निजी स्कूल मनमानी करने से नहीं आ रहे बाज अभिभावकों के साथ अंधी लूट….
SAGAR NEWS : मध्य प्रदेश सरकार शिक्षा स्तर को सुधारने के लिए हजार प्रयास कर ले, कितने भी नियम बना ले और लाखों समीक्षाएं कर ले लेकिन निजी स्कूल अपनी मनमानी करने से बाज नहीं आ रहे हैं मामला है सागर जिले के रहली ब्लॉक का जिसमें कई निजी स्कूल आज भी स्कूल से संबंधित ड्रेस और किताबों के लिए उनकी चुनी हुई कमीशन धारी दुकान पर ही अभिभावकों को भेजा जाता है और उनसे मोटी मोटी रकम येंठी जाती है। कई स्कूल संचालक तो स्वयं की दुकानों पर से अभिवावकों को किताबें लेने को मजबूर किए, जिनके ना ही स्टेशनरी रजिस्ट्रेशन हैं ना ही प्रशासन को इन स्टेशनरी दुकानों की जानकारी हैं..
जिसमें अभिभावक अपने बच्चों का भविष्य देखते हुए विवशतावस इन स्कूलों की जालसाजी का शिकार हो रहे हैं यह जानते हुए की हर वह सामग्री जिस पर इसे मोटी रकम वसूली जा रही है उसके उचित मूल्य कुछ और है लेकिन फिर भी यह मजबूरी का शिकार है। इस सत्र की शुरुआत में अब तक शासन ने भी इस और बिल्कुल भी ध्यान नहीं दिया है अगर कुछ देर और होती है और ऐसे स्कूलों पर कार्यवाही नहीं होती है तो ऐसी तरीके से एक के बाद एक अभिभावकों को बेहिचक लूटते रहेंगे।
आपकी जानकारी के लिए बता दें की पूर्व में शिक्षा विभाग के द्वारा और समस्त जिला कलेक्टरों के द्वारा यह आदेश दिए गए थे की सभी निजी स्कूलों में लगने वाली काफी किताबें और ड्रेसों के लिए चार से पांच अलग-अलग दुकानों पर और स्टेशनरी पर उपलब्ध कराए जाएं लेकिन उन आदेशों की अवहेलना करते हुए यह निजी स्कूल एक बार फिर से अपनी मनमानी पर उतारू हैं. और कमीशन धारी दुकान पर अभिभावकों को भेज रहे हैं जिससे हर छोटी से छोटी स्कूल से संबंधित सामग्री पर अच्छा खासा पैसा देना पड़ा रहा है।
निजी स्कूलों में की खामियां इसके बाबजूद भी ब्लाक शिक्षा अधिकारी, जिला शिक्षा अधिकारी, जिला कलेक्टर इस ओर बिल्कुल भी ध्यान नहीं दें रहें… ना ही स्कूल प्रबंधन,ना ही शिक्षा विभाग के जिम्मेदार अधिकारी मीडिया के कैमरे पर कुछ कह रहें,,ना ही कालाबजारी रोक रहें…
अब देखना होगा कि खबर के बाद शिक्षा विभाग के जिम्मेदार अधिकारी इस ओर ध्यान देते हैं या यूं ही अभिवावकों के साथ खुलेआम लूट होती रहेंगी….!!