Screenshot_20221122-142539_KineM

रीवा – ट्रैफिक पुलिस की चाक चौबंध व्यवस्था के बीच घंटो जाम में फंसी रही एंबुलेंस!

मीडिया के सवाल पर मुस्कुराए सूबेदार. कहा सूचना मिलते ही पहुंचती है यातायात पुलिस.




रीवा शहर में इन दिनों पुलिस कप्तान सहित अन्य अधिकारी बेहतर यातायात व्यवस्थाओं को लेकर दम भरते दिखाई देते है. लेकिन शहर के यातायात व्यवस्था की स्थिति ठीक इससे उलट है. शहर का खन्ना चौराहा हो या फिर वेंकट रोड, घोड़ा चौराहा हो या फिर बात करें फोर्ट रोड की, यहां पर आए दिन लोगो को जाम के झाम से जूझना पड़ता है. लोग अपने गतव्य स्थान तक पहुंचने के लिए घंटो जाम में फंसे रहते है. ताजा तस्वीर निकल कर सामने आई है शहर के सबसे व्यस्त रहने वाले प्रकाश चौराहे की.

सावधान ! रीवा में अंधेरगर्दी की हद पार

 





यहां पर जाम के झांम में तकरीबन 2 घंटे तक मरीज को लेकर जा रही एक एंबुलेंस फंसी रही लेकिन यतायात पुलिस का एक भी कर्मचारी मौके पर नही दिखाई दिया. इस बारे में जब यातायात सूबेदार से बात की गई तो उन्होंने मुस्कुराते हुए कहा की भविष्य में जाम की स्थिति नही होगी.




गैंग्स ऑफ़ रीवा का हुआ पर्दा फास

रीवा शहर की बेहतर यातायात व्यवस्था की पोल खोलती एक तस्वीर सोशल मीडिया में वायरल हो रही है. शहर के प्रकाश चौराहा पर मरीज को लेकर जा रही एक एंबुलेंस घंटो जाम में फंसी रही. इस दौरान एक भी यातायात का पुलिस कर्मी मौके पर नही दिखाई दिया और जाम में फंस कर घंटो लोगो की फजीहत होती रही.




आए दिन यातायात पुलिस के द्वारा किसी भी चौराहे में खड़े होकर हेलमेट चेकिंग के नाम पर लोगो के चालान काटे जाते है यातायात पुलिस के द्वारा शराब पीकर वाहन चलाने वाले लोगो पर बड़े जुर्माने की कार्यवाही की जाती है लेकिन उनके द्वारा आज तक शहर की यातायात व्यवस्था को लेकर कोई इंतजाम नही किए गए.

रीवा : डभौरा का शिक्षक बना डॉन 

 





रीवा शहर की यह स्थिति आज की नही है पिछले कई वर्षो से शहर के विभिन्न मार्गो के अलावा व्यस्तम चौराहों पर अक्सर जाम का झाम रहता है पर यातायात पुलिस को चालानी कार्यवाही करने से फुरसत ही नही फिर चाहे कोई मरीज अस्पताल पहुंचने से पहले ही एंबुलेंस के अंदर अपनी जान गंवा दे. शहर के वेंकट रोड की अगर बात की जाए तो नगर निगम और यातायता पुलिस यहां के दुकानदार और हाथ ठेला व्यूपारियो पर कुछ ज्यादा ही मेहरबान है.




यहां दुकानदार दुकानों से बाहर फुटपाथ पर अपना व्यापार जमाए हुए है तो वहीं सैकड़ों की तादात में हाथ ठेला व्यपारी सड़को पर ही अपना व्यापार करते दिखाई देते है. लेकिन महज दिखावा करने प्रशानिक अमला छुटपुट अतिक्रमण की कार्यवाही कर खानापूर्ति कर वापस लौट जाते है.




मीडिया की टीम ने जाम में फंसी एंबुलेंस के बारे में बात की तो यातायात सूबेदार दिलीप तिवारी खुद मीडिया का कर्मियों से पूछने लगे की जाम कहा पर लगा था इसके आलावा जाम की जानकारी देने पर उन्होंने मीडिया को धन्यवाद भी कहा यातायात सूबेदार ने कहा अगर समय से सूचना मिल जाती तो जाम की स्थिति नही बनती हालाकि मुस्कुराते हुए सूबेदार ने भविष्य में जाम न लगने की बात भी कही है. अब तो यह आने वाला वक्त ही बताएगा की शहर में जाम की स्थिति बनती है या नही.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *