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जबलपुर अग्निकांड के बाद खुली प्रशासन की नींद:रीवा में 2 दिन के भीतर 27 नर्सिंग होमों की जांच, 14 में नहीं मिले फायर सेफ्टी के इंतजाम, मरीजों के भर्ती पर रोक

Administration sleeps open after Jabalpur fire: Investigation of 27 nursing homes in Rewa within 2 days, ban on recruitment of patients

जबलपुर के निजी अस्पताल में हुए अग्निकांड के बाद रीवा जिला प्रशासन की नींद खुल गई है। यहां दो दिन के भीतर 27 नर्सिंग होमों की जांच की गई है। सूत्रों में चर्चा है कि 14 निजी अस्पतालों में फायर सेफ्टी के इंतजाम नहीं मिले है। ऐसे में संबंधित हॉस्पिटलों में मरीजों की भर्ती व ओपीडी के संचालन पर रोक लगा दी गई है। साथ ही जिला प्रशासन ने आगाह किया है कि यदि एक माह के अंदर सभी मानकों पर नर्सिंग होम खरे नहीं उतरेंगे तो तालाबंदी कर दी जाएगी।

 

पहले दिन की कार्रवाई

गौरतबल है कि रीवा जिले में 52 नर्सिंग होम है। जिनमे अकेले रीवा शहर में 48 है। बीते दिनों जबलपुर अग्निकांड में आठ मरीजों की मौत के बाद 3 अगस्त को रीवा शहर के 12 नर्सिंग होमों का औचक निरीक्षण किया गया। ऐसे में तीन जगहों पर कमियां पाई गई थी। दावा है कि शंकर नर्सिंग होम और सिटी हॉस्पिटल में फायर सेफ्टी का सर्टिफिकट नहीं पाया गया। वहीं वरदान हॉस्पिटल में आपात कालीन रास्ता नहीं मिला है। जिसके बाद तीनों जगहों पर नए मरीजों को देखने और भर्ती करने पर रोक लगा दी गई।

 

दूसरे दिन इन नर्सिंग होमों पर एक्शन

दूसरे दिन 15 नर्सिंग होमों में जाकर संयुक्त टीम ने व्यवस्थाएं देखी तो 11 जगहों पर कमियां पाई गई। फायर सेफ्टी से जुड़े इंतजाम नहीं होने पर पसोनिया, केएल अग्रवाल, आरोग्यम, लाइफ केयर हास्पिटल, रेनबो, क्षितिज, गणेश आई हास्पिटल, लक्ष्मी हास्पिटल, नवोदय हास्पिटल, मिश्रा नियोनेटल चाइल्ड केयर और विंध्या हास्पिटल को नोटिस दिया है। साथ ही कहा है कि आगामी निर्देश तक मरीजों की ओपीडी और भर्ती करने पर रोक जारी रहेगी। अब इन निजी अस्पतालों को एक महीने के भीतर व्यवस्थाएं सुधार कर रिपोर्ट प्रस्तुत करनी होगी। जिसके बाद आगामी कार्रवाई तय होगी।

 

इस टीम ने दी दबिश

कलेक्टर मनोज पुष्प के निर्देश पर नायब तहसीलदार यतीश शुक्ला, सीएमएचओ डॉ. एनएन मिश्रा, डॉ. ज्ञानेश मिश्रा, डॉ. प्रदीप शुक्ला, डॉ. केबी गौतम सहित अन्य सदस्यों ने नर्सिंग होम पहुंचकर फायर सेफ्टी की गाइड लाइन के अनुसार व्यवस्थाओं का आंकलन किया। नायब तहसीलदार यतीश शुक्ला ने बताया कि तीन और चार अगस्त को शहर के 27 नर्सिंग होमों की जांंच की है। जहां 14 नर्सिंग होम में खामियां पाए जाने पर नये मरीजों की भर्ती पर रोक लगा दी गई है। वहीं 13 नर्सिंग होम फिट पाए गए है।

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