रहिकवारा में चोरी गए पीएम आवासों की संख्या बढ़ी
सामने आए 44 मामले, पुलिस की गिरफ्त में आते ही बीमार पड़ा आरोपी पूर्व सरपंच
नागौद जनपद पंचायत की रहिकवारा ग्राम पंचायत में चोरी हुए पीएम आवासों की संख्या लगातार बढ़ती ही जा रही है। साथ ही भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष के भाई के कई और कारनामे भी उजागर होने लगे है। उधर, गिरफ्तार होते ही आरोपी पूर्व सरपंच की तबीयत बिगड़ गई, तो कलेक्टर ने दोषी पीसीओ को निलंबित और जीआरएस को टर्मिनेट कर दिया है।
सिर्फ कागजों पर हुआ निर्माण
नागौद जनपद की ग्राम पंचायत रहिकवारा में चोरी गए पीएम आवासों की संख्या बढ़ कर 44 तक पहुंच गई है। प्रशासनिक तौर पर जांच करने पहुंचीं 10 टीमों को रहिकवारा में अब तक 44 पीएम आवास गायब मिले हैं। मसलन इन आवासों का निर्माण कागजों में तो हो गया। उनके हितग्राहियों के नाम पर राशि भी निकाल ली गई, लेकिन भौतिक रूप से वे हितग्राही अभी भी आवासहीन ही हैं।
इसी मामले में पहले दिन की जांच में 8 पीएम आवास गायब मिलने पर रहिकवारा पंचायत के पूर्व सरपंच बलवेंद्र प्रताप सिंह, पीसीओ राजेश्वर कुजूर और जीआरएस बृज किशोर कुशवाहा के खिलाफ नागौद थाना में मुकदमा दर्ज कराया। इन तीनों ने मिलकर 1 लाख 20 हजार रुपए प्रति हितग्राही के मान से दूसरों के खातों राशि डालकर आहरित की और कागजों में आवास पूर्ण दर्शा दिया। आरोप है कि इस तरह की घोटालेबाजी 61 आवासों के मामले में हुई।
गिरफ्त में आते ही बीमार बन गया आरोपी
पीएम आवासों की चोरी के मामले में मुकदमा दर्ज होने के बाद दो कार्यकाल रहिकवारा के सरपंच रह चुके बलवेंद्र प्रताप सिंह को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस की गिरफ्त में आते ही बलवेंद्र की तबीयत बिगड़ गई। पूर्व सरपंच ने ब्लड प्रेशर बढ़ने की शिकायत की। जिस पर उसे नागौद अस्पताल ले जाया गया, हालांकि अदालत ने उसका जेल वारंट जारी कर दिया है।
बता दें कि बलवेंद्र सिंह के भाई सुरेंद्र सिंह बघेल दो बार लगातार सतना भाजपा के जिलाध्यक्ष रहे हैं। जिस अवधि में पीएम आवास की चोरी का यह खेल हुआ। उसी अवधि में बलवेंद्र रहिकवारा का सरपंच और उसके बड़े भाई सुरेंद्र भाजपा जिलाध्यक्ष रहे हैं।
आरोपी पीसीओ सस्पेंड, जीआरएस टर्मिनेट
इसी मामले में आरोपी पंचायत समन्वय अधिकारी राजेश्वर कुजूर को कलेक्टर अनुराग वर्मा ने शुक्रवार को निलंबित कर दिया है। इसी तरह घोटाले में शामिल ग्राम रोजगार सहायक बृज किशोर कुशवाहा की सेवा समाप्ति का आदेश भी कलेक्टर ने जारी कर दिया है। ये दोनों आरोपी अभी फरार हैं। पुलिस इनकी तलाश कर रही है।
कई और कारनामे भी आए सामने
हितग्राहियों के नाम पर पीएम आवास का पैसा हड़प जाने वाले रहिकवारा के पूर्व सरपंच बलवेंद्र सिंह के कई और कारनामे भी सामने आए हैं। बड़े भाई की सत्ता और संगठन में बैठे भाजपा नेताओं से नजदीकी का फायदा उठाते हुए बलवेंद्र ने पंचायत में कई सरकारी भवनों पर कब्जा कर रखा है।
पुराने पंचायत भवन में बलवेंद्र के भतीजे का कब्जा है तो सरकारी पुस्तकालय को भी कब्जे में लेकर किराए पर दे रखा है। इतना ही नही पंचायत की दुकानें भी मनमानी ढह से अपने पद के दुरुपयोग करते हुए बलवेंद्र ने अपने परिजनों को आवंटित की थीं।