PM Kisan Yojana: सांसद पकौड़ी लाल कोल और विधायक बेटे ले रहे किसान सम्मान निधि का लाभ, गलती किसकी- पता नहीं
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के लाभार्थियों की सूची में राबर्ट्सगंज के सांसद पकौड़ी लाल कोल और उनके पुत्र छानबे विधायक राहुल प्रकाश कोल के भी नाम हैं
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का लाभ माननीयों को भी मिल रहा है। हालांकि, अभी यह साफ नहीं हो पाया है कि इसमें गलती किसकी है। दरअसल, योजना के लाभार्थियों की सूची में राबर्ट्सगंज के सांसद पकौड़ी लाल कोल और उनके पुत्र मिर्जापुर के छानबे विधायक राहुल प्रकाश कोल के भी नाम हैं। सांसद के खाते में सम्मान निधि की नौ किस्त भी गई हैं।
विधायक का आधार सत्यापित न होने से किस्त नहीं गई। उप कृषि निदेशक ने कहा है कि मामले की जांच करवाई जाएगी। सांसद कोल ने भी जांच की बात कही है। कृषि विभाग की ओर से भेजी गई सूची का सत्यापन करते समय यह मामला प्रकाश में आया। तहसील अधिकारियों का मानना है कि यह गलत है और जांच के बाद निरस्त किया जाएगा। साथ ही रिकवरी भी हो सकती है।
सांसद के परिजनों का कहना है कि कुबरी पटेहरा स्थित पंजाब एंड सिंध बैंक में खाता तो है, लेकिन किस मद में पैसे आए हैं, उन्हें इसकी जानकारी नहीं है। सांसद पकौड़ी लाल मडि़हान तहसील क्षेत्र के पटेहरा कला गांव के निवासी हैं। पटेहरा कला की सूची में क्रम संख्या 672 पर सांसद पकौड़ी कोल की पत्नी पन्ना देवी का नाम है। आईडी संख्या यूपी 252991098 है
क्रम संख्या 674 पर राबर्ट्सगंज सांसद पकौड़ी लाल का नाम है। इनकी आईडी संख्या यूपी 2530003972 है। क्रम संख्या 675 पर छानबे विधायक राहुल प्रकाश का नाम (आईडी यूपी 253023259 पर) अंकित है। छानबे विधायक के खाते में आधार अपडेट नहीं होने से योजना की एक भी किस्त नहीं पहुंची। इस संबंध में तहसीलदार फूलचंद यादव का कहना है कि माननीय से जांच के बाद रिकवरी कराई जाएगी।
सांसद बोले- हम जांच कराएंगे
सांसद पकौड़ी लाल कोल ने कहा कि मुझे इस बारे में कोई जानकारी नहीं है और न ही इसके लिए हम पात्र हैं। हो सकता है कि राजस्व कर्मचारियों ने सत्यापन के दौरान किसान समझकर मेरा नाम भेज दिया हो और सम्मान निधि स्वीकृत हो गई है। किसी दूसरे के द्वारा नाम का दुरुपयोग भी किया जा सकता है, जो भी होगा इसकी हम जांच कराएंगे।
उप कृषि निदेशक अशोक उपाध्याय ने कहा कि लाभार्थियों की लिस्ट में माननीयों के नाम है। यह विभागीय त्रुटि से हुआ या फिर गलत जानकारी देकर नाम शामिल कराया गया यह तो जांच के बाद स्पष्ट होगा। हालांकि विधायक के खाते में आधार सत्यापन न होने की वजह से एक भी किस्त नहीं भेजी गई।
सांसद के खाते में योजना की किस्त गई है कि नहीं यह जांच के बाद स्पष्ट होगा। मड़िहान तहसील के एसडीएम और विभागीय अधिकारियों को माननीय के साथ पूरे गांव के लाभार्थियों की लिस्ट जांचने के लिए पत्र लिखा गया है।