96000 रूपए की रिश्वत लेते पकड़ाया आरटीओ का बाबू, दो साथी भी गिरफ्तार
कटनी. मध्यप्रदेश में रिश्वतखोर अधिकारी-कर्मचारियों पर लोकायुक्त की कार्रवाई का सिलसिला लगातार जारी है लेकिन इसके बावजूद रिश्वतखोरी का खेल खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है।
ताजा मामला कटनी जिले का है जहां आरटीओ दफ्तर की एक रिश्वतखोर गैंग को लोकायुक्त की टीम ने बड़ी रिश्वत लेते हुए पकड़ा है। आरटीओ दफ्तर में पदस्थ बाबू व उसके दो साथी जो कि प्राइवेट कर्मचारी हैं 96 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए लोकायुक्त के हत्थे चढ़े हैं।
बाबू व उसकी गैंग ने ये रिश्वत कार व ट्रैक्टर का रजिस्ट्रेशन करने के नाम पर एक व्यक्ति से मांगी थी जिसकी शिकायत उसने जबलपुर लोकायुक्त से की थी और अब शिकायत पर कार्रवाई करते हुए लोकायुक्त की टीम ने बाबू व उसके दोनों साथियों को रंगेहाथों धरदबोचा।
आरटीओ दफ्तर की रिश्वतखोर गैंग पकड़ाई कटनी जिला परिवहन कार्यालय में पदस्थ बाबू जितेन्द्र सिंह बघेल व उसके दो साथी सुखेंद्र तिवारी, रावेंद्र सिंह जो कि प्राइवेट कर्मचारी हैं तीनों को 96000 रुपए की रिश्वत लेते हुए लोकायुक्त की टीम ने रंगेहाथों पकड़ा है।
जबलपुर लोकायुक्त की टीम ने इस कार्रवाई को अंजाम दिया। शुक्रवार को जैसे ही लोकायुक्त की टीम ने रिश्वत लेते ही बाबू जितेन्द्र सिंह बघेल व उसकी गैंग को पकड़ा तो पूरे आरटीओ दफ्तर में हड़कंप मच गया। रिश्वतखोर बाबू के द्वारा रिश्वत की मांग किए जाने के बाद शैलेन्द्र तिवारी नाम के व्यक्ति ने जबलपुर लोकायुक्त में शिकायत दर्ज कराई थी जिसके बाद इस कार्रवाई को अंजाम दिया गया।
लोकायुक्त ने रंगेहाथों पकड़ा कार्रवाई करने वाली लोकायुक्त की टीम के अधिकारियों ने बताया कि फरियादी शैलेन्द्र द्विवेदी ने शिकायत दर्ज कराई थी कि कटनी जिला परिवहन कार्यालय में यूडीसी-2 के पद पर पदस्थ जितेन्द्र सिंह बघेल और उसके साथी सुखेन्द्र तिवारी व रावेन्द्र सिंह जो कि प्राइवेट कर्मचारी हैं ने मिलकर उससे कार व ट्रैक्टर का रजिस्ट्रेशन कराने के एवज में 96000 रुपए रिश्वत की मांग की थी।
फरियादी की शिकायत की जांच की गई और जब शिकायत सही पाई गई तो जाल बिछाकर फरियादी शैलेन्द्र को रिश्वत के रुपए लेकर रिश्वतखोर बाबू के पास भेजा गया और जैसे ही उसने रिश्वत के पैसे लिए तो उसे रंगेहाथों गिरफ्तार कर लिया गया। ट्रैप दल डीएसपी दिलीप झरबड़े, निरीक्षक स्वप्निल दास,निरीक्षक मंजू किरण, निरीक्षक भूपेंद्र कुमार दीवान एवं दल के अन्य सदस्य शामिल रहे।