Screenshot_20221013-174458_Faceb

Karwa Chauth 2022 : जेल में बंद कैदी मना रहीं करवा चौथ, पति की हत्या करने वाली महिलाओं ने भी रखा व्रत

Karwa Chauth Vrat in Jail 2022 : उत्तर प्रदेश के जेल मंत्री धर्मवीर प्रजापति ने जेल में बंद विवाहित महिला कैदियों के लिए भी करवा चौथ का व्रत रखने की अनुमति दी है। जिसके बाद सभी जिलों की जेलों में महिला बंदियों के करवा चौथ का व्रत रखने के लिए खास इंतजाम किए गए हैं। लखनऊ जेल में जहां 50 महिला कैदियों ने करवा चौथ का व्रत रखा है। वहीं, गोरखपुर जेल में 12 महिला कैदियों ने करवा चौथ का उपवास रखा है। सबसे खास बाद ये है कि इन महिलाओं में दो महिला कैदी ऐसी भी हैं, जो अपने पति की हत्या में शामिल रही हैं। शायद वह पति के लिए व्रत रखकर प्रायश्चित कर रही हैं।




बता दें कि लखनऊ जेल में बंद करीब 50 महिला कैदियों में से 10 पहली बार करवा चौथ का व्रत रख रही हैं। जेल अधिकारियों की अनुमति के बाद महिला कैदियों को उनके परिजनों ने जेल में ही पूजा और खाने का सामान भेजा है। जेल के वरिष्ठ अधीक्षक आशीष तिवारी ने बताया कि करवा चौथ का व्रत रखने वाली महिला कैदियों को निगरानी में सभी रस्में निभाने की अनुमति दी गई है। आज के लिए इनकी बैरक को खोला गया है, रात को पूजन के बाद बैरक को बंद कर दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि 6 महिला बंदियों के पति भी जेल में बंद हैं। उन्हें व्रत के दौरान पत्नियों से मिलने की अनुमति दी जाएगी।




चांद दिखने के बाद सभी महिलाएं हो सकेंगी पूजा में शामिल

उन्होंने बताया कि इसके लिए संबंधित अधिकारियों को करवा चौथ का व्रत रखने वाली सभी महिलाओं के लिए व्यवस्था करने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि अन्य विवाहित महिलाओं जिन्होंने व्रत नहीं रखा है, उन्हें भी चांद दिखने के बाद पूजा के लिए बैरक के बाहर बैठने की अनुमति दी जाएगी।




मुस्लिम महिला भी रख रही व्रत

वहीं, गोरखपुर जिला जेल में 12 महिला कैदी करवा चौथ के उपवास पर हैं। सबसे खास बात ये है कि इनमें से दो महिला कैदी ऐसी हैं, जो अपने पति की हत्या में शामिल रही है और करवा चौथ का व्रत भी रख रही हैं। जबकि माना जाता है कि करवा चौथ का व्रत पति की दिर्घायु के लिए किया जाता है। इसके साथ ही एक मुस्लिम महिला ने भी व्रत रखा है, जिसने प्रेमी की सहायता से अपने भाई की हत्या की थी।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *