भाजपा समर्थक कार्यकर्ताओं के हमले में घायल सुंदरिया आदिवासी की हालत गंभीर, जबलपुर रेफर

कांग्रेस समर्थक आदिवासी नेता सुंदरिया आदिवासी पर बीती रात भाजपा प्रत्याशी के समर्थकों ने किया था हमला

रीवा। जिला पंचायत की सदस्य और कांग्रेस नेत्री सुंदरिया आदिवासी को गंभीर हालत में जबलपुर के लिए रेफर कर दिया गया है उनकी हालत गंभीर बताई गई है। यह हमला सिमरिया भाजपा प्रत्याशी केपी त्रिपाठी के खास समर्थकों द्वारा किया गया था इस घटनाक्रम के बाद रीवा जिले का राजनीतिक पारा गरम हो गया है।

उल्लेखनीय है कि बीती बुधवार की रात लगभग 9:00 बजे के आसपास बरा गांव में सुंदरियां आदिवासी पर तब हमला किया गया था जब वह चुनावी सिलसिले में ही गांव गई हुई थी। उनके साथ तीन-चार अन्य महिला प्रचारक भी साथ थी । इस घटनाक्रम के बारे में बताया गया है कि उनकी गाड़ी में तोड़फोड़ करते हुए सुंदरिया आदिवासी के साथ मनीष शुक्ला सिद्धू तथा केपी त्रिपाठी के भाई नीतू त्रिपाठी समेत अन्य दर्जन भर से ज्यादा लोगों ने हमला बोला था। इन लोगों को इस बात की शंका थी कि कांग्रेस नेत्री सुंदरिया आदिवासी इस गांव में पैसा बांटने आई हुई है। इसीलिए पहले उन्होंने तलाशी ली थी और कर से जब सुंदरिया आदिवासी उतर नहीं रही थी तो उन्हें झटके से उतारने का प्रयास किया गया , बाद में धक्का दे दिया गया था जिससे वह गिर गई थी। इसके बाद वह बेहोश हो गई थी और लोगों ने उन्हें विश्वविद्यालय थाना पहुंचाया था, काफी मशक्कत के बाद पुलिस ने रिपोर्ट लिखी थी। तत्पश्चात कांग्रेस नेत्री सुंदरिया आदिवासी को अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन सुबह 11:00 बजे तक जब उनकी हालत में सुधार नहीं हुआ तो अस्पताल प्रबंधन ने उन्हें जबलपुर के लिए रेफर कर दिया है। इस घटनाक्रम के पश्चात कांग्रेस कार्यकर्ताओं में जमकर आक्रोश है वहीं दूसरी ओर आदिवासी समाज में आक्रोश की स्थिति बन गई है।

सबसे बड़ी बात तो यह है कि आदिवासी महिला नेत्री के साथ इतनी बड़ी घटना होने के बावजूद अभी तक पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं की है। वहीं कांग्रेस से जुड़े लोगों का कहना है कि जब इन पर स्थितियों में पुलिस द्वारा कोई कार्यवाही नहीं की जाएगी तो प्रशासनिक अधिकारियों से पारदर्शी कार्यवाही की अपेक्षा भी नहीं की जा सकती।

उधर कांग्रेस प्रत्याशी अभय मिश्रा ने घटना की निंदा करते हुए कहा कि भाजपा प्रत्याशी और उनके समर्थक हार का अंदाजा लगा चुके हैं इसलिए वह काफी बौखला गए हैं और इस तरह के अपराधिक कृत्य कर पूरे क्षेत्र में एक बार फिर भय आतंक का माहौल पैदा कर रहे हैं ताकि लोग भयभीत होकर भाजपा के सपोर्ट में मतदान करें।

यहां यह भी उल्लेखनीय है कि कल बुधवार को मनीष शुक्ला उर्फ सिद्धू ने सुबह एक पूर्व सरपंच पर प्राण घातक हमला किया था वहीं शाम को आदिवासी महिला नेत्री सुंदरिया आदिवासी पर हमला बोल दिया। दोनों मामलों में पुलिस ने अभी तक केवल रिपोर्ट दर्ज की है , कार्रवाई करने की हिम्मत नहीं जुटा पाई।

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