कौन होगा भारतीय टीम का अगला कप्तान
अक्षर को हाल ही में आईपीएल में दिल्ली कैपिटल्स का उप-कप्तान नियुक्त किया गया था जबकि गिल के पास नेतृत्व का कोई अनुभव नहीं है। हालांकि वह अंडर-19 स्तर पर भारतीय टीम के उप-कप्तान थे लेकिन उन्होंने कोई महत्वपूर्ण भूमिका नहीं निभाई। क्योंकि तत्कालीन कोच राहुल द्रविड़ और पृथ्वी शॉ निर्णय लेने के लिए उपलब्ध थे। ईशान किशन भी नेतृत्व की दौड़ में शामिल हो सकते हैं।
नई दिल्ली, स्पोर्ट्स डेस्क। वेस्टइंडीज के खिलाफ आगामी दो मैचों की टेस्ट सीरीज में भारत के उप-कप्तान के रूप में अजिंक्य रहाणे की फिर से नियुक्ति ने काफी सवाल खड़े कर दिए हैं। कुछ पूर्व क्रिकेटरों ने यह भी कहा कि टीम भविष्य के संभावित कप्तानों को तैयार नहीं कर रही है। यह आने वाले समय में राष्ट्रीय टीम को प्रभावित कर सकता है।
इस बीच, भविष्य के कप्तानों के बारे में बात करते हुए, भारत के पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर ने कहा कि शुभमन गिल और अक्षर पटेल आने वाले सालों में राष्ट्रीय टीम का नेतृत्व कर सकते हैं।
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अक्षर और शुभमन का लिया नाम
गौरतलब हो कि अक्षर को हाल ही में आईपीएल में दिल्ली कैपिटल्स का उप-कप्तान नियुक्त किया गया था, जबकि गिल के पास नेतृत्व का कोई अनुभव नहीं है। हालांकि, वह अंडर-19 स्तर पर भारतीय टीम के उप-कप्तान थे, लेकिन उन्होंने कोई महत्वपूर्ण भूमिका नहीं निभाई। क्योंकि तत्कालीन कोच राहुल द्रविड़ और पृथ्वी शॉ निर्णय लेने के लिए उपलब्ध थे। इस बीच, गावस्कर ने यह भी कहा कि विकेटकीपर बल्लेबाज ईशान किशन भी नेतृत्व की दौड़ में शामिल हो सकते हैं, लेकिन इसके लिए युवा खिलाड़ी को प्लेइंग इलेवन में अपनी जगह पक्की करनी होगी।
ईशान किशन को लेकर कही बड़ी बात
सुनील गावस्कर ने स्पोर्ट्स टुडे से बात करते हुए कहा, “भविष्य के कप्तान के रूप में एक हैं शुभमन गिल और दूसरे हैं अक्षर पटेल। क्योंकि अक्षर हर मैच में बेहतर होता जाता है। उन्हें उप-कप्तान की जिम्मेदारी देना, उन्हें सोचने पर मजबूर करेगा। तो, मेरी नजर में ये दो उम्मीदवार हैं। अगर कोई और है, तो ईशान किशन, एक बार टीम में अपनी जगह पक्की कर लेगा तो वह भी रेस में आ सकते हैं।”
“युवा खिलाड़ियों को तैयार किया जाना चाहिए”
पूर्व क्रिकेटर ने आगे कहा कि खेल के सबसे लंबे प्रारूप में अजिंक्य रहाणे को कमान सौंपने में कोई गलती नहीं है, लेकिन उनका यह भी मानना है कि इस बीच एक युवा खिलाड़ी को तैयार किया जा सकता था। उन्होंने यह भी कहा कि टीम प्रबंधन को कुछ खिलाड़ियों के साथ उचित बातचीत करनी चाहिए और उन्हें बताना चाहिए कि वे भविष्य में भारत का नेतृत्व कर सकते हैं।