24 घंटे सातों दिन खुला रहेगा इंदौर, जानिये क्या-क्या रहेगा खुला
इंदौर. शहर ने महानगर की दिशा में एक और कदम बढ़ा दिया है। जल्द ही यहां नाइट इकोनॉमी का श्रीगणेश होने जा रहा हैै। शनिवार को हुई उच्चस्तरीय बैठक में इंदौर को सातों दिन 24 घंटे खोलने का निर्णय किया गया। पहले चरण में बीआरटीएस के दोनों ओर 100 मीटर के दायरे के मॉल्स, होटल, कैफे, ऑफिस, फूड जोन, दुकानें-शोरूम, आइटी कंपनी और बीपीओ को खोलने का फैसला हुआ है। नाइट इकोनॉमी के बूस्ट अप के लिए प्रशासन सुरक्षित वातावरण के साथ सुगम व सुविधाजनक लोक परिवहन भी उपलब्ध कराएगा। 7 दिनों में आदेश जारी किए जाएंगे। इसके पहले ही सभी व्यवस्थाएं जुटा ली जाएगी।
जानकारी के अनुसार समन्वय समिति का भी गठन किया गया है जो आने वाले समय में प्रमुख स्थानों को 24 घंटे खुला रखने का चयन करेगी। 26 जनवरी को स्टार्टअप सम्मेलन में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इसकी घोषणा कर दी थी। उनकी घोषणा के बाद प्रशासन ने गुमाश्ता कानून में बदलाव भी कर दिया है।
बैठक में सांसद शंकर लालवानी, महापौर पुष्यमित्र भार्गव, आइडीए अध्यक्ष जयपाल सिंह चावड़ा, पुलिस कमिश्नर हरिनारायणाचारी मिश्र, कलेक्टर मनीष सिंह समेत कई विभागों के अधिकारी और स्टार्टअप्स प्रतिनिधि मौजूद थे। इसमें स्टार्टअप कंपनियों के प्रतिनिधियों ने प्रेजेंटेशन देकर जरूरतों को बताया। 56 से शुरुआत, सराफा तक जाएंगे
बीआरटीएस के आसपास के कारोबार 24 घंटे चालू रखने के फैसले में 56 दुकान भी शामिल रह सकता है। अभी रात 11 बजे 56 दुकान को बंद किया जाता है लेकिन नाइट लाइफ में इसे चालू रखने का सभी समर्थन कर रहे हैं। उम्मीद है कि समन्वय समिति इसका निर्णय लेगी। 56 दुकान के बाद सराफा व खान पान के अन्य बाजार भी रातभर खोले जाएंगे।
नेगेटिव लिस्ट की एक्टिविटी नहीं हो सकेगी
बैठक में सबसे प्रमुख मुद्दा शराब दुकान, पब-बार रहा। सहमति बनी कि शराब की दुकानें और बार को 24 घंटे खुले रहने की अनुमति नहीं रहेगी। वर्तमान में निर्धारित किए समय पर ही ये बंद किए जाएंगे। जिन रेस्टोरेंट और होटल के पास एफएल 2 और 3 के लाइसेंस है वे 24 घंटे खुले रहने के पात्र नहीं होंगे।
पब्लिक ट्रांसपोर्ट की व्यवस्था
संस्थानों से जुड़े लोगों की आवाजाही के लिए बीआरटीएस के लिए निश्चित संख्या में सिटी बस, ऑटो, कैब आदि चलाएं जाएंगे। जरूरत पडऩे पर अतिरिक्त सिग्नल की व्यवस्था भी होगी।
सफाई की अतिरिक्त व्यवस्था
वैसे तो सफाईकर्मी देर रात शहर की सड़कों पर सफाई करते हुए देखे जा सकते हैं, लेकिन बीआरटीएस पर पूरी रात सफाई का ध्यान रखा जाएगा।
जो संस्थान खुले रहेंगे उन्हें सीसीटीवी की व्यवस्था करनी होगी। ऑटो-टैक्सी, कैब आदि में जीपीएस अनिवार्य रहेगा। मार्ग के प्रमुख चौराहों के साथ अन्य स्थानों पर पुलिस बल की तैनाती होगी। संस्थानों को पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन कराना भी अनिवार्य होगा। देश के शीर्ष शहरों में शुमार होगा इंदौर
इन्वेस्ट इदौर की ओर से बैठक में सेक्रेटरी सावन लड्ढा ने बताया कि 24 घंटे खुला रहने से इंदौर देश के शीर्ष शहरों में शुमार होगा। मुंबई, दिल्ली, बेंगलूरु, पुणे जैसे शहर 24 घंटे खुले रहते हैं। दुनिया के 30 शहर 24 घंटे खुले रहते हैं। ऐसी पहल से लंदन की इकोनॉमी में 20 प्रतिशत का इजाफा हुआ है। ऐसे में हमारा शहर में 8 से 10 प्रतिशत एक्टिविटी बढ़ेगी।
-150 कंपनियां में 24 घंटे हो रहा काम वर्तमान में
-5500 हजार को फायदा
-10% आर्थिक वृद्धि संभव
-आइटी पार्क, विजयनगर-लसूडिय़ा में हो रहा 24 घंटे काम। यहां 2 हजार कर्मचारी रहते हैं नाइट शिफ्ट में, कॉल सेंटर, मल्टीनेशनल व आइटी कंपनियों में साढ़े 5 हजार कर्मचारी कार्यरत हैं।