भोपाल एमपी में दो पार्टियों के बीच घमासान में तीसरी पार्टी की धमाकेदार एंट्री
दिल्ली, पंजाब, हिमाचल प्रदेश, गुजरात जैसे राज्यों के बाद आम आदमी पार्टी का काफिला मध्य प्रदेश जा पहुंचा है. मध्य प्रदेश ऐसा राज्य हैं जहां कांग्रेस और भाजपा ही अदल-बदलकर सत्ता में आती है.
ऐसे में लोगों को लगता है अब चुनावी रण में आम आदमी पार्टी की एंट्री से जनता को एक नया विकल्प मिल गया है.कुछ विश्लेषकों का मानना है कि ‘आप’ पार्टी के मध्य प्रदेश से चुनाव लड़ने से भाजपा के लिए राह आसान ही होगी, वहीं वे ये भी कहते हैं कि इससे यहां की दो मुख्य पार्टियों से नाराज़ लोगों को तीसरा विकल्प भी मिलेगा.’ सब से बड़ी बात ये है कि ‘आप’ का जो एजेंडा है वो कांग्रेस के अनुरूप ही है और काफ़ी आकर्षक भी है.
वे कहते हैं, ‘ अभी तक की दलीय स्थिति में हमने प्रदेश की सीमा से लगे इलाके में ही नई पार्टियों का असर देखा है, लेकिन ‘आप’ पूरी तरह से शहरी पार्टी है और किसी को भी आकर्षित करने का माद्दा रखती है.
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उनके मुताबिक़, “आप प्रदेश में भाजपा और कांग्रेस से नाराज़ मतदाताओं के लिए एक तीसरा विकल्प भी उपलब्ध कराता है जो पहले यहां के लोगों के पास नहीं था.’ हालांकि उनका ये भी मानना है कि इन पार्टियों के आने से सत्तारूढ़ भाजपा की राह आसान हो रही है।
रिपोर्ट: प्राप्ति तिवारी