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भोपाल जेल में कैदी नंबर 1949

ढोंगी मिर्ची बाबा की एक बोली पर उसके दरबार में दिग्गज नेताओं की लाइन लगती थी। वह इन दिनों सेंट्रल जेल में कैदी नंबर 1949 बनकर रह रहा है। अपनी हालत देखकर कैदियों के बीच मिर्ची बाबा फूट-फूटकर रोते हैं। बाबा की नजदीकियां कांग्रेस के नेताओं से ज्यादा है। उनके दरबार में आए दिन एमपी कांग्रेस के बड़े नेता जाते थे। ऐसे में बाबा की हनक पूरे इलाके में अलग थी। जेल में हो रही किरकिरी पर वह लोगों को सफाई दे रहे हैं कि मुझे राजनीतिक षड्यंत्र के तहत फंसाया गया है।




Baba Vairagyanand Giri alias Rapist Mirchi Baba kept crying all day in Bhopal jail, no one came to meet him

भोपाल: बाबा वैराग्यनंद गिरी उर्फ मिर्ची बाबा… इस नाम से अप्रैल 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले देश के लोग अनजान थे। भोपाल में लोकसभा चुनाव के दौरान अचानक से इस बाबा की एंट्री होती है। बाबा मिर्ची यज्ञ कर कांग्रेस उम्मीदवार दिग्विजय सिंह को जीत दिलाने का दावा करते है। इसके बाद बाबा देश में छा जाते हैं। मिर्ची यज्ञ कर बाबा दिग्विजय सिंह को जीत तो नहीं दिला पाए लेकिन अपनी पहचान जरूर बना ली। अब इस बाबा की नई पहचान कैदी नंबर 1949 की है। ढोंगी मिर्ची बाबा महिला से रेप के आरोप में भोपाल सेंट्रल जेल में बंद है, जहां रोते हुए दिन कट रहा है। बड़े नेताओं से कभी घिरे रहने वाला मिर्ची बाबा नि:संतान महिलाओं को भभूति से चमत्कार होने का दावा करता था।


बाबा पर आरोप है कि महिलाओं को झांसे में लेकर उनके साथ गलत करता था। मिर्ची बाबा की करतूतों का पोल अब खुलने लगा है। रायसेन की एक महिला ने मिर्ची बाबा पर रेप का आरोप लगाया है। महिला का आरोप है कि बाबा ने भभूति देकर बेहोश किया और कमरे में रेप किया। महिला होश में आने के बाद जब विरोध किया तो बाबा ने कहा कि इसी से गोल-मोल बच्चा होगा। महिला ने शिकायत दर्ज करवाई तो पुलिस ने ग्वालियर से उसे गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तारी के बाद बाबा जेल के अंदर हैं।





सीक्रेट कमरे में पाप करता था बाबा

मिर्ची बाबा मूल रूप से भिंड जिले के रहने वाले हैं। भोपाल के मिनाल रेसीडेंसी स्थित एक मकान में उनका ठिकाना था। यह मकान बाबा ने किराए पर लिया था। भोपाल में रहने के दौरान वह यही पर लोग से मिलते थे। महिला के आरोपों के बाद पुलिस जब मौके पर जांच के लिए पहुंची तो नीचे के फ्लोर पर सीसीटीवी कैमरा लगा हुआ था। वहीं, बाबा का ऊपर में एक सीक्रेट रूम था, जिसमें किसी का आना जाना नहीं था। महिला का आरोप है कि बाबा ने उसी कमरे में रेप किया था। इस फ्लोर पर कोई सीसीटीवी कैमरा भी नहीं लगा है।


बाबा के लोग फरार

भोपाल स्थित घर पर बाबा की अनुपस्थित में एक पुरुष और महिला कर्मचारी रहता था। बाबा की गिरफ्तारी के बाद से दोनों फरार हैं। मिर्ची बाबा के खिलाफ कोई खुलकर तो नहीं बोल रहा है। पड़ोसी दबी जुबान में यह स्वीकार कर रहे हैं कि इसके यहां हमेशा मजमा लगता था। बाबा का रौब ऐसा था कि कोई विरोध नहीं कर पाता था। हमेशा महिलाओं और लड़कियों को यहां आना जाना लगा रहता था।

अनपढ़ है मिर्ची बाबा

जेल जाने के बाद मिर्ची बाबा खूब रो रहे हैं। अब खुद ही लोगों को वह अपनी सच्चाई बता रहे हैं। मिर्ची बाबा ने कहा कि मैं खुद अनपढ़ हूं। वृंदावन में रहकर कथा वाचन और मंत्र सीखा है। इसके बाद हरिद्वार के एक अखाड़े का महामंडलेश्वर बना हूं। मेरे ऊपर लग रहे आरोप झूठे हैं।




भभूति से चमत्कार का दावा

बाबा लोगों के सामने भभूति से चमत्कार का दावा करते थे। नि:संतान लोगों को बाबा बच्चा होने का भरोसा देते थे। वह भभूति और एक गोली देकर दावा करता था कि बच्चा हो जाएगा। रायसेन की महिला भी इसी तरह से झांसे में आ गई थी। भोपाल स्थित घर पर जब बाबा होता था तो उसके घर पर लोगों की लाइन लगी रहती थी। इसकी वजह से पड़ोसियों को भी परेशानी उठानी पड़ती थी।

मिर्ची यज्ञ से पूरी होगी मुराद

बाबा वैराग्यनंद गिरी का नाम मिर्ची बाबा इसलिए पड़ा था कि वह मिर्ची यज्ञ कर मुराद पूरी करने का दावा करता था। हर समस्या का इलाज वह मिर्ची यज्ञ से करता था। मिर्ची यज्ञ कर वह दुश्मनों की आहुति देता था। बाबा के इसी जाल में लोग फंसते जाते थे। मिर्ची बाबा के आगे नतमस्तक तो दोनों दल के नेता होते थे लेकिन कांग्रेस नेताओं की मेहरबानी बाबा पर कुछ ज्यादा ही थी।





दिग्विजय सिंह के लिए किया था मिर्ची यज्ञ

लोकसभा चुनाव के दौरान भोपाल में मुकाबला कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह और बीजेपी की साध्वी प्रज्ञा में था। साध्वी हिंदुत्व का कार्ड खेल रही थीं, तब दिग्विजय सिंह के समर्थन में कई बाबा चुनावी मैदान में उतर आए थे। इसी दौरान मिर्ची बाबा पहली बार मीडिया के सामने आए थे। मिर्ची बाबा ने भोपाल में मिर्ची यज्ञ कर दिग्विजय सिंह को जीताने का दावा किए थे। अगर उन्हें जीत नहीं मिली तो मैं जल समाधि ले लूंगा।





मिर्ची बाबा को ढूंढने लगे लोग

चुनाव नतीजे आने के बाद दिग्विजय सिंह चुनाव हार गए। सोशल मीडिया पर लोग मिर्ची बाबा को ढूंढने लगे। कुछ दिन तो बाबा का पता नहीं चला। दो महीने बाद मिर्ची बाबा प्रकट होकर भोपाल में ड्रामा करने लगे कि मैं जलसमाधि लेने जा रहा हूं। तत्कालीन भोपाल कलेक्टर ने उन्हें इसके लिए परमिशन नहीं दी। बाबा होटल से नाटक करते रहे लेकिन प्रशासन ने रोक दिया।




इसके बाद बढ़ी कांग्रेस नेताओं से नजदीकियां

2019 लोकसभा चुनाव के बाद मिर्ची बाबा खुल कर कांग्रेस के समर्थन में उतर आए थे। वह लगातार कांग्रेस नेताओं के लिए काम करते थे। साथ ही सरकार की बखिया भी उधेड़ थे। कई बार उन्होंने आरोप लगाया कि शिवराज सरकार हमारे खिलाफ साजिश रच रही है। बाबा के घर पर कांग्रेस नेताओं की हाजिरी भी खूब लगती थी। इसमें पूर्व सीएम कमलनाथ से लेकर कई पूर्व मंत्रियों के नाम हैं। बाबा के रूतबे के का कमाल ही था कि उन्हें राज्य मंत्री का दर्जा मिला हुआ था। बाबा की तस्वीरें बीजेपी के भी कई दिग्गज नेताओं के साथ है।

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