लूट और मौत का सौदागर बना आशीर्वाद हास्पीटल!
सिविल अस्पताल मऊगंज अधिकारी और कर्मचारी आशीर्वाद अस्पताल की कर रहे दलाली !
जिसके चलते बीएमओ की भूमिका पर भी उठ रहे सवाल!
जिला मऊगंज बनने के बाद स्वास्थ्य प्रशासन के भ्र्स्ट कार्यशैली का नतीजा है कि नियम कायदे को ताक पर रखकर कुकुरमुत्ते की तरह उपजे झोला छाप डॉक्टरों की तरह खटोला छाप प्राइवेट अस्पतालो मे खुलेआम गरीब और निरीह जनता का शोषण लगातार किया जा रहा है!
*मऊगंज में कुकुरमुत्ते की तरह उपजे प्राइवेट अस्पतालों पर रीवा सीएमएचओ के संरक्षण का लग रहा आरोप!*
जिला मऊगंज में शासन के नियमों को ताक पर रख प्राइवेट अस्पतालों के मापदंड और प्रतिबंधों की जमकर उड़ाई जा रही धज्जियां !
*प्राइवेट अस्पताल संचालको के हाथों बिके मंत्री के कृपा प्राप्त प्रशासन के जिम्मेदार ?*
प्राइवेट अस्पताल संचालकों के ऊपर मेहरबान प्रशासनिक अधिकारियों का मौत के सौदागरो को मिला आशीर्वाद!
*नाम बड़े और दर्शन छोटे !* अस्पताल का नाम आशीर्वाद आर्शीवाद रखें है लेकिन काम पूरी तरह से अस्पताल के नाम पर आतंकवाद है ।
शासन के प्रतिबंध के बावजूद दूर-दूर से लोग भ्रूण परीक्षण और गर्भपात कराने पहुंच रहे मऊगंज !
सूत्र बताते हैं की मोटी रकम लेकर धड़ल्ले से किया जा रहा गर्भपात!
सिविल अस्पताल के कई कर्तव्य विमुख डॉक्टरों की भी रहती है भूमिका गरीब और पीड़ित मरीजों को सुविधाओं के नाम पर पहुंचाया जाता है आशीर्वाद हास्पीटल !
जबकी सिविल अस्पताल मऊगंज में लाखों की कीमत की कीमती मशीन जो लगभग 6 माह पूर्व आई हुई एम आर आई मशीन आज भी सिविल अस्पताल मऊगंज के कचरा गृह की शोभा बढ़ा रही हैं!
मऊगंज सिविल अस्पताल में पदस्थ वर्तमान बीएमओ डा प्रद्युम्न शुक्ला जिनको शासन द्वारा बकायदा एम आर आई करने की ट्रेनिंग दी गई है लेकिन चंद रूपए और कमीशन के चक्कर में आशिर्वाद हास्पीटल से साठ गाठ कर ग़रीब और पीड़ित मरीजों को एम आर आई कराने आशीर्वाद हास्पीटल पहुंचाया जाता है , जिसके चलते गरीब पीड़ित मरीजों से जांच के नाम पर मरीजों से हजारों रूपए ऐंठे जातें हैं!
विश्वसनीय सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार रात्रि कालीन में आएं हुए डीलेवरी के मरीजों को सिविल अस्पताल मऊगंज में सुविधाओं का आभाव बता कर आशीर्वाद हास्पीटल में भेजा जाता है जहां पर गरीब और असहाय पीड़ित मरीजों से हजारों रूपए ऐंठ लिए जाते हैं!
*जिला मऊगंज में मौत का सौदागर बना आशीर्वाद हास्पीटल!*
मऊगंज में संचालित आशीर्वाद अस्पताल में कार्यरत कर्मचारी मौत के सौदागर बने हुए हैं आशिर्वाद अस्पताल के सामने लगे बोर्ड में बड़े बड़े डाक्टरो का बोर्ड में नाम लिख कर लोगों को भ्रमित करते हुए अस्पताल में भर्ती कर लिया जाता है लेकिन वास्तविकता यह है की यह आशिर्वाद हास्पीटल अनुभव हीन नौसिखिया कंपोडरो के हवाले संचालित है यहां पर भर्ती हुए मरीजों की जिदंगी भगवान भरोसे ही रहती है! कुछ दिनों पूर्व मऊगंज के वार्ड क्रमांक 8 के निवासी हरिजन परिवार के लोग आशिर्वाद हास्पीटल में लगे बोर्ड की सूची देख कर इस मौत कुएं में जाकर फस गए ! नतीजा यह हुआ की उस गरीब परिवार के नौजवान यूवक की मौत ग़लत उपचार के चलते हों गई ! मामला बिगड़ते देख उन असहाय गरीब परिवार पीड़ित को भर्ती मरीज की हालत को गंभीर बता कर आशीर्वाद रुपी अभिशाप अस्पताल के मौत के सौदागरो द्वारा रीवा के लिए रेफर कर दिया गया ! रीवा पहुंचने के उपरांत जब मृतक के परिजनों को बताया गया की इसकी मौत कई घंटों पूर्व हो चुकी है तब मृतक के परिजनों द्वारा काफी हो हल्ला किया गया था मामला थाने तक ना पहुंचे इससे पहले आशीर्वाद अस्पताल में पदस्थ मौत के सौदागरो द्वारा पीड़ित गरीब परिवार को मैनेज करने आर्थिक मदद भी की गई थी!
*नीरीक्षण के नाम पर जांच अधिकारियों के लिफाफे का वजन !*
जिला मऊगंज में प्राइवेट अस्पतालों की शिकियत निरीक्षण आए दिन होते रहते हैं लेकिन देखा गया है की जांच अधिकारी निरीक्षण के नाम पर कोरम पूर्ति ही रही है!
असली निरीक्षण काजू पिस्ता से शुरू होकर एक मोटा माहवारी पैकेज पर ही समाप्त हुआ है!
सवाल यह भी है की सीएमएचओ की कुर्सी भी एक बड़े पैकेज पर ही मिलतीं है तो इन जांच अधिकारियों द्वारा कुर्सी पर बैठते ही प्राइवेट अस्पतालों से माहवारी पैकेज लेकर गरीबों के लिए मौत की कब्रगाह बनी अस्पतालों को खुली छूट दे दी जा रही है!
सफेद पोस खादी धारियो द्वारा बिल्ली से कराई जा रही दूध की रखवाली!
जिला मऊगंज में राजनैतिक संरक्षण के चलते नियमों को ताक पर रख के संचालित है कई प्राइवेट अस्पताल!
जिनमें खुले तौर पर गरीब और असहाय जनता के साथ खुलेआम लूट जारी है जिसकी शिकायत भी कई बार जिला कलेक्टर की जनसुनवाई में आवेदन पहुंचे हैं लेकिन आजतक उन आवेदनों पर कोई सुनवाई नहीं हुई जिससे लगता है की सब भ्रष्टाचार रुपी सिस्टम पर ही मैनेज है!