कानपुर गर्ल्स हॉस्टल MMS कांड के आरोपी के मोबाइल में मिले वीडियो, कराई जा रही फोरेंसिक जांच

उत्तर प्रदेश के कानपुर में गर्ल्स हॉस्टल MMS कांड मामले में ज्वाइंट कमिश्नर ने कहा कि आरोपी के मोबाइल में कुछ वीडियो मिले हैं, जिनकी जांच कराई जा रही है. वहीं पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर तीन आरोपियों को अरेस्ट किया है. पुलिस इस पूरे मामले की जांच कर रही है.




कानपुर में गर्ल्स हॉस्टल में लड़कियों के बाथरूम में नहाते हुए वीडियो बनाने के मामले में पुलिस ने तीन लोगों पर एफआईआर दर्ज कर उन्हें अरेस्ट कर लिया है. वहीं पुलिस के ज्वाइंट कमिश्नर का दावा है कि आरोपी के मोबाइल में कुछ वीडियो मिले हैं, जिनकी फोरेंसिक जांच कराई जा रही है. हॉस्टल से सभी लड़कियां जा चुकी हैं.




कानपुर के रावतपुर इलाके में गर्ल्स हॉस्टल में ऋषि नाम के सफाई कर्मी पर एक लड़की का आरोप लगाया था कि उसने नहाते समय वीडियो बना लिया था. इस मामले में छात्राओं ने गुरुवार को जमकर हंगामा किया था. पुलिस ने कई घंटे बाद रावतपुर थाने में लड़कियों की ओर से एफआईआर दर्ज की.





पुलिस ने सफाई कर्मी ऋषि को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की. पुलिस ने उसका मोबाइल भी कब्जे में ले लिया. हॉस्टल में लड़कियों के वीडियो बनाने की बात सामने आते ही लड़कियों के परिजन घबरा गए और वे उन्हें लेने पहुंच गए. शुक्रवार की सुबह ही लड़कियों के परिजन हॉस्टल पहुंच गए.

हॉस्टल में रहती थीं 55 लड़कियां, सभी चली गईं अपने घर

बताया जा रहा है कि हॉस्टल में कुल 55 लड़कियां रहती थीं. सभी ने हॉस्टल खाली कर दिया है. हॉस्टल के बाहर पुलिस तैनात कर दी गई है. इस मामले में ज्वाइंट कमिश्नर आनंद प्रकाश तिवारी का दावा है कि हमने एफआईआर दर्ज कर वीडियो बनाने वाले आरोपी ऋषि को गिरफ्तार किया है. उसके साथ हॉस्टल के संचालक मनोज पांडे, वार्डन सीमा पाल को भी गिरफ्तार किया है.




सभी आरोपियों का मेडिकल कराने के बाद जेल भेज दिया गया है. इसके अलावा एफआईआर में दो धाराएं बढ़ाई हैं. मोबाइल में कुछ वीडियो मिले हैं, जिन्हें फोरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है.




ज्वाइंट कमिश्नर ने कहा कि हॉस्टल में जो एसपी सुरेंद्र तिवारी के नाम की नेम प्लेट लगी है, उसमें अधिकारी से बात हुई है. उन्होंने बताया है कि उनका इस बिल्डिंग से कोई लेना देना नहीं है. यह बिल्डिंग किसी सोमानी की है, नाजायज फायदा लेने के लिए नेम प्लेट लगा रखी थी, फिलहाल इस मामले की हम जांच करेंगे.




इस मामले में गिरफ्तार वार्डन सीमा पाल से बात की कि तुमसे जब लड़कियां सफाई कर्मी की शिकायत कर रही थीं तो उनको धमकाया, उनकी बात क्यों नहीं सुनी, इस पर वार्डन ने कहा कि मुझसे कभी उन्होंने शिकायत नहीं की, गलत आरोप लगा रही हैं.

हॉस्टल के नीचे था रूम, जिसमें होती थी पार्टी

इस मामले में यह बात साफ हो गई है कि सफाईकर्मी के मोबाइल में कई वीडियो पाए गए हैं. वह वीडियो आपत्तिजनक हैं, इसलिए उन्हें जांच के लिए लैब भेजा गया है. हॉस्टल संचालक के बारे में पता चला है. हॉस्टल में ही एक नीचे रूम था, जो गेस्ट हाउस के रूप में था, जिसमें कभी-कभी उसकी पार्टी भी चलती थी.




पुलिस अब इस मामले की जांच कर रही है, लेकिन सबसे बड़ा सवाल है कि जिसने एफआईआर कराई, वह लड़की अपने घर चली गई है. बाकी लड़कियां भी चली गई हैं तो पुलिस इन आरोपियों को सजा दिलाने के लिए लड़कियों को गवाही के लिए कैसे लाएगी, क्योंकि उनके परिजन क्या गवाही के लिए जाने की अनुमति देंगे.




छात्राओं को लेने पहुंचे परिजन ने कहा कि हम अपनी बेटियों को लेने आए हैं. यहां से भरोसा उठ गया है. सुरक्षित नहीं हैं. बेटियों को दूसरी जगह रखेंगे. पुलिस को इस पर सख्त कार्रवाई करनी चाहिए.

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