रीवा हॉस्पिटल में मरे हुए व्यक्ति का करते रहे इलाज, शव देने से किया मना
जब तक जेब में माल है = तब तक मरीज़ में जान है,,, इस विधा को चरितार्थ किया रीवा हास्पिटल,,,
मरे हुए व्यक्ति का करते रहे इलाज शव देने से किया मना भारी भरकर बिल को लेकर हुआ हंगामा,,,,
रीवा शहर में खुले चाय सब्जी के ठेले की तरह नर्सिंग होम में लूट जारी है, अब तो मरे हुए व्यक्ति का भी चार छः घंटे पैसे के लिए इलाज करते रहते हैं, ऐसा ही एक मामला रीवा हास्पिटल बाणसागर रोड का सामने आया है जहां शव नहीं देने पर जोरदार हंगामा किया गया है,, परेशान परिजन रोते बिलखते रहते रहें पर यहां कोई बदलाव नही होता है,,,
मिडिया रिपोर्ट के मुताविक रीवा हास्पिटल सत्येन्द्र शुक्ल नामक पुलिस अधीक्षक के पैसे से बना हुआ है! हलांकि सीता प्रसाद शुक्ल पी एच ई को काफी दोहन किया था उनका भी भारी भरकर धन समाया हुआ है जहां हर नियम कानून दफ़न है सिर्फ आमदनी का रास्ता खुला है