समर्थन मूल्य पर गेहूं उर्पाजन अब 25 जून तक
सतना : रबी विपणन वर्ष 2024-25 में प्रदेश में समर्थन मूल्य पर गेहूं विक्रय से शेष रहे किसानों को समर्थन मूल्य योजनांतर्गत गेहूं विक्रय का अवसर प्रदान कराने के लिए उपार्जन की अवधि 25 जून 2024 तक बढ़ाई गई है। विभाग द्वारा जारी नवीन दिशा-निर्देशों में कहा गया है कि जिन उपार्जन केंद्रों में गेहूं की आवक अब नहीं हो रही है
एक्जिट प्रोटोकाल की प्रक्रिया का पालन करते हुये उन केंद्रों को जिला उपार्जन समिति के अनुमोदन से बंद किया जा सकता है।
कृषि मंडियों/उप मंडियों में विस्तारित अवधि (25 जून) तक अनिवार्य रुप से उपार्जन केंद्र संचालित किये जायें। लेकिन जिन मंडियों/उप मंडियों में उपार्जन केंद्र स्थापित नहीं हैं, नजदीक के उपार्जन केंद्र को मंडी/उपमंडी में स्थानांतरित किया जाये।
नवीन निर्देशों के अनुसार विकासखंड में एक उपार्जन केंद्र अनिवार्य रुप से संचालित रहना चाहिये। उपार्जित गेहूं की सुरक्षा के दृष्टिगत कवर्ड गोदाम या शेड में रखा जाये।
इसके साथ ही उपार्जन के संबंध में जारी नीति-निर्देशों के अनुसार एएफक्यू मापदंड के अनुसार गेहूं उपार्जित किया जाये।