कोरोना में माता-पिता खो चुके बच्चों का त्योहार
रीवा कलेक्टर ने अनाथ बच्चों के साथ मनाई दिवाली, करियर मार्गदर्शन के टिप्स देकर मिठाइयों का उपहार भी दिया
कोरोना काल में माता-पिता खो चुके बच्चों के साथ कलेक्टर मनोज पुष्प ने दिवाली का त्योहार मनाया है। कलेक्ट्रेट बंगले में रविवार को आयोजित हुए समारोह में कलेक्टर ने बच्चों से संवाद किया। कहा कि अनाथ बच्चों का कठिन समय अब बीत गया है। सभी अपने भविष्य के लिए तैयारियां करें। जिन बच्चों ने कक्षा 10वीं और 12वीं की परीक्षा पास कर ली है।
वे बच्चे अपने सही करियर का चुनाव करे। ऐसे में सबसे पहले कठिन परिश्रम करें। कोचिंग की यदि व्यवस्था नहीं हो रही है तो ऑनलाइन सभी तरह की पठन-पाठन सामग्री उपलब्ध है। इसका उपयोग करके प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर अपने भविष्य को संवारे। समय-समय पर सभी बच्चों को केन्द्र व राज्य सरकार द्वारा हर संभव सहायता दी जाएगी।
कलेक्टर ने सभी बच्चों को दीपावली की शुभकामनाएं दी। वहीं जिला पंचायत के सीईओ स्वप्निल वानखेड़े ने बच्चों से संवाद कर करियर को महत्वपूर्ण तरीके से उपयोग करने की सलाह दी। एसपी नवनीत भसीन ने बच्चों से सुरक्षा, यातायात नियमों का पालन कर अच्छे कैरियर के संबंध में सलाह दी।
समारोह के दौरान कलेक्टर के परिवारिक सदस्यों ने बच्चों के साथ कई मनोरंजन खेलों में भाग लिया। कार्यक्रम में एसडीएम अनुराग तिवारी, तहसीलदार आरपी त्रिपाठी, नायब तहसीलदार यतीश शुक्ला, सहायक संचालक महिला एवं बाल विकास आशीष द्विवेदी सहित बड़ी संख्या में बच्चे उपस्थित रहे।