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कलेक्टर पर भड़कीं महिला विधायक, अंधा, मूर्ख, भूत और ढोर तक कहा पढ़िए पूरी ख़बर

दमोह. दमोह (Damoh) जिले की पथरिया सीट से विधायक रामबाई सिंह परिहार (MLA Rambai singh parihar) अक्सर मीडिया की सुर्खियों में रहती हैं। एक बार फिर रामबाई मीडिया की सुर्खियों में हैं वजह है कलेक्टर (collector) को उसके ही चैंबर (chamber) के बाहर विधायक रामबाई का जमकर खरी खोटी सुनाना। कलेक्टर से बातचीत करते हुए रामबाई अपना आपा इस कदर खो बैठीं कि उन्हें कलेक्टर को अंधा, मूर्ख, भूत और ढोर तक कह डाला। रामबाई के कलेक्टर को अपशब्द कहते हुए मौके पर मौजूद किसी शख्स ने वीडियो (video) बना लिया और अब यही वीडियो सोशल मीडिया (social media) पर तेजी से वायरल (viral) हो रहा है।




ये है पूरा मामला

पथरिया विधायक रामबाई सिंह परिहार शुक्रवार को कलेक्ट्रेट में कलेक्टर एस कृष्ण चैतन्य से बातचीत करते वक्त अपना आपा खो बैठीं और कलेक्टर के सामने ही उन्हें अपमानित करते हुए ढोर, मूर्ख, अंधरा सहित अन्य शब्दों का प्रयोग कर अपना गुस्सा निकाला। यह वाक्या उस दौरान सामने आया जब विधायक रामबाई नरसिंहगढ़ ग्राम पंचायत की करीब डेढ़ दर्जन से अधिक ग्रामीण महिलाओं को उनकी समस्याओं के निराकरण को लेकर कलेक्ट्रेट पहुंची थीं, लेकिन कलेक्टर ने उन्हें समस्याओं के समाधान को लेकर नियम अनुसार कार्रवाई करने की बात कही जिस पर सामने खड़ी विधायक रामबाई ने उन्हें एक महिला के कागजात दिखाए जिस पर भी कलेक्टर ने नियमानुसार कार्रवाई करने की बात कही। कलेक्टर के द्वारा नियमानुसार कार्रवाई करने की बात सुनते ही रामबाई भड़क गईं और अपना खो बैठीं और उन्होंने कलेक्टर को खरी खोटी सुनाते हुए ऐसे शब्द कहे, जो कलेक्ट्रेट के भीतर पहली बार किसी विधायक द्वारा कलेक्टर से कहे गए होंगे।




उन्होंने दो टूक शब्दों में कहा कि क्या आपकी आंखें फूट गईं हैं या आप ढोर हो, दो पैसे की अक्ल नहीं है। इसी बीच कलेक्टर अपने चैंबर में चले गए और इधर विधायक चैंबर के बाहर चिल्लाते हुए अपनी बात कहतीं गईं।




आखिर क्यों भड़कीं रामबाई, अब आगे क्या ? बता दें कि पथरिया विधायक का गुस्सा इसलिए भी कलेक्टर पर फूट पड़ा, क्योंकि कलेक्ट्रेट आने से पहले वह नरसिंहगढ़ में आयोजित जन कल्याण शिविर में पहुंची थी, लेकिन यहां पर अधिकारी कर्मचारी मौजूद नहीं थे। साथ ही जब उन्होंने फोन पर कलेक्टर चैतन्य से बात की, तो उन्हें संतोषजनक जबाव नहीं मिला। इसके बाद वह कुछ पीडि़त महिलाओं को लेकर कलेक्ट्रेट पहुंच गईं। यहां पहुंचते ही कलेक्टर अपने चैंबर से बाहर आ गए।





इस पूरे घटनाक्रम में रामबाई सिंह का कहना है कि जनकल्याण योजना के तहत नरसिंहगढ़ में आयोजित शिविर में विभागों के अधिकारी नहीं थे। यहां तक की पंचायत का रोजगार सचिव भी नहीं था और ग्रामीण महिलाएं, पुरूष, जो अपने आवेदन लेकर शिविर में पहुंचे वह परेशान हो रहे थे। जिस पर मैंने शिविर स्थल से कलेक्टर को फोन लगाया, तो कहने लगे, मैडम में देख लूंगा नियम के तहत। इसके बाद जब मैं कलेक्ट्रेट आई, तो यहां पर कलेक्टर चैंबर में बैठकर वही बात कह रहे, जबकि जो महिलाएं मेरे साथ यहां आईं हैं, वह सभी पात्र हैं, तो इनकी समस्या नियम के तहत क्यों नहीं निपटाई जा रही। अच्छा हुआ वह जल्द ही चैंबर में घुस गए वरना हम चैक करने लायक नहीं रहने देते और हमारे मुखिया शिवराज सिंह भी कैसे कैसे भूतों को कलेक्टर बनाकर बिठाल देते हैं।




वहीं इस घटनाक्रम पर दमोह कलेक्टर एसकृष्ण चेतन्य का कहना है कि विधायक रामबाई ने प्लानिंग के साथ यह हरकत की है। इस घटना में उनके खिलाफ एफआइआर करा रहे हैं, मैंने एसपी से भी इस संबंध में बात कर ली है।

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