क्या आप से कभी मिले हैं टीआरएस कॉलेज के ये फर्जी प्रोफेसर साहब! ध्यान से देखिए इन्हें कभी आप भी तो नही हुए धोखाधड़ी के शिकार, जानिए कौन है यह…
रीवा। हमेशा ही विवादो के लिए चर्चा में रहने वाले टीआरएस कॉलेज में एक बार फिर फर्जीवाड़ा करने वाले फर्जी प्रोफेसर को पकड़ा गया है। यह प्रोफेसर छात्राओं से एडमिशन के नाम पर लूट कर रहा था, जिसने कई छात्रों को अपना शिकार बनाया।
शुक्रवार को जब फर्जी प्रोफेसर खुद बोर्ड की परीक्षा देने पहुंचा तो धोखाधड़ी की शिकार हुई छात्राओं ने उसे पहचान लिया और पुलिस को सूचना दे दी। पुलिस ने फर्जी प्रोफेसर को परीक्षा हॉल से ही गिरफ्तार कर लिया। जानकारी के मुताबिक टीआरएस कॉलेज की नव प्रवेशित छात्रा अंचल पटेल ने सिविल लाइन पुलिस को शिकायत कर बताया कि कॉलेज में उसके साथ एक युवक द्वारा धोखाधड़ी की गई है
रीवा:टीआरएस में पकड़ा गया फर्जी कर्मचारी! 300 रुपए की कर रहा था वसूली, छात्राएं पहुंची थाने..
जिसके द्वारा अपने आप को कॉलेज का प्रोफेसर बताते हुए ओरिजनल डाक्यूमेंट्स के साथ 300 रुपए लिए गए है। ऐसा उसने उनके साथ नहीं कई छात्रों के साथ किया गया है। छात्रा की शिकायत पर तत्काल पुलिस कॉलेज पहुंच गई और फर्जी प्रोफेसर को गिरफ्तार कर लिया। पकड़े गए आरोपी की पहचान दीपक मिश्रा पिता राजमनि मिश्रा उम्र 21 वर्ष के रूप में हुई है।
परीक्षा देने पहुंचा था युवक
बता दें कि धोखाधड़ी की शिकार हुई छात्राएं कॉलेज में थी और युवक भोज की परीक्षा देने टीआरएस कॉलेज आया हुआ था। उसे छात्राओं ने पहचान लिया। जानकारी कॉलेज स्टाफ को दी तो उन्होंने थाने जाने की बात कही। जिसके बाद छात्राएं थाने पहुंची और शिकायत की और पुलिस ने तत्काल एक्शन लेेते हुए छात्र को परीक्षा हॉल से ही गिरफ्तार कर लिया। बताया गया कि छात्र के पास से कई फर्जी दस्तावेज मिले है, जिसमें शासकीय शील, पत्र सहित कई कॉलेज के फर्जी दस्तावेज व छात्रों के ओरिजनल दस्तावेज मिले हैं।
प्रोफेसरो से दिखाता था जान पहचान
छात्राओं ने बताया कि जब वह दस्तावेज जमा करने गईं तो पहले उस युवक पर उन्हें विश्वास नहीं था लेकिन उस युवक द्वारा कॉलेज के प्रोफेसर व अन्य स्टाफ से इस प्रकार से बातचीत की जा रही थी जिससे लगा कि वह यहीं प्रोफेसर है और उनके द्वारा भरोसे पर रुपए और दस्तावेज दे दिए है। बताया कि युवक ने दस्तावेज लेकर मॉडल साइंस कॉलेज फोन भी लगाया गया था। जिसमें उधर से उन्होने दस्तावेज लेने की बात कही। बता दें कि युवक के पास से मिले फर्जी दस्तावेजो से लग रहा है कि युवक एक बड़े स्तर पर फ्राड करता है, हालांकि पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है।
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प्रवेश के नाम पर फर्जीवाड़ा
जानकारी के मुताबिक टीआरएस कॉलेज में प्रवेश के नाम पर बड़ी धोखाधड़ी की जाती है, यहां इस प्रकार के फर्जी प्रोफेसर तो ठीक कॉलेज के स्टाफ भी छात्रों से प्रवेश कराने के नाम पर राशि की वसूली करते हैं, ऐसे कई मामले पूर्व में समाने भी आ चुके है लेकिन कॉलेज प्रबंधन द्वारा दबा दिए जाते हैं और ऐसे कर्मचारियों का बचाव कर लिया जाता है। बता दें कि ऐसे ही दलालो के माध्यम से छात्र कॉलेज के शिक्षको व स्टॉफ तक पहुंचते है और प्रवेश कराने के लिए रुपए देते हैं।
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वर्जन
कॉलेज छात्राओं ने जानकारी दी कि किसी व्यक्ति द्वारा प्रवेश के लिए ओरिजनल दस्तावेज व रुपए लिए गए हैं। तत्काल उसे पुलिस को सूचना देकर पकड़वाया गया। छात्र किसी भी अंजान व्यक्ति को दस्तावेज न दे, कॉलेज में जो फीस लगती है उसकी रसीद दी जाती है। परिजन व छात्र इस बात का ख्याल रखे और किसी प्रकार की समस्या होने पर प्राचार्य से मिलें।
डॉ.केके शर्मा, प्राचार्य टीआरएस कॉलेज।
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