क्या करें सावधानी बरतें लू से बचें
अधिक परिश्रम के बीच में आराम भी करें।
• घर से बाहर निकलते समय गमछा, टोपी, चश्मा एवं छाते का उपयोग करें।
• हल्के रंग के ढीले सूती कपड़े पहनें तथा कड़ी धूप से बचें।
• पर्याप्त मात्रा में तरल पेय पदार्थ जैसे छाछ, लस्सी, नमक-चीनी का घोल, नींबू का पानी एवं आम के पने का सेवन करें। प्यास की इच्छा न होने पर भी बार-बार पानी पीएं।
• निर्जलीकरण से बचने के लिए ORS घोल का सेवन करें।
• यात्रा करते समय पानी हमेशा साथ में रखें।
• संतुलित हल्का व नियमित भोजन करें।
• खाना बनाते समय खिड़की-दरवाजे एवं रात को खिड़कियां खुली रखें।
• जिन खिड़कियों और दरवाजों से गर्म हवा आती है, उन पर रिफ्लेक्टर जैसे – एल्युमिनियम, पत्री, गत्ते या काले पर्दे लगाएं।
• वृद्धों, बच्चों एवं गर्भवती महिलाओं का विशेष ध्यान रखें।
• घर की छत पर चूना/सफेद रंग का पेन्ट करें।
जहां तक संभव हो घर में ही रहें और सूर्य के सम्पर्क से बचें।
स्थानीय मौसम के पूर्वानुमान को सुनें और आगामी तापमान में होने वाले परिवर्तन के प्रति सतर्क रहें।
• लू लगने के लक्षणों को पहचानें। यदि कमजोरी लगे, सिरदर्द हो, उल्टी महसूस हो, मांसपेशियों में ऐंठन हो और चक्कर आए, तो तुरन्त डॉक्टर को दिखाएं।
• लू से प्रभावित व्यक्ति को छाया में लिटाकर सूती गीले कपड़ों से पोछे अथवा नहलाएं या शरीर के ऊपर पानी का स्प्रे करें।
आपात स्थिति से निपटने के लिए प्राथमिक उपचार का प्रशिक्षण लें।
जानवरों को छाया में बांधे और उन्हें पर्याप्त पानी पिलाएं।
क्या न करें
• चाय, काफी एवं Swipe up for शराब का सेवन का सेवन न करे। filters तेज धूप में बाहर न निकलें।
अधिक गर्मी में व्यायाम न करें। धूप में खड़े वाहनों में बच्चों एवं पालतू जानवरों को न छोड़ें।