CEO के बंगले पर चपरासी ने किया Suicide, दो साल से कर रहा था यहीं काम
अशोकनगर. जिला पंचायत सीईओ के बंगले पर भृत्य फंदे पर लटका मिला। सुबह दूसरा भृत्य आया तो उसने लटका देखकर पुलिस को सूचना दी। इस पर पुलिस ने शव को उतारकर पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल पहुंचाया। साथ ही मर्ग कायम कर मामले को जांच में लिया है।
मामला बरखेड़ी के पास स्थित जिला पंचायत सीईओ बीएस जाटव के बंगले का है। आदिम जाति कल्याण विभाग का भृत्य शंकरपुर मगरदा निवासी 52 वर्षीय लाखन आदिवासी बंगले पर रात्रि ड्यूटी करता था।
सुबह दूसरा भृत्य बंगले पर आया और आवाज लगाने के बाद भी गेट नहीं खुला तो उसने खिडक़ी से झांकर देखा तो लाखन आदिवासी वहां स्थित भृत्य कमरे में फंदे पर लटका मिला। सूचना मिली तो पुलिस ने पहुंचकर शव को उतारा और पोस्टमार्टम कराया। रात में जिला पंचायत सीईओ अंदर अपने बंगले में थे, जिन्हें सुबह जानकारी मिली।
मृतक का भाई बोला-दो साल से यहीं थी ड्यूटी मृतक के छोटे भाई भाईलाल आदिवासी ने बताया कि उसके भाई लाखन आदिवासी की पिछले दो साल से जिला पंचायत सीईओ के बंगले पर ही ड्यूटी थी।
शनिवार को लाखन आदिवासी ने मंडी में 60-65 हजार रुपए की फसल बेचकर घर पर पैसे दिए और शाम को साढ़े सात बजे ड्यूटी पर चला गया था, सुबह फोन पर सूचना मिली कि उसने आत्महत्या कर ली है।
सीईओ बंगले के पास में ही चपरासी का कक्ष है, जिसमें उसने रोशनदान पर रस्सी बांधकर फांसी लगा ली। पोस्टमार्टम कराकर मामले को जांच में लिया है। रात में जिपं सीईओ बंगले में अपने कमरे में मौजूद थे। चपरासी का कक्ष बाहर की तरफ है। नरेंद्र त्रिपाठी, कोतवाली प्रभारी