मध्य प्रदेश मानसून- मध्य प्रदेश के 20 जिलों में तूफानी बारिश होगी, 8 जिलों में बाढ़ का खतरा

भारत मौसम विज्ञान विभाग के अधिकारी एवं वैज्ञानिक चिंता में है। मध्यप्रदेश के आसमान में विपरजॉय तूफान के कारण पैदा हुए बादलों का जमघट बढ़ता चला जा रहा है। मध्य प्रदेश के 20 जिलों के आसमान पर घने बादल दिखाई देने लगे हैं। इन सभी जिलों में मूसलाधार बारिश का खतरा है। इनमें से 8 जिले ऐसे हैं जहां पर यदि लगातार 1 घंटे बारिश हुई तो नदी नालों में बाढ़ आ जाएगी। निचले इलाकों में पानी भर जाएगा और सड़कें पानी में डूब जाएंगी।

मध्य प्रदेश मौसम का पूर्वानुमान

मौसम केंद्र भोपाल के अनुसार दतिया, भिंड, मुरैना एवं श्योपुर में भारी से अति भारी बारिश होने की संभावना है। यहां 50 किलोमीटर प्रति घंटा की स्पीड से आंधी चल सकती है। यानी यदि बारिश हुई तो आम जनजीवन का अस्त व्यस्त हो जाने की पूरी संभावना है। इसके अलावा ग्वालियर, निवाड़ी, गुना एवं शिवपुरी जिलों में भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया गया है। इन इलाकों में भी 50 किलोमीटर प्रति घंटा की स्पीड से आंधी चलने की संभावना है। पन्ना, दमोह, छतरपुर, सागर एवं टीकमगढ़ में तेज आंधी चलेगी और उसके साथ कुछ इलाकों में बारिश हो सकती है। नर्मदा पुरम, हरदा, बैतूल, भोपाल, रायसेन, विदिशा एवं सीहोर जिलों में आंधी के साथ बारिश हो सकती है।

मध्यप्रदेश में विपरजॉय के बादल कब तक रहेंगे

भारत मौसम विज्ञान विभाग के वैज्ञानिकों का कहना है कि 23 जुलाई तक चिंताजनक स्थिति बनी रहेगी। आसमान में बादलों की संख्या लगातार बढ़ रही है और काफी दूर तक बादल दिखाई दे रहे हैं जो मध्यप्रदेश की तरफ बढ़ रहे हैं। यानी 23 जुलाई की शाम तक ऊपर लिखे गए जिलों में कहीं भी अचानक बारिश हो सकती है। नागरिकों को चाहिए कि वह सावधान रहें और किसी भी प्रकार का जोखिम ना लें। सभी जिलों के कलेक्टरों को अलर्ट भेजा जा चुका है। मौसम खराब होने की स्थिति में ऐसे सभी स्थानों एवं रास्तों को ब्लॉक कर दिया जाना चाहिए जहां पर मूसलाधार बारिश के कारण उनकी जान को खतरा हो सकता है।

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