Bagheli film budhiya की boycott की खबर सुनते ही अविनाश तिवारी के उड़े होश मांगी माफी
Avinash Tiwari apologized after hearing the news of boycott of Bagheli film Budhiya
अविनाश तिवारी ने कहा अगर किसी की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंची हो तो माफ करे वही ठाकुर समाज के लोगो ने समदरिया cinema में बुधिया फिल्म का पुतला फूंका
Bagheli film बुधिया (budhiya) को boycott करने की उठी मांग, ये रही वजह
ये रहा पूरा मामला
Bagheli film बुधिया (budhiya) को boycott करने की उठी मांग, ये रही वजह
बीते दिनों बघेली फिल्म बुधिया रीवा के सिनेमा घरों में रिलीज हुई
वहीं रॉयल राजपूत संगठन द्वारा कहा गया कि बुधिया बघेली फिल्म में ठाकुर साहब बलात्कारी ही है तो धिक्कार है, ऐसी बघेली फिल्म पर वहीं Avinash Tiwari जो मुख्य भूमिका पर है, रॉयल राजपूत संगठन ने इस फिल्म का विरोध किया, साथ ही यह भी कहा गया की यह फिल्म मध्यप्रदेश के साथ साथ कही भी प्रसारित नहीं की जाएगी और इसका उग्र प्रदर्शन होगा
पहले ही दिन सिनेमा की कुर्सियां रही खाली ,नही चली बघेली फिल्म बुधिया!
इस ठाकुर विरोधी फिल्म को तत्काल बंद किया जाये वहीं रॉयल राजपूत के पदाधिकारियों ने चेताया है कि अगर ये फिल्म विंध्य से बंद न की गई तो रॉयल राजपूत संगठन इसका उग्र विरोध करेगा जिसका परिणाम बहुत बुरा होगा
पहले भी विवादो में रह चुके है अविनाश तिवारी जिसका विरोध कई बार किया जा चुका
आपको बता दे की बघेली बोली में बनी फिल्म ‘बुधिया’ 12 नवंबर को बड़े पर्दे पर रिलीज हो गई। एक सैकड़ा वीडियो बनाकर दर्शकों को हंसाने वाले सीधी के कलाकार अविनाश तिवारी फिल्म लेकर आए है। बता दें कि अविनाश तिवारी के ज्यादातर फेसबुक और यूट्यूब के वीडियो हिट है। ऐसे में अविनाश तिवारी के मन में फिल्म का आइडिया आया। फिल्म में मुख्य रोल अविनाश तिवारी, अन्नपूर्णा द्विवेदी, शैलेंद्र दत्त, नवीन तिवारी का हैं।
बघेली फिल्म ‘बुधिया’3 स्टेप में रिलीज हो रही है। पहला सप्ताह यानी की 12 नवंबर को रीवा, सतना और सीधी के थियेटरों में फिल्म लगेगी। दूसरे सप्ताह में शहडोल, सिंगरौली में फिल्म का प्रदर्शन किया जाएगा। तीसरे सप्ताह में इंदौर, भोपाल, जबलपुर, मुंबई और छत्तीसगढ़ राज्य के थिएटरों में दर्शक ‘बुधिया’ फिल्म देख सकते है। फिल्म में अविनाश तिवारी बेटी बचाओ और बेटी पढ़ाओं का संदेश देंगे।
मां के गहने बेंचकर फिल्म में लगाया दाव
बघेली कलाकार अविनाश तिवारी ने ‘बुधिया’ फिल्म के लिए मां के गहने तक बेंचकर फिल्म में दाव लगाया है। अविनाश तिवारी का मानना है कि इंग्लिश भाषा में हालीवुड, हिन्दी भाषा में बॉलीवुड के बाद साउथ में टालीवुड की धूम मची हुई है।
वहीं भोजपुरी, पंजाबी और बंगाली सिनेमा को सब लोग जानते है। अब गुजराती, मराठी और राजस्थानी भाषा ने अपनी अलग पहचान बना ली है। सिर्फ बघेलखंड के बघेली बोली को सेंसर बोर्ड नहीं जानता था। जिसकी शुरुआत विंध्य से हो गई है।