MP में इस दिन होगी मॉनसून की एंट्री, इस जिले में होगा लेट
मानसून अरब सागर से आएगा या बंगाल की खाड़ी से यह अनुमान केरल तट पर आने के बाद ही तय हो सकेगा। इस साल नौतपा की तपन कमजोर रही। नौतपा में पहली बार ऐसी स्थिति बनी जब तापमान सामान्य से 5-5 डिग्री तक कम दर्ज किया गया।
मौसम विभाग की मानें तो इस साल की फुहारों के लिए देर तक इंतजार करना होगा। केरल तट पर ही चार दिन देरी से 4 जून के आसपास पहुंचने के संकेत हैं। कम बारिश की भी आशंका है। नौतपा का गलना वैसे ही कम बारिश के संकेत देता है। इस साल इंदौर में तो गला, पूरे प्रदेश में अनेक स्थानों पर भीग भी गया।
मौसम वैज्ञानिक का मानना है कि इस साल नौतपा की तपन से ज्यादा गर्माहट नहीं आई। इन दिनों में तापमान 44-45 तक पहुंच जाता है। इस साल ऐसा नहीं हो रहा है। इसकी कई वजह हो सकती है।
खास वजह अरब सागर और बंगाल की खाड़ी में कनर्जेंस जोन केरल व महाराष्ट्र की ओर नहीं जाते हुए ओडिशा लेटिट्यूड पर बने और चक्रवात का रूप ले लिए। इससे मप्र में गर्मी पड़ने के बजाय हवा-आंधी और बारिश होती रही। दूसरा पेसिफिक सागर से पूर्वी हवा भी खूब आई, इनकी नमी ने गर्मी को जमने नहीं दिया।
फिर होगी बारिश
मध्यप्रदेश के साउथ वेस्ट और साउथ स्टेट से मानसून की एंट्री बताई जा रही है। मौसम विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के मुताबिक वर्तमान में एक पश्चिमी विक्षोभ उत्तरी पाकिस्तान के हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात के रूप में बना हुआ है जबकि पंजाब के ऊपर एक प्रेरित चक्रवात का घेरा निर्मित हुआ है।
पश्चिमी विक्षोभ के आगे बढ़ने से मौसम का मिजाज बदलने का कल का हवा के साथ नमी आने के कारण 7 संभाग में कहीं-कहीं बारिश की संभावना जताई गई है। तापमान में गिरावट देखी जाएगी। 7 संभागों में बारिश की चेतावनी जारी की गई है। उसमें भोपाल नर्मदा पुरम सागर जबलपुर ग्वालियर चंबल संभाग शामिल है।
जानिए किस साल कब-कब आया मानसून
2013- 10 जून
2014- 10 जुलाई
2015- 14 जून
2016- 21 जून
2017- 26 जून
2018- 27 जून
2019- 25 जून
2020- 15 जून
2021- 11 जून
2022- 17 जून