रीवा न्यूज़ : रीवा जिला शिक्षा अधिकारी के मनमानी से शिक्षको का रुका वेतन,गर्मी में बेहाल शिक्षक

नहीं सुधर रही रीवा जिले की शिक्षा व्यवस्था ,वेतन ना मिलने पर गर्मी में बेहाल शिक्षक

रीवा जिला शिक्षा अधिकारी हमेशा चर्चा में रहते हैं, इस दफ़े इन्होंने मुख्यमंत्री के निर्देश के विरुद्ध ही आदेश कर दिया है । मामला यह रहा कि सी एम राइज विद्यालय के मऊगंज के व्याख्याता शत्रुघ्न मिश्रा को विकास खंड शिक्षा अधिकारी बनाया गया है । जबकि विकास खण्ड में इनसे वरिष्ठ कई प्राचार्य पदस्थ हैं जिन्हें यह दायित्व दिया जा सकता था । पहले आदेश में विकास खंड शिक्षा अधिकारी मऊगंज का प्रभार सीएम राइज विद्यालय मऊगंज में पदस्थ शत्रुघ्न प्रसाद मिश्रा व्याख्याता का विकास खंड शिक्षा अधिकारी नियुक्त किया गया



उसी आदेश के कारण नंबर आठ में यह आदेशित किया गया कि विकासखंड में पदस्थ बाबू राजाराम गुप्ता वेतन संबंधित कार्यों को संपादित कराएं लेकिन विकास खंड मऊगंज में राजाराम गुप्ता पदस्थ ही नहीं है ?



Rewa : दस करोड़ के घोटाले में जल संसाधन विभाग के नौ अफसरों पर FIR



वर्तमान में राजा राम गुप्ता सीएम राइज विद्यालय मऊगंज में पदस्थ हैं यह आदेश भी कहीं न कहीं भ्रष्ट अधिकारियों की पोल खोलती  नजर आ रही है

जिस प्रभाव को राजाराम गुप्ता को सौंपा गया है यह प्रभार विकास खंड कार्यालय में पहले से ही पदस्थ दो बाबू कार्यरत हैं जिसमें ज्ञानेंद्र प्रसाद द्विवेदी एवं प्रदीप कुमार चौबे कार्यरत हैं लेकिन जिला शिक्षा अधिकारी के मनमानी आदेश में दिए गए राजाराम गुप्ता जो किसी अमराजी पदस्थ है आदेश में दिया गया है कि विकास खंड कार्यालय में पदस्थ है

मुख्यमंत्री के आदेश को नही मानते जिला शिक्षा अधिकारी रीवा

पहले भी राजाराम गुप्ता के ऊपर कई आरोप लग चुके हैं इसमें गोलमाल कर उनके द्वारा भ्रष्टाचार किया गया है इस भ्रष्टाचार के चक्रव्यूह में मऊगंज विकासखंड अंतर्गत समस्त कर्मचारियों का वेतन माह मार्च 2023 कर्मचारियों को प्राप्त नहीं हुआ है पिछले माह में कर्मचारियों का वेतन आयकर में चला गया  और इस माह का भी वेतन प्राप्त ना होने से कर्मचारियों को आर्थिक तंगी से जूझना पड़ रहा है।



मध्य प्रदेश की शिवराज सिंह चौहान सरकार द्वारा भारत सरकार की नई शिक्षा पॉलिसी के तहत आधुनिक शिक्षा को बढ़ावा देने तथा शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार करने हेतु सीएम राइज स्कूल योजना की शुरुआत की गई है। इस योजना के तहत 9200 सीएम राइस स्कूल पूरे राज्य में खोले जाने की बात सरकार द्वारा कही गई.जिसके तहत अनेक स्तर में बेहतर विद्यालय एवं योग्य शिक्षकों की टीम तैयार की गई है । मुख्यमंत्री शिवराज सिंह की मन्सा है कि प्रदेश के बेटा-बेटी अच्छे और योग्य शिक्षकों से बेहतर संसाधन एवं व्यवस्था में शिक्षा पाएं ।

Rewa News : आग की चिनगारी से रीवा के दो किसानों को किया बर्बाद,घर गृहस्थी राख 
प्रदेश के मुख्यमंत्री के यह निर्देश भी रहे हैं कि सीएम राइज स्कूल के शिक्षकों को कोई अन्य कार्य न दिए जाएं । लेकिन जिला शिक्षा अधिकारी रीवा ने मुख्यमंत्री के निर्देशों की अवहेलना करते हुए सीएम राइज के व्याख्याता को BEO का प्रभार देकर उनके शैक्षणिक कार्य को प्रभावित करने का कार्य किया है



सीएम राइज योजना की शुरुआत मध्य प्रदेश सरकार द्वारा की गई. जिसके द्वारा स्कूली शिक्षा में नवीन संशोधन का समावेश, आधुनिककरण, बच्चों का सर्वांगीण विकास, स्कूलों की संरचना में व्यापक सुधार, बच्चों की शिक्षा एवं अन्य गतिविधियों में जागरूकता बढ़ाने का उद्देश्य शामिल है । यह सभी उद्देश्य अच्छे और समर्पित शिक्षक के द्वारा ही पूर्ण हो सकते हैं । जिला शिक्षा अधिकारी रीवा का यह निर्णय कहीं न कहीं सीएम राइज स्कूल के उद्देश्य को प्रभावित करता है ।

MP News: लगभग ढाई हज़ार बहनों नें मामा शिवराज सिंह से लगाई गुहार! प्रशासन के हाथ पाँव फुले



राज्य में इन स्कूलों को चार स्तर पर तैयार किया गया है । इन सभी स्कूलों में पढ़ाने के लिए शिक्षकों को परीक्षा के आधार पर चयनित किया गया । नियमित वेतन से भी अधिक वेतन इस योजना के तहत शिक्षकों को दिए जाने की व्यवस्था है । प्रबाधान यह भी है कि स्कूल के परिसर जुड़े क्षेत्र में ही शिक्षकों को मकान दिया जाएगा ताकि उन्हें स्कूल में आने जाने के लिए कोई समस्या ना हो। वो निर्बाध रूप से अध्यापन कार्य करें । लेकिन जब सीएम राइज स्कूल के शिक्षक BEO का दायित्व सम्हालेंगे तो वह अध्यापन कब करेंगे ?

आदेश




Rewa News: रीवा में चलाया जा रहा NO थू थू अभियान ! जाने क्या है मामला



स्थानीय जन का मानना है कि वरिष्ठ प्राचार्य को नजरअंदाज करके शत्रुघ्न प्रसाद मिश्रा को BEO बनाने के पीछे जिले के बड़े माननीय का हाथ है ? उन्ही के संरक्षण में यह कार्य हुआ है! वही लोग प्रश्न यह खड़ा कर रहे कि हमारे बच्चों को बेहतर शिक्षा मिले इसके लिए मुख्यमंत्री जी सतत प्रयास कर रहे और जिले के माननीय और जिला शिक्षा अधिकारी मिलके मुख्यमंत्री के निर्देशों का मजाक बना रहे हैं । जिला शिक्षा अधिकारी के इस आदेश के बाद आगे वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा क्या कार्यवाही होती है यह वक्त बताएगा ?

 

ना मिलने पर गर्मी में बेहाल शिक्षक

रीवा जिला शिक्षा अधिकारी हमेशा चर्चा में रहते हैं, इस दफ़े इन्होंने मुख्यमंत्री के निर्देश के विरुद्ध ही आदेश कर दिया है । मामला यह रहा कि सी एम राइज विद्यालय के मऊगंज के व्याख्याता शत्रुघ्न मिश्रा को विकास खंड शिक्षा अधिकारी बनाया गया है । जबकि विकास खण्ड में इनसे वरिष्ठ कई प्राचार्य पदस्थ हैं जिन्हें यह दायित्व दिया जा सकता था । पहले आदेश में विकास खंड शिक्षा अधिकारी मऊगंज का प्रभार सीएम राइज विद्यालय मऊगंज में पदस्थ शत्रुघ्न प्रसाद मिश्रा व्याख्याता का विकास खंड शिक्षा अधिकारी नियुक्त किया गया



उसी आदेश के कारण नंबर आठ में यह आदेशित किया गया कि विकासखंड में पदस्थ बाबू राजाराम गुप्ता वेतन संबंधित कार्यों को संपादित कराएं लेकिन विकास खंड मऊगंज में राजाराम गुप्ता पदस्थ ही नहीं है ?



Rewa : दस करोड़ के घोटाले में जल संसाधन विभाग के नौ अफसरों पर FIR



वर्तमान में राजा राम गुप्ता सीएम राइज विद्यालय मऊगंज में पदस्थ हैं यह आदेश भी कहीं न कहीं भ्रष्ट अधिकारियों की पोल खोलती  नजर आ रही है

जिस प्रभाव को राजाराम गुप्ता को सौंपा गया है यह प्रभार विकास खंड कार्यालय में पहले से ही पदस्थ दो बाबू कार्यरत हैं जिसमें ज्ञानेंद्र प्रसाद द्विवेदी एवं प्रदीप कुमार चौबे कार्यरत हैं लेकिन जिला शिक्षा अधिकारी के मनमानी आदेश में दिए गए राजाराम गुप्ता जो किसी अमराजी पदस्थ है आदेश में दिया गया है कि विकास खंड कार्यालय में पदस्थ है

मुख्यमंत्री के आदेश को नही मानते जिला शिक्षा अधिकारी रीवा

पहले भी राजाराम गुप्ता के ऊपर कई आरोप लग चुके हैं इसमें गोलमाल कर उनके द्वारा भ्रष्टाचार किया गया है इस भ्रष्टाचार के चक्रव्यूह में मऊगंज विकासखंड अंतर्गत समस्त कर्मचारियों का वेतन माह मार्च 2023 कर्मचारियों को प्राप्त नहीं हुआ है पिछले माह में कर्मचारियों का वेतन आयकर में चला गया  और इस माह का भी वेतन प्राप्त ना होने से कर्मचारियों को आर्थिक तंगी से जूझना पड़ रहा है।



मध्य प्रदेश की शिवराज सिंह चौहान सरकार द्वारा भारत सरकार की नई शिक्षा पॉलिसी के तहत आधुनिक शिक्षा को बढ़ावा देने तथा शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार करने हेतु सीएम राइज स्कूल योजना की शुरुआत की गई है। इस योजना के तहत 9200 सीएम राइस स्कूल पूरे राज्य में खोले जाने की बात सरकार द्वारा कही गई.जिसके तहत अनेक स्तर में बेहतर विद्यालय एवं योग्य शिक्षकों की टीम तैयार की गई है । मुख्यमंत्री शिवराज सिंह की मन्सा है कि प्रदेश के बेटा-बेटी अच्छे और योग्य शिक्षकों से बेहतर संसाधन एवं व्यवस्था में शिक्षा पाएं ।

Rewa News : आग की चिनगारी से रीवा के दो किसानों को किया बर्बाद,घर गृहस्थी राख 
प्रदेश के मुख्यमंत्री के यह निर्देश भी रहे हैं कि सीएम राइज स्कूल के शिक्षकों को कोई अन्य कार्य न दिए जाएं । लेकिन जिला शिक्षा अधिकारी रीवा ने मुख्यमंत्री के निर्देशों की अवहेलना करते हुए सीएम राइज के व्याख्याता को BEO का प्रभार देकर उनके शैक्षणिक कार्य को प्रभावित करने का कार्य किया है



सीएम राइज योजना की शुरुआत मध्य प्रदेश सरकार द्वारा की गई. जिसके द्वारा स्कूली शिक्षा में नवीन संशोधन का समावेश, आधुनिककरण, बच्चों का सर्वांगीण विकास, स्कूलों की संरचना में व्यापक सुधार, बच्चों की शिक्षा एवं अन्य गतिविधियों में जागरूकता बढ़ाने का उद्देश्य शामिल है । यह सभी उद्देश्य अच्छे और समर्पित शिक्षक के द्वारा ही पूर्ण हो सकते हैं । जिला शिक्षा अधिकारी रीवा का यह निर्णय कहीं न कहीं सीएम राइज स्कूल के उद्देश्य को प्रभावित करता है ।

MP News: लगभग ढाई हज़ार बहनों नें मामा शिवराज सिंह से लगाई गुहार! प्रशासन के हाथ पाँव फुले



राज्य में इन स्कूलों को चार स्तर पर तैयार किया गया है । इन सभी स्कूलों में पढ़ाने के लिए शिक्षकों को परीक्षा के आधार पर चयनित किया गया । नियमित वेतन से भी अधिक वेतन इस योजना के तहत शिक्षकों को दिए जाने की व्यवस्था है । प्रबाधान यह भी है कि स्कूल के परिसर जुड़े क्षेत्र में ही शिक्षकों को मकान दिया जाएगा ताकि उन्हें स्कूल में आने जाने के लिए कोई समस्या ना हो। वो निर्बाध रूप से अध्यापन कार्य करें । लेकिन जब सीएम राइज स्कूल के शिक्षक BEO का दायित्व सम्हालेंगे तो वह अध्यापन कब करेंगे ?

आदेश




Rewa News: रीवा में चलाया जा रहा NO थू थू अभियान ! जाने क्या है मामला



स्थानीय जन का मानना है कि वरिष्ठ प्राचार्य को नजरअंदाज करके शत्रुघ्न प्रसाद मिश्रा को BEO बनाने के पीछे जिले के बड़े माननीय का हाथ है ? उन्ही के संरक्षण में यह कार्य हुआ है! वही लोग प्रश्न यह खड़ा कर रहे कि हमारे बच्चों को बेहतर शिक्षा मिले इसके लिए मुख्यमंत्री जी सतत प्रयास कर रहे और जिले के माननीय और जिला शिक्षा अधिकारी मिलके मुख्यमंत्री के निर्देशों का मजाक बना रहे हैं । जिला शिक्षा अधिकारी के इस आदेश के बाद आगे वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा क्या कार्यवाही होती है यह वक्त बताएगा ?

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *