रेट कंट्रोल करने में विफल रहा आबकारी विभाग

एक सप्ताह में तीन बार महंगी शराब बिक्री का हुआ वीडियो वायरल शराब खरीददारों का आरोप आबकारी विभाग के अधिकारियों का मऊगंज शराब दुकान में पार्टनरशिप का कॉकटेल

Rewa News:मऊगंज कि दोनों कमपोजिट शासकीय शराब दुकानों में प्रिंट रेट से ज्यादा महंगी शराब बिक्री की आम चर्चाओं के बावजूद एक सप्ताह में तीसरी बार महंगी शराब बिक्री का खरीददारों द्वारा किया गया वायरल वीडियो शराब शौकीनों का आरोप है कि रीवा मनगवां हनुमाना से ज्यादा महंगी शराब मऊगंज की दोनों दुकानों में बिक्री की जाती है कहने को तो दोनों दुकानें कमपोजिट है किंतु बस स्टैंड के अंदर दुकान में कमपोजिट का बोर्ड नहीं लगा है एवं दोनों दुकानों में रेट सूची भी नहीं है आए दिन महंगी शराब का वीडियो वायरल हो रहा है वही खरीददार एवं विक्रेताओं के बीच विवाद की स्थिति निर्मित रहती है




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दोनों कमपोजिट शासकीय शराब की दुकान शासन के नियंत्रण में संचालित की जाती है किंतु शासन के आबकारी अधिकारी की सहमति से दोनों दुकानों में प्रिंट रेट से दोगुने रेट पर शराब बिक्री की जा रही है शराब खरीददारों से मिली जानकारी के अनुसार जिले के आबकारी अधिकारियों का दोनों दुकानों में पार्टनरशिप है





जिसके चलते शराब उपभोक्ताओं से लूट मची है जिस पर आबकारी विभाग का कोई नियंत्रण नहीं है और ना ही कोई गाइडलाइन है जिले में बैठकर विभागीय अधिकारी खानापूर्ति कर लेते हैं कभी भी दुकानों का निरीक्षण नहीं किया जाता शराब ठेकेदार एवं आबकारी अधिकारियों के गठजोड़ से कॉकटेल की मार शराब खरीददारो पर भारी पड़ रही है




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रेट सूची बोर्ड नहीं

मऊगंज शासकीय शराब की दोनों दुकानों में रेट सूची नहीं है जहां उपभोक्ताओं को शराब के अलग-अलग कंपनियां एवं मात्रा से संबंधित रेट की जानकारी नहीं मिल पाती जहां उन्हें दोगुनी कीमत देकर शराब खरीदना पड़ रहा है अन्य जगहों पर बड़े-बड़े बोर्ड में बिक्री की गई सभी शराब की मात्रा व कंपनी के हिसाब से रेट सूची लगाई गई है शराब माफियाओं के इस विशाल जाल व बाहुबल से आपकारी विभाग नतमस्तक है वहीं उपभोक्ताओं का कहना है कि जब मऊगंज विधायक का धरना विफल रहा तो ऐसे में आम आदमी क्या कर सकता है? शराब उपभोक्ता मजबूरी में लूटने को मजबूर है

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