मध्य प्रदेश के ओम प्रकाश शर्मा को मिल रहा पद्मश्री, जानिए किस लिए मिला सम्मान.
भोपाल। मालवी बोली में गाई जाने वाली मालवा की लोक गायन शैली माच रंगमंच का चेहरा कहे जाने वाले मध्य प्रदेश के ओमप्रकाश शर्मा को पद्म श्री सम्मान मिलेगा। गणतंत्र दिवस 2024 की पूर्व संध्या पर गुरुवार को पद्म पुरस्कारों का ऐलान किया गया है। मध्य प्रदेश के ओमप्रकाश शर्मा माच विद्या से लोक कला में रुचि रखने वाले युवा कलाकारों को भी जोड़ने का काम कर रहे हैं।
ओम प्रकाश शर्मा 85 साल के हैं, उन्होंने गायन शैली के अलावा उसे रंग मंच की विद्या से भी जोड़ा और 18 नाटक लिखे। मालवी माच गीत और नाटकों के साथ उन्होंने देश भर में कई शहरों में प्रस्तुतियां दी हैं। माच का प्रदर्शन पहले होली के त्योहारों के आसपास किया जाता था।
माच हिंदी शब्द मंच का अनुवाद है। 100 साल पहले मालवा क्षेत्र के अखाड़े में माच का प्रदर्शन मनोरंजन के लिए किया जाता था। बाद में ओमप्रकाश शर्मा के दादाजी दौलतगंज अखाड़े के उस्ताद कालूराम ने माच के लिए नाटक लिखे। इसके बाद ओमप्रकाश ने भी अपने दादा से माच गायन शैली सीखी और बाद में उन्होंने भी नाटक लिखना शुरू किए। धीरे-धीरे उन्होंने इस कला को अच्छे से पहचान लिया और त्योहार पर मालवा बेल्ट में इस कला को प्रदर्शित करने लगे।