में जनता ने इन्हें नकार दिया, लेकिन धनबल और कालनेमी की तरह माया के चलते अपनी धर्म पत्नी को चुनाव जिता ले गए और मिडिया सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार लगभग करोड़ रुपए खर्च करके जनपद अध्यक्ष भी बनाने में सफल रहे
अब विचारणीय बात यह रही कि जो व्यक्ति करोड़ रुपए खर्च कर के अध्यक्ष बनेगा तो वह कितनी इमानदारी से काम करेगा?
अध्यक्ष की कुर्सी संभालते ही प्रत्येक पंचायतो में चल रहे मनरेगा के कार्यों में अपनी और अपने करीबियों की जेसीबी लगाने का दबाव बनाने लगे, इसकी शुरुआत ग्राम पंचायत हडिया से हुई

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यही से वर्तमान जनपद सीईओ और अध्यक्ष के बीच मतभेद शुरू हो गया, और‌ जनपद सीईओ शैलेश पांडे और सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार अंततः अपने करिंदे के हाथ से षड्यंत्र पूर्वक जनपद सीईओ को लोकायुक्त से ट्रैप करवाया !

नईगढ़ी अंतर्गत 76 पंचायतों के विकास में ग्रहण बने स्वयंभू नेता

जनपद नईगढ़ी सीईओ शैलेश पांडे के लोकायुक्त में ट्रैक होने के उपरांत नईगढ़ी में त्योथर के सीईओ राहुल पांडे आए जो महज 1 माह तक ही जनपद में रहे इसके बाद जिला पंचायत रीवा से योगेंद्र पांडे को नईगढ़ी का प्रशासकीय प्रभार सौंपा गया एवं वित्तीय प्रभार मऊगंज सीईओ को सौंपा गया जो 1 महीने के अंदर ही गुना जिले में अटैच कर लिए गए एवं जिला पंचायत के एडिशनल सीईओ एबी खरे को नईगढ़ी का प्रभार सौंपा गया। उपरोक्त अधिकारियों से सेटिंग ना बनने के कारण कठपुतली अध्यक्ष और उनके पति के बीच लगातार मतभेद चलते रहे!

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शैलेश पांडे लोकायुक्त में ट्रैप हुए तब से आज दिनांक तक समूचे नईगढ़ी की 76 पंचायत के सरपंच सचिव ग्राम पंचायत के कार्य को सुचारू रूप से करने का प्रयास तो कर रहे हैं परंतु बार-बार सीईओ के बदले जाने से जनपद नईगढ़ी की सभी ग्राम पंचायतों की स्थिति अत्यंत खराब है
लगभग 3 महीने से पेंशन के प्रकरण सीईओ के डीएससी न बन पाने के कारण अटके हुए हैं

इसी तरह सरकार के 15 वें वित्त आयोग से आने वाली राशि जो ग्राम पंचायत के विकास में खर्च होती है वर्तमान सीओपीडी 8015 में वित्त होटल में रजिस्टर्ड ना होने के कारण जिन ग्राम पंचायत सचिवों की डीएससी की वैलिडिटी खत्म हो गई है उनकी भी डीएससी पोर्टल पर रजिस्टर्ड नहीं हो पा रही है जिससे ग्राम पंचायत के सभी पक्के निर्माण कार्य बाधित है।

5 जून के बाद बरसात दस्तक दे देती है इसलिए पक्के निर्माण कार्य जैसे नाली निर्माण पीसीसी निर्माण सोख्ता गड्ढा निर्माण नाडेप निर्माण जैसे कार्य के लिए ना तो मटेरियल स्मार्ट पर जा पाता और ना ही बारिश की वजह से कोई कार्य हो पाता अब सोचने वाली बात यह है कि नईगढ़ी जनपद पंचायत के विकास में किसकी नजर लग गई है जिसकी वजह से नईगढ़ी जनपद की सभी पंचायतों में ग्रहण पड़ गया है ।

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आम जनमानस को बरगला कर गरीबों की हक की लड़ाई लड़ने का स्वांग रच कर विधायक बनने का सपना देखने वाले स्वयंभू नेता सिर्फ राजनीति में अपना उल्लू सीधा करने में व्यस्त हैं, गरीबों के हक की लड़ाई लड़ने का ढोंग रचाने वाला कालनेमि खुद अपने ग्राम पंचायत रामपुर में जेसीबी से अमृत सरोवर का निर्माण करवाये है,जिसमें केपी कांट्रेक्शन की जेसीबी लगाई गई
हाथी के दांत दिखाने के कुछ और खाने के कुछ और

विकास ढूंढो यात्रा पर भी लोगों ने खड़े किए सवाल ?

कुछ महीने पूर्व नईगढ़ी जनपद अध्यक्ष पद के द्वारा नईगढ़ी जनपद क्षेत्र के सभी ग्राम पंचायतों में विकास ढूंढो यात्रा का स्वांग रचा गया जिसमें जनपद अध्यक्ष पद में खर्च किए गए राशि की भरपाई के लिए की ग्राम पंचायतों में पदस्थ सचिव और जीआरएस के ऊपर दबाव बनाया गया, जिन ग्राम पंचायतों में सही कार्य हुए भी वहां भी सेटिंग ना बनने पर स्वीकृत राशि को ज्यादा बताकर पंचायत कर्मियों को जलील करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी

एकोहम द्वितीयो नास्ति

इस स्तरहीन और  बहुरूपिया राजनीति के चलते नईगढ़ी तहसील परिसर में हाल ही में दिए गए धरने पर जन समर्थन ना के बराबर रहा, कई बार प्रशासनिक अधिकारियों से निवेदन किया गया कि किसी भी प्रकार एक बार धरना स्थल पर आ जाएं तो हमारी इज्जत पर बच जाए , 20 सूत्रीय मांग में से कितनी मांग पूरी हुई इससे सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है

कैसे बने केपी कांट्रेक्शन के मालिक ?

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार केपी कांट्रेक्शन के मालिक नईगढ़ी जनपद अध्यक्ष पति कुंजबिहारी तिवारी है ?

पूर्व में केपी कांट्रेक्शन के मालिक सतना के एक प्रतिष्ठित व्यवसाई थे, सूत्रों से मिल रही जानकारी के अनुसार उन्होंने सुसाइड कर लिया और वर्तमान में इस कंस्ट्रक्शन कंपनी के मालिक कुंजबिहारी तिवारी हैं ?
कैसे बने केपी कांट्रेक्शन के मालिक इसका खुलासा अगले अंक में ?

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