8 महीने में 4000 KM का पैदल सफर कर रीवा पहुंचा ‘विराट’
Rewa MP News: झारखंड के रहने वाले 23 वर्षीय युवक विराट सिंह सनातन धर्म के प्रति जागरूकता लाने पैदल यात्रा पर है।
Rewa MP News: झारखंड के रहने वाले 23 वर्षीय युवक विराट सिंह सनातन धर्म के प्रति जागरूकता लाने पैदल यात्रा पर है। विराट ने संकल्प लिया है कि वह झारखंड के गिरिडीह जिले से चलकर केदारनाथ धाम के दर्शन कर वापस लौटेंगे। वर्तमान समय में इनकी यात्रा मध्य प्रदेश के रीवा जिले में पहुंची है। करीब 4000 किलोमीटर की पैदल यात्रा के बाद घर वापसी होगी। जिसमें करीबन 8 माह का समय लगेगा।
रीवा पहुंचे विराट 25 दिन पूर्व शुरू की गई विराट सिंह की यह यात्रा करीबन 600 किलोमीटर का सफर पूरा कर चुकी है। वह वर्तमान समय में मध्य प्रदेश के रीवा जिले में पहुंच गए हैं। विराट का कहना है कि वह मैहर माता का दर्शन करेंगे। साथ ही आगे बढ़ते हुए महाकाल का दर्शन करने उज्जैन और उसके बाद श्री राम की नगरी अयोध्या तथा केदारनाथ धाम जाएंगे। वहां से यात्रा पूरी कर वापस झारखंड अपने गृह प्रदेश पहुंच जाएंगे।
विराट ने दी जानकारी झारखंड के गिरिडीह के रहने वाले विराट सिंह इस समय पैदल यात्रा पर है। यात्रा के दौरान उन्होंने बताया कि वह सनातन धर्म की रक्षा के लिए लोगों को जागरूक करने यह यात्रा कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि आज धर्म के प्रति लोगों की मानसिकता को देखते हुए उन्होंने यह संकल्प लिया है।
Rewa MP News: झारखंड के रहने वाले 23 वर्षीय युवक विराट सिंह सनातन धर्म के प्रति जागरूकता लाने पैदल यात्रा पर है।
Rewa MP News: झारखंड के रहने वाले 23 वर्षीय युवक विराट सिंह सनातन धर्म के प्रति जागरूकता लाने पैदल यात्रा पर है। विराट ने संकल्प लिया है कि वह झारखंड के गिरिडीह जिले से चलकर केदारनाथ धाम के दर्शन कर वापस लौटेंगे। वर्तमान समय में इनकी यात्रा मध्य प्रदेश के रीवा जिले में पहुंची है। करीब 4000 किलोमीटर की पैदल यात्रा के बाद घर वापसी होगी। जिसमें करीबन 8 माह का समय लगेगा।
रीवा पहुंचे विराट 25 दिन पूर्व शुरू की गई विराट सिंह की यह यात्रा करीबन 600 किलोमीटर का सफर पूरा कर चुकी है। वह वर्तमान समय में मध्य प्रदेश के रीवा जिले में पहुंच गए हैं। विराट का कहना है कि वह मैहर माता का दर्शन करेंगे। साथ ही आगे बढ़ते हुए महाकाल का दर्शन करने उज्जैन और उसके बाद श्री राम की नगरी अयोध्या तथा केदारनाथ धाम जाएंगे। वहां से यात्रा पूरी कर वापस झारखंड अपने गृह प्रदेश पहुंच जाएंगे।
विराट ने दी जानकारी झारखंड के गिरिडीह के रहने वाले विराट सिंह इस समय पैदल यात्रा पर है। यात्रा के दौरान उन्होंने बताया कि वह सनातन धर्म की रक्षा के लिए लोगों को जागरूक करने यह यात्रा कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि आज धर्म के प्रति लोगों की मानसिकता को देखते हुए उन्होंने यह संकल्प लिया है।
पारिवारिक पृष्ठभूमि विराट बताते हैं कि झारखंड के गिरिडीह में उनका पैतृक निवास है। परिवार में पिता तथा बड़े भाई है। छोटा कस्बानुमा गांव है। गांव में ही उनका अपना कपड़े का व्यापार चलता है। वह भी पिता और भाई का कार्य में सहयोग करते हैं। विराट बताते हैं कि अचानक ही उनके मन में इस यात्रा का विचार आया था।
जिसके बाद उन्होंने अपने पिता तथा बड़े भाई से सहमति ली। पहले तो घर के लोग न नुकुर करते रहे। लेकिन बाद में अनुमति मिल गई और विराट ने अपनी यात्रा शुरू कर दी। विराट की पैदल यात्रा झारखंड से शुरू होकर वाराणसी के प्रसिद्ध काशी विश्वनाथ पहुंची। वहां भगवान भोलेनाथ का दर्शन हुआ। इसके पश्चात विंध्यांचल पर्वत पर विराजमान मां विंध्यवासिनी के दर्शन हुए।
वहां से विंध्यवासिनी से कैमोर पर्वत श्रृंखला के पठारी क्षेत्र रीवा में पहुंच चुके हैं। उनकी आगे की यात्रा मैहर, महाकाल उज्जैन, अयोध्या और बाद में केदारनाथ की है। यह पूरी यात्रा लगभग 4000 किलोमीटर की है। जिसमें करीबन 8 माह का समय लगेगा। अनुमान है कि जून के महीने में विराट की विराट यात्रा संपन्न होगी। विराट की यह यात्रा पूरे मनोयोग के साथ चल रही है।
विराट के चेहरे पर न ही थकान और ना ही किसी तरह के उत्साह में कमी दिख रही है। प्रतिदिन 30 से 40 किलोमीटर की यात्रा विराट सिंह बताते हैं कि वह प्रतिदिन 30 से 40 किलोमीटर की यात्रा करते हैं। शाम हो जाने के बाद कहीं ना कहीं ईश्वर की कृपा से ठिकाना मिल जाता है। वही रात भर विश्राम करते हैं। इसके पश्चात सुबह दैनिक क्रियाओं से निवृत्त होकर पुनः यात्रा शुरू कर देते हैं। विराट का कहना है कि यात्रा में अब तक के बीते दिनों में कोई बड़ी कठिनाई तो सामने नहीं आई है।
लेकिन छोटी-मोटी परेशानियां आती ही रहती है। विराट ने बताया कि कई ऐसे लोग मिल जाते हैं जो यात्रा में अवरोध उत्पन्न करते हैं। परेशान भी करते हैं। साथ ही यात्रा का मजाक भी उड़ाते हैं। लेकिन ईश्वर उन्हें भी सद्बुद्धि दे रहा है वह सहज ही किनारा कर लेते हैं और यात्रा निरंतर चल रही है। विराट उन लोगों के विषय में भी बताना नहीं भूले जिनके द्वारा यात्रा में सहयोग मिल रहा है।
उनका कहना है कि रास्ते में लोग दान स्वरूप आर्थिक सहयोग करते हैं तो वही कुछ लोग भोजन और रात में ठहरने की व्यवस्था भी देते हैं। विराट कहते हैं कि सफर के दौरान जो लोग भी मिलते हैं मैं उनसे सनातन धर्म के विषय में चार्चा करता हूं। जिससे लोगों को यह पता रहे कि हमारा धर्म कितना विशाल है। 23 वर्ष की उम्र के इस नवयुवक को देखकर तथा इस युवक की धर्म के प्रति आस्था देखकर अवश्य ही लोगों के मन में धर्म के प्रति कुछ न कुछ आस्था के भाव उत्पन्न होते होगें।