satna: 3 करोड़ रुपये में जोड़ी गई थी एक लाख लोगों की सरकारी भीड़,कोल जनजाति महाकुंभ में साढ़े 14 सौ बसों के जरिए लाए गए थे लोग
सतना। शबरी माता जन्म जयंती पर 24 फरवरी को आयोजित किए गए कोल जनजाति महाकुंभ में लगभग एक लाख लोगों की सामाजिक भीड़ इक्कठा हुई थी। इसमें सतना जिले सहित रीवा, सीधी, सिंगरौली, पन्ना और कटनी जिले से कोल समाज के लोगों को लाया गया था। इस आयोजन के लिये आदिम जाति कल्याण विभाग (अब जनजातीय कार्य विभाग) सतना को लगभग सवा करोड़ रुपए का एडवांस दिया गया था। इस आयोजन में लोगों को लाने के लिये लगभग साढ़े 14 सौ बसे लगाई गई थी। जिनका किराया लगभग 3 करोड़ रुपये माना जा रहा है। हालांकि अभी वास्तविक बिल तैयार करने की प्रक्रिया जारी है। वास्तविक आंकड़े बिल तैयार होने के बाद सामने आ सकेंगे। इसी तरह इन लोगों के खाने के लिये लगभग 65 लाख रुपये खर्च हुए हैं।
Satna News : हत्यारे को आजीवन कारावास ,पढ़िए पूरा मामला
दो तरीके से लगाई गई थी बसें
परिवहन कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार आयोजन में लोगों को लाने के लिये दो तरीके से बसे लगाई गई थी। एक तो वे बसे जो जिले से लोगों को लाने वाली थी। इनकी दूरी 200 किमी से कम होने के कारण शासन से निर्धारित जो किराया तय है उसके अनुसार बड़ी बसों को 4 हजार और डीजल तथा छोटी बसों को साढे तीन हजार और डीजल के मान से राशि का भुगतान किया जाएगा।
वहीं जो अन्य जिलों से बसे आई है और 200 किमी से ज्यादा दूरी तय हो रही है उनमें बड़ी बसों को 60 रुपये प्रति किलोमीटर और छोटी बसों को 50 रुपये प्रति किलोमीटर की दर से किराया जाएगा। एक मोटे अनुमान के आधार पर बताया गया है कि यह राशि 3 करोड़ रुपये तक जा सकती है। हालांकि अभी सभी के बिल नहीं लगे हैं लिहाजा अभी स्पष्ट नहीं बताया जा सका है।
SATNA NEWS : अवैध नशीली कफ सिरप तस्करो के विरूद्ध बड़ी कार्यवाही
भोजन पर 65 लाख से ज्यादा खर्च
बताया गया है कि इस महाकुंभ में सतना जिले से लगभग 60 हजार लोग और बाहर से 40 हजार लोग लाए गए थे। इनके भोजन की भी व्यवस्था की गई थी। सतना जिले में इनके भोजन के लिये एडवांस राशि जनपद सीईओ को दे दी गई थी। जो लगभग 37 लाख रुपये है। इसी तरह बाहर से आने वाले लोगों में लगभग 25 लाख रुपये का भोजन और नाश्ता दिया गया है। वास्तविक बिल के बाद भोजन का असली खर्च सामने आएगा। यह राशि 65 लाख रुपये से ज्यादा होने की बात कही जा रही है।
PM आवास में भ्रष्टाचार और लापरवाही, जिला पंचायत ने एक साथ 8 सचिवों को किया सस्पेंड
5 से 7 करोड़ का डोम और प्रचार
अधिकारियों के अनुसार कार्यक्रम के लिये डोम, मंच और प्रचार व्यवस्था का जिम्मा माध्यम को दिया गया था। लिहाजा यहां से अभी यह स्पष्ट नहीं हो सकेगा कि इसमे कितना खर्च किया गया है। लेकिन पुराने कार्यक्रमों के आधार पर देखा जाए तो जिस हिसाब से एक लाख लोगों के लिए हवाई अड्डा मैदान में डोम और मंच बनाया गया था और मेडिकल कॉलेज में अलग डोम बनाया गया था तथा शहर में जो होर्डिंग, कट आउट, बैनर आदि लगाए गए थे उस पर 5 से 7 करोड़ रुपये का खर्च होना माना जा रहा है। हालांकि खर्च के मामले में कोई भी अधिकारी कुछ भी आधिकारिक तौर पर बोलने को तैयार नहीं है।