नशे में टल्ली होकर दो पुलिसकर्मी पहुंचे सिगरेट पीने, दुकानदार ने पैसा मांगा तो करने लगे हंगामा, वीडियो आया सामने
रीवा शहर में दो पुलिस आरक्षकों की करतूत से खाकी शर्मसार हो गई है। सूत्रों की मानें तो मंगलवार की रात शराब के नशे में टल्ली होकर दो पुलिस कर्मी एसएएफ चौराहा स्थित पान के टपरे में सिगरेट पीने पहुंचे। वे दुकानदार को खाकी का टशन दिखाते हुए धूम्रपान किए। इसके बाद बिना पैसा दिए दोनों जाने लगे। दुकानदार द्वारा रोकने पर गाली-गलौज शुरू कर दी।
नशे में टल्ली होकर दो पुलिसकर्मी पहुंचे सिगरेट पीने, दुकानदार ने पैसा मांगा तो करने लगे हंगामा, वीडियो आया सामने
रीवा शहर में दो पुलिस आरक्षकों की करतूत से खाकी शर्मसार हो गई है। सूत्रों की मानें तो मंगलवार की रात शराब के नशे में टल्ली होकर दो पुलिस कर्मी एसएएफ चौराहा स्थित पान के टपरे में सिगरेट पीने पहुंचे। वे दुकानदार को खाकी का टशन दिखाते हुए धूम्रपान किए। इसके बाद बिना पैसा दिए दोनों जाने लगे। दुकानदार द्वारा रोकने पर गाली-गलौज शुरू कर दी।
पीड़ित के बेटे द्वारा बीच बचाव करने पर मारपीट की। फिर हंगामा कर गोली मार देने की धमकी दी। जब अन्य ग्राहक पहुंचे और वीडियो बनाने लगे तो दोनों पुलिसकर्मी भाग गए। वारदात की जानकारी दुकानदार ने रात में ही कोतवाली थाने को दे दी थी। ऐसे में बुधवार को सुबह सोशल मीडिया में वीडियो वायरल होने के बाद एसपी नवनीत भसीन ने निलंबित कर दिया है।
क्या है पूरा मामला
फरियादी ने सिटी कोतवाली थाने में शिकायती आवेदन दिया है। कहा है कि मैं जीतेन्द्र कुशवाहा गुढ़ चौराहे का निवासी हूं। मेरी पान के टपरे की दुकान एसएएफ चौराहे में है। जहां 25 अक्टूबर की रात दो शराबी आरक्षक आए। उन्होंने गाली देते हुए अपना नाम शंकर साकेत और शुभम सिंह परिहार बताया है। इन दोनों ने महज 20 से 30 रुपए के लिए मारपीट की है। बेटा आया तो गाली गलौज कर गोली मार देने की धमकी दिए है। समय रहते कार्रवाई नहीं हुई बड़ी घटना हो सकती है। ऐसे में तुरंत कार्रवाई की जाए।
एसपी के निलंबन पत्र में क्या
26 अक्टूबर को जारी पत्र में एसपी नवनीत भसीन ने कहा कि सोशल मीडिया में एक वीडियो सामने आया है। जिसमे दो व्यक्ति शराब का सेवन कर एक दुकानदार से अभद्रता कर रहे है।
वीडियो की पड़ताल करने पर आरक्षक 757 शंकर साकेत और आरक्षक 120 शुभम सिंह परिहार का नाम सामने आया है। प्रथमदृष्टया कार्य के प्रति घोर लापरवाही और अनुशासनहीनता पाए जाने पर दोनों को निलंबित कर दिया गया है।
निलंबन अवधि में दोनों का मुख्यालय पुलिस लाइन रहेगा। एसपी ने कहा है कि रोजाना रक्षित केन्द्र में होने वाली गणना में दोनों को उपस्थित रहना होगा। इस अवधि में नियमानुसार जीवन निर्वाह भत्ता दिया जाएगा। पत्र की कापी एसडीओपी कार्यालय मनगवां, रक्षित केन्द्र रीवा को भेजी है। साथ ही कहा है कि पांच दिवस के भीतर दोनों आरक्षकों के आचरणों की जांच कर प्रतिवेदन प्रस्तुत करें। जिससे अग्रिम कार्रवाई की जा सके।