NMC में गुमनाम शिकायत से हड़कंप:एंटी रैगिंग हेल्पलाइन नंबर पर यूजी का छात्र बोला- 5 पीजी के छात्र दिन रात करते है परेशान, बचा सकते है तो बचा लो
रीवा एसएस मेडिकल कॉलेज का नाम आते है दिल्ली से लेकर जबलपुर मेडिकल यूनिर्वसिटी प्रबंधन आया हरकत में
रीवा श्याम शाह चिकित्सा महाविद्यालय की नेशनल मेडिकल काउंसलिंग (NMC) दिल्ली में गुमनाम शिकायत से हड़कंप मच गया है। मेडिकल कॉलेज प्रबंधन की मानें तो एंटी रैगिंग हेल्पलाइन नंबर दिल्ली में 30 सितंबर को यूजी एमबीबीएस के एक छात्र ने प्रताड़ता की शिकायत दर्ज कराई थी। उसने NMC के अधिकारियों से कहा कि यूजी का छात्र बोल रहा हूं। 5 पीजी के छात्र दिन रात परेशान करते है। बचा सकते है तो बचा लो!
मेडिकल छात्र ने कहा कि सीनियरों की प्रताड़ना से खुद की पढ़ाई नहीं कर पा रहा हूं। उनकी दिन रात सेवा करता हूंं। फिर भी रात भर सोने नहीं देते। बल्कि खड़ा कर रखते है। आगे कहा कि कपड़े धोने से लेकर खाना पीना आदि की व्यवस्था करता हूं। समय समय पर मनोरंजन भी करता हूं। इसके बाद भी सीनियर परेशान करते है। एमबीबीएस की पढ़ाई प्रभावित न हो। इसलिए अपना नाम नहीं बताउंगा। आप जांच कराते हुए सख्त कार्रवाई करें।
मेल आते ही हरकत में आया प्रबंधन
एसएस मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. देवेश सारस्वत के पास नेशनल मेडिकल काउंसलिंग का मेल आते ही होश उड़ गए। उन्होंने तुरंत एंटी रैगिंग के खिलाफ कमेटी गठित कर तीन दिन में जांच प्रतिवेदन सौंपने के आदेश दिए है। जांच टीम में वार्डन डॉ. आदेश पाटीदार और सहायक वार्डन डॉ. अर्जुन सिंह परमार को नियुक्त किया गया है।
26 मेडिकल छात्र रहते है एक कैंपस में
जांच अधिकारी डॉ. आदेश पाटीदार ने बताया कि पीटीएस स्थित यूजी ब्वॉय हॉस्टल में 26 मेडिकल छात्र रहते है। यहां एक कैंपस के अंदर विभिन्न छात्रों के लिए अलग अलग रूम है। क्रमश: सभी छात्रों के बयान हो चुके। लेकिन कोई छात्र अभी सामने नहीं आया है। हालांकि 10 दिन पहले गैलरी और गेट में सीसीटीवी कैमरे भी लगा दिए गए है।
इन 6 जगहों पर चल रहे हॉस्टल
बता दें कि श्याम शाह चिकित्सा महाविद्यालय के रीवा शहर में 6 हॉस्टल है। पहला पीजी सुमति हॉस्टल मेडिकल कॉलेज के पीछे, दूसरा यूजी सृष्टि हॉस्टल मेडिकल कॉलेज के पीछे, तीसरा पीजी ब्वॉय हॉस्टल मेडिकल कॉलेज के पीछे, चौथा यूजी ब्वॉय हॉस्टल पीटीएस, पांचवां गर्ल्स हॉस्टल पीटीएस, छठवां गर्ल्स हॉस्टल पीटीएस में स्थित है।
शिकायत सही या गलत बन रही गोपनीय रिपोर्ट
जांच अधिकारियों ने शिकायत को गंभीरता से लिया है। वहीं दूसरी तरफ चर्चा है कि मेडिकल के जूनियर छात्र ने एंटी रैगिंग हेल्पलाइन में शिकायत में अपना पता यूजी ब्वॉय हॉस्टल पीटीएस बताया है। लेकिन वहां पीजी के छात्र रहते ही नहीं है। ऐसे में शिकायत कितनी सही है। यह जांच का विषय है।