क्रिकेट खेल रहे एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर को आया अटैक
भोपाल में 34 साल के अफसर की सांस फूली, सीने में दर्द उठा; मौत
भोपाल के पिपलानी इलाके में क्रिकेट खेल रहे एक निजी कंपनी के एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर की हार्ट अटैक से मौत हो गई। क्रिकेट खेलने के दौरान उसकी अचानक सांस फूली। सीने में दर्द होने लगा। दोस्त उसे अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। पुलिस के मुताबिक युवक को सिगरेट पीने की लत थी। घटना मंगलवार शाम की है। बुधवार को पीएम के बाद पुलिस ने शव को परिजनों को सौंप दिया है।
मूलत: रीवा के मनगवां के रहने वाला योगेश गुप्ता (34) हेल्थ केयर से जुड़ी ‘फाइटोसेल लाइफ’ कंपनी में काम करते थे। वह कंपनी में एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर थे। भोपाल में प्रभात चौराहे के पास अशोका गार्डन इलाके में किराए से रहते थे। उनके साथ काम करने वाले सतेन्द्र ने बताया कि मंगलवार शाम वह 16 सहकर्मियों के साथ पिपलानी ग्राउंड में क्रिकेट खेलने गए। करीब 10-15 मिनट ही खेले होंगे कि बॉल पकड़ने के लिए योगेश ने दौड़ लगाई, तभी अचानक उनके सीने में दर्द उठा। वह गिर गए। उन्हें उठाकर पानी पिलाया। उन्हें कुछ देर वहीं बैठाने के बाद घर भेज दिया गया।
घर में फिर उठा दर्द और मौत
घर पहुंचने के बाद सीने में फिर से तेज दर्द उठा। आनन-फानन में दोस्त ऑटो से उन्हें वेदांता अस्पताल ले गए। डॉक्टरों ने हालत देख चरक अस्पताल के लिए रेफर कर दिया। इसके बाद उन्हें हमीदिया रेफर कर दिया। यहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
रोजाना 40 सिगरेट पी जाते थे…
मामले की जांच कर रहे ASI भारत सिंह मीणा ने बताया कि योगेश के घर में भी वह पहुंचे। घर में सिगरेट की कई डिब्बियां मिली हैं। उसके दोस्तों ने भी बताया कि योगेश को सिगरेट पीने की लत थी। रोजाना वह 30-40 सिगरेट पी जाते थे। भारत सिंह ने बताया कि अभी पीएम रिपोर्ट नहीं आई है, इसलिए असल वजह का पता नहीं चला है। प्रारंभिक जांच में हार्ट अटैक लग रहा है।
दशहरे पर काम नहीं होने से खेलने गए
सतेंद्र ने बताया कि दशहरा होने से ज्यादा काम नहीं था। इसलिए योगेश ने कहा कि चलो क्रिकेट खेलते हैं। ऑफिस के करीब 16 लोग मैच खेलने पिपलानी ग्राउंड गए। फील्डिंग के दौरान बॉल पकड़ते समय उनके सीने सीने में दर्द उठा और गिर गए। उन्हें उठाकर पानी पिलाया, तो बोले अभी आराम है।
15 दिन पहले ठीक था
योगेश के बड़े भाई ने बताया कि 15 दिन पहले योगेश घर रीवा आया था। उसका बॉडी चेकअप हुआ था। रिपोर्ट में सब नॉर्मल था। असल में योगेश इलाज के लिए घर से कुछ पैसे मांग रहा था, जिसके कारण बड़े भाई ने उसका पूरा चेकअप कराया था। बड़े भाई का कहना था कि अगर तुम्हें कोई दिक्कत है, तो इलाज का खर्च हम उठाएंगे, लेकिन चेकअप में सभी रिपोर्ट नॉर्मल आई थी।