2 साल की उम्र में बनाया वर्ल्ड रिकॉर्ड, पलक झपकते बता देते है राजधानी के नाम
World Book of Records में रीवा के दो साल के अविराज शामिल, पलक झपकते ही बता देते है प्रदेश की राजधानी के नाम
रीवा: एक बार फिर वर्ल्ड रिकॉर्ड बनने की बडी उपलब्धि दर्ज हुई है। इस बार 2 साल के अविराज ने वर्ल्ड बुक ऑफ रिकार्ड में अपना नाम शामिल कराया है। अविराज पलक झपते ही महज 2 सेकंड में प्रदेश की राजधानी के नाम बताने में महारत रखते है।
अविराज की इस उपलब्धि के साथ ही रीवा को एक और लिटिल गुगल बाय मिल गया है। जिस उम्र में बच्चे अपना खुद का नाम नहीं जा पाते उसी नन्ही उम्र में अविराज तिवारी नें वर्ल्ड बुक ऑफ रिकार्ड बनाकर सुर्खियों में है। 2 वर्ष के अविराज महज 2 सेकेंड के अंदर जवाब दे कर चौका दिया है। इस नन्हे बच्चे की प्रतिभा को देखते हुए गिनीज बुक आफ वल्र्ड रिकार्ड ने सराहना की है।
अविराज प्रदेश की राजधानी के नाम सेकेंडों में बता देते है। भारत के नक्शे को देखकर किसी भी प्रदेश और उनकी राजधानी के अलग अलग टुकड़े सामने रख दिये जायें तो वह एक एक का नाम लेकर क्रम से रखते हुए पूरा नक्शा बना देते हेै। इसी तरह दुनिया के नक्शे पर किसी भी देख क नाम बडी आसानी से बता देते हे। इतना ही नही किसी भी फाइटर या हेलीकॉप्टर की तस्वीर देख मॉडल समेत उसका नाम बताने की भी महाराज है।
अविराज के वीडियो को देख गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड के मेम्बर हैरान रह गये थे। शहर के संजय नगर में अविराज के पिता आर.के. तिवारी इंडियन एयर फोर्स मे ऑफिसर है जबकि माता अपराजिता तिवारी गृहणी है। बेटे की इस प्रतिभा को माता अपराजिता ईश्वर की कृपा मानती है। अविराज की इस उपलब्धि से विन्ध्य गौरवान्वित है।
अविराज तिवारी जहां प्रदेश की राजधानी के नाम बताने के मामले में रिकॉर्ड बनाया है वहीं नन्हे यशस्वी मिश्रा ने 16 माह की उम्र में 195 देशों के झंडे और विश्व के सभी देशों की राजधानी याद रखने का रिकार्ड बना चुके है। यशस्वी का नाम गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड, हार्वर्ड वर्ल्ड रिकॉर्ड, इंटरनेशनल बुक ऑफ रिकार्ड, में भी दर्ज हो चुका है। यशस्वी को लिटिल गुगल बाॅय के नाम से जाना जाता है।
यशस्वी और अविराज ये दोनों रिकार्डधारी रीवा जिले की प्रतिभा है।